दलित और ओबीसी विरोधी है केंद्र सरकार की यूपीएस योजना, पुरानी पेंशन लागू करे सरकार : संजय सिंह
वक्फ बोर्ड बिल 'फूट डालो और राज करो' वाला बिल, यह वक्फ की जमीन को जब्त करके पीएम मोदी के दोस्तों को देने वाला बिल है : संजय सिंह
- यूपीएस कर्मचारियों के साथ बड़ा धोखा,कर्मचारियों से पैसा लेकर पेंशन देने की योजना : संजय सिंह
आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस करके यूनिफाइड पेंशन योजना को एनपीएस से भी ज्यादा खतरनाक बताया उन्होंने कहा पिछले कई वर्षों से देश और प्रदेश के लाखों कर्मचारी पुरानी पेंशन स्कीम की मांग कर रहे थे लेकिन कर्मचारियों के प्रदर्शन के बावजूद मोदी सरकार ने मांग नहीं मानी अब जब 4 राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने हैं तो उससे पहले केंद्र सरकार यूनिफाइड पेंशन स्कीम लेकर आई है
यह पेंशन स्कीम दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों और अर्ध सैनिक बलों के जवानों को पेंशन से वंचित करेगी
सरकारी नौकरियों में एससी एसटी को 40 साल तक और ओबीसी को 38 साल तक नौकरी में छूट मिल सकती है ऐसे में जब उनकी सर्विस के 25 साल पूरे नहीं होंगे तब पेंशन का लाभ कैसे मिलेगा ? इसीलिए यूपीएस दलित पिछड़ा विरोधी है .यूपीएस देश के कर्मचारियों के साथ धोखा है .UPS की योजना बंद की जाय और ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) लागू किया जाय। ओल्ड पेंशन स्कीम के साथ आम आदमी पार्टी खडी़ है।
उन्होंने कहा हमारे देश में कोई व्यक्ति 40 दिन भी सांसद रहता है तो उसे पेंशन मिलती है लेकिन एक कर्मचारी 40 साल नौकरी करता है लेकिन उसे पेंशन नहीं मिलती .उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की है कि सरकार यूपीएस को बंद करके ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) को शुरू किया जाना चाहिए।
वक्फ बोर्ड बिल पर आप सांसद संजय सिंह का बयान
वक्फ बोर्ड बिल को लेकर सांसद संजय सिंह ने कहा भाजपा इस बिल के खिलाफ दुष्प्रचार कर रही है यह बिल बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान की धारा 26 के खिलाफ है संविधान में सभी धर्मों को अपने धार्मिक मान्यताओं के अनुसार काम करने की आजादी है, अपनी संपत्तियों का प्रबंधन अपने धर्म के मुताबिक स्वतंत्रता के साथ कर सकते हैं . उन्होंने कहा भाजपा पूरे देश में गलत सूचना फैला रही है। वक्फ बोर्ड के बारे में दो-तीन झूठे दावे किए जा रहे हैं, जिनका कोई आधार नहीं है।
BJP यह अफ़वाह फैला रही है कि ट्रिब्यूनल के फैसलों को चुनौती नहीं दी जा सकती, जो गलत है। ट्रिब्यूनल के फैसलों के बावजूद हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में कानूनी लड़ाई लड़ी जा सकती है। उन्होंने कहा कि वे महिला सदस्यों को शामिल करेंगे, लेकिन महिलाएं शुरू से ही वक्फ बोर्ड का हिस्सा रही हैं। यह ‘फूट डालो और राज करो’ बिल है। यह वक्फ की जमीन को जब्त करके पीएम मोदी के दोस्तों को देने के बारे में है। यह भारत के संविधान के खिलाफ है और सभी जाति और धर्म के लोग इसका विरोध करते हैं।
69000 शिक्षक भर्ती में सरकार समाधान निकाले
69000 शिक्षकों की भर्ती पर संजय सिंह ने कहा कि आरक्षण के नियमों का उल्लंघन किया गया था सरकार इसका समाधान निकाले और आरक्षण के मूल भावना मूल स्वरूप के अनुसार बगैर कोई हेर फेर किए आरक्षण लागू करे शिक्षकों के अभी बहुत पद खाली है सरकार उनको जल्द से जल्द भरने का काम करें ।
कंगना रनौत का बयान आपत्तिजनक, यह बयान भाजपा की घृणित मानसिकता को दर्शाता है
सांसद संजय सिंह ने कंगना रनौत के बयान को बेहद शर्मनाक बताया कहा कि किसान आंदोलन में साढ़े सात सौ किसानों की शहादत हुई कंगना का यह बयान भाजपा की घृणित मानसिकता को दर्शाता है.भाजपा किसानों को कभी खालिस्तान कहती,कभी पाकिस्तानी, कभी आतंकवादी और अब बलात्कारी कह रही है यह शर्मनाक बयान है इसके लिए भाजपा नेताओं को माफी मांगनी चाहिए.
13 अक्टूबर को लखनऊ में आप करेगी प्रादेशिक सम्मेलन
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सांसद संजय सिंह ने बताया आम आदमी पार्टी का 13 अक्टूबर को लखनऊ में प्रादेशिक सम्मेलन किया जाएगा जिसमें प्रदेश भर के कार्यकर्ता शामिल होंगे और अगले एक साल की रणनीति बनाई जाएगी. आठ प्रांत के अंदर प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जाएगा और आने वाले दिनों में तिरंगा शाखा का विस्तार किया जाएगा.
वक्फ बोर्ड संशोधन बिल पर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली साहब से सांसद संजय सिंह ने की मुलाकात
मंगलवार को सांसद संजय सिंह ने वक्फ बोर्ड संशोधन बिल पर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली साहब से मुलाकात की उन्होंने बताया ये बिल बाबा साहब द्वारा लिखे गए भारतीय संविधान के Article 26 में दी गई धार्मिक आजादी के खिलाफ़ है। अगली योजना गुरुद्वारा, चर्च और मंदिर की जमीनों को कब्जा करके अपने मित्र अडानी को देने की तैयारी है।
प्रेसवार्ता के दौरान अपने वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह, दिनेश सिंह पटेल, इरम रिजवी, नदीम जायसी, वंशराज दुबे मौजूद रहे ।