UPCM से मिले भारतीय पुलिस सेवा के 16 परिवीक्षाधीन अधिकारी

उत्तर प्रदेश।
UPCM से शास्त्री भवन में भारतीय पुलिस सेवा के 16 परिवीक्षाधीन अधिकारियों ने मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर परिवीक्षाधीन अधिकारियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।

UPCM ने अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि वे जनता और जनप्रतिनिधियों से बेहतर संवाद स्थापित करने की दिशा में हर सम्भव प्रयास करें। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था को बनाए रखने में पुलिस अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इसलिए जरूरी है कि अधिकारीगण तमाम विषयों, कानून और मुद्दों से भली-भांति परिचित हों। अपने दायित्वों का भली प्रकार निर्वहन करने के लिए उन्हें मेहनती से तेजी से फैसले लेने में सक्षम होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को मानवीय दृष्टिकोण रखते हुए कानून के हित में कार्य करना होगा। संवाद स्थापित करने से बड़े-बड़े विवादों का समाधान होता है।

UPCM ने कहा कि उत्तर प्रदेश जैसे विशाल और विविधतापूर्ण राज्य में अधिकारियों को अपनी क्षमता दिखाने के तमाम अवसर मिलेंगे और चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। नवनियुक्त अधिकारियों को बगैर किसी भेदभाव अथवा पक्षपात के जनसहभागिता के आधार पर जनहित के लिए काम करना होगा। इससे वे जनता का भरोसा हासिल करते हुए एक कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी के रूप में अपनी पहचान कायम करने में सफल होंगे।

दुनिया में तेजी से बदलाव हो रहा है। इसलिए वर्तमान समय में अधिकारियों को जनसामान्य के हितों, मीडिया खासतौर से सोशल मीडिया के प्रति और अधिक सचेत तथा संवेदनशील होने की जरूरत है। साइबर क्राइम सहित अपराधियों के आधुनिक तौर-तरीकों के प्रति भी जागरूक रहना होगा। पुलिस की कार्यप्रणाली और व्यवहार से ही उसकी छवि स्थापित होती है, इसका विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि जनता की जरूरतों और समस्याओं से परिचित होकर उनका प्रभावी समाधान किया जा सकता है।

शारीरिक रूप से फिट रहने की भी आवश्यकता जताते हुए योगी जी ने पुलिस अधिकारियों द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों में फुट पेट्रोलिंग किए जाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पुलिस की कार्यप्रणाली में जवाबदेही तय होनी चाहिए। समाज के प्रत्येक वर्ग की समस्याओं का समाधान व्यवहारिकता के आधार पर किया जाए। थानों की व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त हो, साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखा जाए। थाने में आए फरियादियों के लिए बेहतर इंतजाम सुनिश्चित किए जाएं। ट्रैफिक व्यवस्था का भी ध्यान रखा जाए।

UPCM ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में गांव के चैकीदार से भी संवाद स्थापित कर अपराधों की रोकथाम किए जाने में मदद ली जा सकती है। पारिवारिक, राजस्व व जमीन सम्बन्धी विवादों के समाधान की दिशा में भी तत्काल न्यायसंगत समाधान की कार्यवाही की जाए। लूटपाट और छेड़छाड़ की घटनाओं के सम्बन्ध में अतिरिक्त सजगता रखी जाए। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि नवनियुक्त अधिकारियों से प्रदेश की पुलिसिंग व्यवस्था के सुधार में मदद मिलेगी। मुलाकात के दौरान भारतीय पुलिस सेवा के परिवीक्षाधीन अधिकारियों ने मुख्यमंत्री जी को उनके आदर्शों और अपेक्षाओं पर खरा उतरने का भरोसा जताया।

इस अवसर पर प्रमुख सचिव गृह अरविन्द कुमार, सचिव मुख्यमंत्री मृत्युंजय कुमार नारायण, पुलिस महानिदेशक प्रशिक्षण गोपाल गुप्ता सहित आई.पी.एस. परिवीक्षाधीन अधिकारी अभिषेक वर्मा, आदित्य लंगेह, अमित कुमार आनन्द, अनिल कुमार, अंकुर प्रवास, अतुल शर्मा, अविनाश पाण्डेय, बोटरे रोहन प्रमोद, धवल जायसवाल, एल0 मारन जी, गोपाल कृष्ण चैधरी, कौस्तुम, मो0 मुस्ताक, रवीन्द्र कुमार, सोनम कुमार और सुश्री अपर्णा गौतम मौजूद रहीं।

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