UPCM ने अयोध्या में जनकपुर से अयोध्या सीधी बस सेवा के स्वागत कार्यक्रम का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारम्भ किया

उत्तर प्रदेश (अयोध्या)।
UPCM ने जनकपुर से अयोध्या सीधी बस सेवा के यात्रियों का अयोध्या में पुष्प, अंगवस्त्र व नेपाली भाषा में अनूदित रामचरित मानस भेंट कर स्वागत किया। ज्ञातव्य है कि PM-नरेंद्र मोदी जी और नेपाल के PM के.पी. शर्मा ओली ने शुक्रवार 11 मई 2018 को नेपाल के जनकपुर से इस ऐतिहासिक बस सेवा का शुभारंभ किया था। 66 यात्रियों को लेकर यह बस सुबह लगभग 9 बजे अयोध्या के रामकथा पार्क पहुंची, जहां यात्रियों का भव्य स्वागत किया गया। इस अवसर पर पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी भी मौजूद रहीं।

UPCM ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अयोध्या-जनकपुर सीधी बस सेवा शुरू करने के लिए नेपाल और भारत के प्रधामंत्रियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत-नेपाल संबंधों को नया आयाम दिया है। इस बस सेवा के शुरू होने से भारत और नेपाल के बीच नए सांस्कृतिक संबंधों की भी शुरुआत हो रही है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि अयोध्या-जनकपुर धाम बस सेवा दोनों राष्ट्रों के संबंधों को और मजबूत करेगी। इसके माध्यम से विकास की नई यात्रा भी आरंभ होगी।
UPCM ने इस अवसर पर भारतीय डाक विभाग द्वारा प्रकाशित ‘स्पेशल कवर’ का अनावरण भी किया। यह स्पेशल कवर पिछले वर्ष दीपावली के अवसर पर अयोध्या में सरयू तट पर आयोजित ‘दीपोत्सव’ कार्यक्रम पर आधारित है। डाक विभाग का यह प्रकाशन अयोध्या की वैश्विक पहचान स्थापित कर राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों को आकर्षित करने का काम करेगा। साथ ही ‘दीपोत्सव’ के आयोजन की स्मृतियों को लंबे समय तक संरक्षित करने में भी सहायक होगा।

UPCM ने अपने सम्बोधन में कहा कि पिछले वर्ष अयोध्या में ‘दीपोत्सव’ कार्यक्रम के दौरान 133 करोड़ रुपये की योजनाओं का शिलान्यास किया गया था। भारत सरकार ने राम-जानकी मार्ग को पूर्ण करने का जिम्मा भी लिया है। मार्ग बन जाने पर जनकपुर से अयोध्या पहुंचने में 10 से 12 घंटे की जगह मात्र 6 से 7 घंटे ही लगेंगे।

UPCM ने कहा कि यह बस सेवा पड़ोसी देश नेपाल और भारत के पौराणिक समय से चले आ रहे सांस्कृतिक व आध्यात्मिक संबंधों को और अधिक मजबूत बनाने में सहायक होगी। इस बस सेवा के जरिए श्रद्धालु भगवान श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या धाम और माता जानकी की जन्मस्थली जनकपुर धाम के बीच की 520 किलोमीटर की दूरी को सरलता और सुविधापूर्ण ढंग से तय कर सकेंगे।
UPCM ने कहा कि दोनों देश हजारों सालों से सांस्कृतिक व सामाजिक सबन्धों से जुड़े हुयेे हैं। ये एक ऐतिहासिक क्षण है। लोग बदले लेकिन हमारे सम्बन्ध आज भी अटूट हैं। महाराज दशरथ और राजा जनक का अटूट सम्बन्ध था। अयोध्या का जनकपुर और काठमांडू का काशी के साथ अटूट सम्बन्ध है।

