आखिर तहसीलदार शशि भूषण पाठक पर क्यों मेहरबान हैं एलडीए उपाध्यक्ष ?
एलडीए के तहसीलदार शशि भूषण पाठक को निलंबित करने के आदेश
लखनऊ।
अवस्थापना औद्योगिक विकास आयुक्त मनोज कुमार सिंह ने एलडीए उपाध्यक्ष इंद्रमणि त्रिपाठी को पत्र लिखकर शशि भूषण पाठक को निलंबित करने के निर्देश दिए।
एक निवेशक के शिकायत करने पर औद्योगिक विकास आयुक्त मनोज कुमार सिंह ने एलटी के तहसीलदार को निलंबित कर आगे की वैधानिक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
प्रगति कालोनाइजर्स को एनओसी के नाम पर तहसीलदार शशि भूषण लगातार परेशान कर रहे थे। हर बार तरह-तरह की उल्टी-सीधी आपत्तियां लगाकर एनओसी जारी करने से मना कर देते थे।
कंपनी ने इसकी शिकायत औद्योगिक विकास आयुक्त के यहां की, जहां पर इन्वेस्ट यूपी संचालन समिति के मध्य इस प्रकरण को रखा गया। जिसके बाद जांच उपरांत यह पता चला कि एलडीए के तहसीलदार जानबूझकर इन्वेस्टर को प्रताड़ित कर रहे थे और घूस में मोटी रकम मांग रहे थे।
एलडीए उपाध्यक्ष के बेहद खास माने जाते हैं तहसीलदार शशि भूषण पाठक
सूत्रों की माने तो प्रगति कॉलोनाइजर्स को एनओसी न जारी करने का मौखिक निर्देश शशि भूषण पाठक को एलडीए उपाध्यक्ष ने ही दे रखा था।
कंपनी के प्रतिनिधि का कहना है कि इसके लिए वे कई बार एलडीए उपाध्यक्ष से भी मिले। लेकिन उनकी तरफ से भी बेहद रूखा रुख रहा और उल्टा कंपनी के प्रतिनिधि को ही उन्होंने गलत ठहरा दिया।
इन्वेस्ट यूपी संचालन समिति ने एलडीए में तैनात शशि भूषण पाठक को दोषी माना और तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के लिए प्रस्ताव पास किया।
औद्योगिक विकास आयुक्त मनोज सिंह ने 7-06-2023 को तत्काल प्रभाव से शशि भूषण पाठक को निलंबित करने का आदेश एलडीए उपाध्यक्ष को दिया था लेकिन 3 दिन बीत जाने के बाद भी तहसील दार पर कोई कार्यवाही नहीं हुई।
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