UPCM ने संत रविदास की 641वीं जयंती पर श्रद्धालुओं को सम्बोधित किया

उत्तर प्रदेश।
UPCM ने कहा है कि संत रविदास जी ने लोगों को सामाजिक बुराइयां दूर करने के लिए जागरूक किया। वे समता और सदाचार को अत्यन्त महत्व देते थे। संत रविदास जी के सम्बन्ध में प्रचलित कथा का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि ‘मन चंगा तो कठौती में गंगा’ के अपने कथन के माध्यम से उन्होंने आंतरिक पवित्रता और निर्मलता पर बल दिया।
UPCM ने जनपद वाराणसी में महान संत रविदास जी के 641वीं जयंती के अवसर पर सीरगोवर्धन स्थित रविदास मंदिर में दर्शन-पूजन करने के पश्चात सत्संग पण्डाल में श्रद्धालुओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि मानव-मानव में भेद नहीं होना चाहिए। हम सब का एक ही भाव है कि हम सब इस भारत के वासी है और भारत सुरक्षित होगा, समृद्ध होगा व खुशहाल होगा, तभी हम सब खुशहाल होंगे।
UPCM ने कहा कि काशी भगवान शिव के त्रिशूल पर स्थित है। यहां के संतों ने काशी की परम्परा को बनाये रखा है। हर प्रान्त, हर जगह से लोग यहाँ आते हैं। भारत की योग परम्परा को संतो ने पूरी दुनिया में सर्वोच्च शिखर पर स्थापित किया है। योग के चमत्कार को अब यूनेस्को भी मानता है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी स्वयं यहां आना चाहते थे पर व्यस्तता के कारण वे नहीं आ पाए।
UPCM ने ने कहा कि PM नरेन्द्र मोदी जी कहीं जाते हैं, तो उनका बहुत सम्मान होता है। अमेरिका जाते हैं, तो पूरा अमेरिका स्वागत के लिए उमड़ जाता है। चीन और जापान में स्वागत होता है। अमेरिका, चीन आदि देशों में भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का उदाहरण दिया जाता है। प्रधानमंत्री जी जिस तरह विकास के लिए काम कर रहे है, उसी प्रकार हम सभी को भी काम करना है।
UPCM ने कहा कि इस अवसर पर रविदास जी महाराज से यही प्रार्थना है कि सभी घर मंे खुशहाली आये। उन्होंने बताया कि रविदास जयंती पर स्कूलों में छुट्टी न करके रविदास जयंती का आयोजन करने के लिए कहा गया है। इन आयोजनों में संत रविदास जी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर चर्चा होनी चाहिए, जिससे विद्यार्थियों को उनके बारे में जानकारी मिले और वे उनकी शिक्षाओं से परिचित हो सकें। महान संत रविदास जी के जयन्ती के अवसर पर आज एक साथ लाखांे स्थानों पर कार्यक्रम हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को इस पवित्र स्थल के विकास का नया खाका खींचकर, इसके सुन्दरीकरण के लिये योजना बनाकर शासन को उपलब्ध कराने हेतु निर्देशित किया गया है। सीरगोवर्धन को तीर्थ स्थल के रूप में विकसित करने के लिये हर सम्भव प्रयास किया जायेगा।
मन्दिर में दर्शन के दौरान UPCM के साथ प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री डाॅ. नीलकंठ तिवारी सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, प्रमुख सचिव सूचना अवनीश कुमार अवस्थी, मण्डलायुक्त वाराणसी नितिन रमेश गोकर्ण सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।