UPCM ने कहा कि नेपाल से आए अतिथियों को अयोध्या की संस्कृति से रूबरू होने का मौका मिलेगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि नेपाल से आये तीर्थ यात्रियों के स्वागत के लिये ‘अतिथि देवो भवः’ की परिकल्पना को साकार करें। यात्रियों को अयोध्या के धार्मिक स्थानों के भ्रमण और रात्रि विश्राम आदि में किसी प्रकार की दिक्कत न आये। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने सरयू आरती की भव्य शुरुआत की है और रामलीला का अनवरत मंचन भी प्रारम्भ कराया है। भगवान श्री राम की कथा का प्रसार थाईलैंड, कोरिया तथा इण्डोनेशिया आदि अनेक देशों में है तथा वहां के रामलीला दल अयोध्या में रामलीला का मंचन भी करते हैं।

UPCM ने कहा कि सरयू में गिर रहे नालों को बन्द किया जायेगा। अयोध्या की ख्याति के अनुसार यहां का विकास होगा, घाटों का विस्तार किया जाएगा।
इस अवसर पर नेपाल राष्ट्र के प्रान्त संख्या-2 के मंत्री सरोज कुमार कुशवाहा ने कहा कि इस बस यात्रा के प्रारम्भ होने से भारत और नेपाल के बीच रामायण कालीन सम्बन्धों का नवीनीकरण हो रहा है, इससे धार्मिक पर्यटन को बल मिलेगा। इस अवसर पर प्रांन्त संख्या-2 की मंत्री ऊषा यादव ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में उप-महापौर जनकपुर धाम रीता कुमार मिश्रा भी उपस्थित रहीं।
पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि भारत-नेपाल के सम्बन्ध प्राचीन काल से है। उन्होंने आगंतुकों का स्वागत करते हुए कहा कि भारत से लाखों लोग पशुपति नाथ के दर्शन के लिए नेपाल जाते हैं। इसी प्रकार लाखों लोग नेपाल से भारत आते हैं। माउण्ट ऐवरेस्ट पर जाने का रास्ता केवल भारत, नेपाल से है। अयोध्या के विकास के लिए 133 करोड़ रुपए के कार्य प्रारम्भ हो चुके हैं, जिनका हर 15 दिन पर निरीक्षण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगले दीपोत्सव तक अयोध्या चमकने लगेगी।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए औद्योगिक विकास मंत्री/प्रभारी मंत्री सतीश महाना ने कहा कि भारत और नेपाल के संबंधों को पुनः प्रारम्भ करने के लिये ऐतिहासिक शुरुआत हुई है।
कार्यक्रम को फैजाबाद के सांसद लल्लू सिंह ने भी सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि भारत की संस्कृति प्राचीनतम है। इस बस सेवा के शुरू होने से अयोध्या और जनकपुर के सम्बन्ध और मजबूत होंगे। उन्होंने कहा कि PM-नरेन्द्र मोदी और UPCM सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को मजबूती देने का कार्य रहे हैं।
UPCM ने अयोध्या में सरयू की पूजा-अर्चना के बाद राम की पैड़ी के विभिन्न स्थलों का निरीक्षण किया और उसके सौन्दर्यीकरण एवं सुदृढ़ीकरण के निर्देश भी दिए।

उन्होंने सरयू नदी, राम की पैड़ी और अन्य घाटों पर अविरल जल प्रवाह के बारे में सम्बन्धित अधिकारियों एवं अभियन्ताओं से विस्तार से जानकारी प्राप्त की। UPCM ने 133 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित की जा रही परियोजना के अन्तर्गत सभी कार्य इस वर्ष अक्टूबर माह से पूर्व पूर्ण करने के निर्देश दिए।

कार्यक्रम में पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी, औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना, नेपाल की उप-महापौर रीता कुमारी मिश्रा, परिवाहन विभाग की प्रमुख सचिव आरधना शुक्ला, परिवान आयुक्त एवं प्रबध निदेशक पी. गुरु प्रसाद, अपर प्रबध निदेशक डॉ. बी.आर.डी तिवारी, मुख्य प्रधान प्रबंधक (तकनीकी) जय दीप वर्मा, फैजाबाद के संसाद लल्लू सिंह, अयोध्या के विधायक, महंत नृत्य गोपाल दास, सुरेश दास, कन्हैया दास, रामशरण दास, स्वामी रामानन्द जी महाराज, कमल नयन दास, राघवदास, मोहनदास सहित फैजाबाद के अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे।