UPCM के ऑपरेशन क्लीन से घबराया हिस्ट्रीशीटर, फांसी लगाकर की आत्महत्या
रिपोर्ट – आदर्श त्रिपाठी।
उत्तर प्रदेश (हरदोई)।
UPCM द्वारा प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति को मजबूत करने के लिए के अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशन-क्लीन का खौफ अपराधियों में साफ तौर पर नजर आ रहा है। कहीं पुलिस एनकाउंटर में मौत तो कहीं पुलिस एनकाउंटर से बचने के लिए जेल जाने के भय से कहीं अपराधी फल और सब्जी लगाने लगे हैं तो कहीं खुद ही पुलिस के पास अपनी गिरफ्तारी देने पहुंचे हैं। लेकिन उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में UPCM सरकार के ऑपरेशन-क्लीन के तहत पुलिस की घेराबंदी के भय के चलते हिस्ट्रीशीटर ने परेशान होकर आत्महत्या कर ली।
UPCM की धारदार पुलिसिंग अपराधियों के खिलाफ ताबड़तोड़ एनकाउंटर करने में जुटी हुई है। पुलिस की लगातार सख्ती और एनकाउंटर के भय से तमाम बड़े-बड़े अपराधी अपराधों से तौबा करके कहीं फलों और सब्जी का ठेला लगाने में लगा रहे हैं तो कहीं पुलिस के पास अपनी जान की सलामती के लिए खुद ही गिरफ्तारी देने पहुंच रहे हैं। ऐसे में पुलिस ने अपराधियों पर सख्ती से नकेल बिकनी शुरू कर दी है। हिस्ट्रीशीटर अपराधियों की निगरानी उनके घरों पर दबिश देकर अपराधियों में भय पैदा कर दिया है। उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में पुलिस की सख्ती का आलम यह है कि शहर कोतवाली इलाके के एक हिस्ट्रीशीटर अपराधी ने लगातार अपने घर पर पुलिस की दबिश और निगरानी से भयभीत होकर पुलिस के हाथो एनकाउंटर होने या जेल जाने के भय से बचने के लिए घर के अंदर ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
UPCM द्वारा सत्ता सँभालने के बाद अपराधियों में दहशत का माहौल है इसी कड़ी में शहर कोतवाली इलाके के सुर्जीपुर गांव के रहने वाले पवन जिसकी शहर कोतवाली इलाके में हिस्ट्रीशीट संख्या 18-a है। पुलिस के मुताबिक शहर कोतवाली इलाके में ही उस पर गंभीर अपराधों के 8 मुकदमे दर्ज हैं। जबकि गैर जनपदों में भी इस हिस्ट्रीशीटर अपराधी पर कई मामले दर्ज हैं पुलिस का दावा है कि वह लगातार हिस्ट्रीशीटर अपराधियों की निगरानी कर रही है उनके घरों पर दबिश दी जा रही है ताकि जो अपराधी जेल से बाहर हैं वो जेल के अंदर पहुंचे या किसी भी कीमत पर अपराधिक वारदातों को अंजाम ना दें। पुलिस के मुताबिक कोतवाली शहर के हिस्ट्रीशीटर पवन पर भी पुलिस की लगातार निगाहें थी और उसकी चौकसी की जा रही है। पवन ने अपने घर के अंदर ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली जिस के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया है।
शहर कोतवाली के सुर्जीपुर गांव के रहने वाले हिस्ट्रीशीटर अपराधी पवन के घर में उसकी पत्नी के अलावा दो छोटे-छोटे बच्चे भी हैं लेकिन 15 साल पहले अपराध की दुनिया के जरायमपेशा में कूदे पवन के घरवाले भी मानते हैं कि पवन के ऊपर 17-18 मुकदमे दर्ज थे और पुलिस लगातार उनके घर में आकर दबिश और पवन के बारे में पूछताछ करती थी। इधर पवन की कुछ तबीयत भी खराब चल रही थी ऐसे में पुलिस के एनकाउंटर या पकड़ के जेल भेजने के भय से पवन लगातार भयभीत था और खुद को जेल जाने से बचने के लिए फांसी लगाने की बात घर में इधर कुछ रोज से कहता था। घर वालो के मुताबिक पुलिस की लगातार सख्ती का नतीजा था कि पवन ने अपने घर के अंदर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
UPCM की पुलिस ने कानून व्यवस्था और अपराधियों पर जिस तरह से नकेल कसी है उससे अपराध करने वाले अपराधियों में खौफ जरूर पैदा हो गया है शायद उसी खौफ का नतीजा था जिसके चलते हिस्ट्रीशीटर अपराधी ने पकड़े जाने या पुलिस के एनकाउंटर में लुढ़काये जाने से भयभीत होकर फांसी लगा ली।