NEET घोटाले में राष्ट्रपति का अभिभाषण सरकार की लीपापोती की पोल खोलता है : कांग्रेस
प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन पूर्व मंत्री डॉ सी पी रॉय ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए आपातकाल पर भाजपा सरकार को आड़े हाथों लिया है और केंद्र की मोदी सरकार द्वारा घोषित आपातकाल के दर्द को याद करने को बेईमानी बताया है, और कहा है कि पिछले 10 साल से देश के लोगों पर अघोषित आपातकाल को जो भाजपा ने थोप रखा है पर बीजेपी और उनके अनुषांगिक संगठन चुप हैं।
डा सी पी रॉय ने कहा कि 1975 के आपातकाल को तो जनता ने माफ कर दिया तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने माफी भी मांगी देश ने माफ कर पुनः उन्हें 353 सीटों के साथ सत्ता में पहुंचाया, लेकिन भाजपा आज भी रोना रोककर जनता के दिए जनादेश का अपमान और मजाक उड़ाती है।
डा सी पी रॉय ने कहा कि भाषण में महंगाई का जिक्र तक नहीं है, रोज़मर्रा की खान-पान की चीज़ें के दाम दिन-दोगुनी, रात-चौगुनी बढ़ गए हैं। 4 महीनों से Food Inflation 8.5% से अधिक रहा है। आटे, दाल, टमाटर, प्याज, दूध – सबके दाम आसमान पर हैं। देश में परिवारों की बचत 50 वर्षों में सबसे निचले स्तर पर है। पर पूरे अभिभाषण से “महंगाई” शब्द गायब है।
डा सी पी रॉय ने कहा कि 13 महीनों से लगातार चल रही मणिपुर की हिंसा में 221 लोगों की जान गई है, अभी भी 50,000 लोग बेघर हैं। हिंसा की आग अब जिरीबाम जैसे शांतिपूर्ण जिलों तक फैल गई है, जबकि इम्फाल घाटी और अन्य क्षेत्रों में जबरन वसूली और अपहरण में वृद्धि देखी गई है। पर भाजपा के मुख्यमंत्री अभी भी सत्ता पर काबिज हैं। शांति की कोई ठोस पहल नहीं हुई है।
डा सी पी रॉय ने अभिभाषण पर कहा कि देश में पिछले 10 साल में भीषण रेल दुर्घटनाये हुईं लेकिन भाषण में जिक्र नहीं आखिर किसकी जवाबदेही होगी व ट्रेनों में यात्रियों की दुर्दशा के लिए कौन जिम्मेदार होगा,मोदी सरकार ने राष्ट्रपति के लिखित भाषण में पश्चिम बंगाल में हुई रेल दुर्घटना का कोई जिक्र नहीं किया। बालासोर की रेल त्रासदी के बाद भी सरकार ने कोई सबक नहीं किया। बहुप्रचारित “कवच” सुरक्षा अभी केवल 2% पटरियों पर लगी है, जबकि NCRB के मुताबिक 2017 और 2021 के बीच ट्रेन हादसों से संबंधित 100,000 से अधिक मौतें हुईं।
डा सी पी रॉय न आतंकी हमलों पर कहा कि मोदी सरकार ने हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है, पिछले 10 वर्षों में जम्मू और कश्मीर में 2,262 आतंकी हमले हुए हैं, जिनमें 363 नागरिक मारे गए और 596 जवान शहीद हुए हैं। पिछले कुछ वर्षों में कश्मीरी पंडितों पर आये दिन हमले हुए हैं, पर प्रधानमंत्री “नया कश्मीर” का झूठा राग अलाप रहें हैं।
डा सी पी रॉय ने कहा कि राष्ट्रपति महोदया का अभिभाषण कुल मिलाकर, मोदी द्वारा महामहिम राष्ट्रपति से झूठ बुलवाकर, वाहवाही लूटने का सस्ता प्रयास है, जिसे कर वह देश की जनता का मजाक कर रहें हैं, जिसे 2024 के चुनाव में भारत की जनता नकार चुकी है।