UPCM की सामूहिक विवाह योजना में हुआ खेल, अधिकारी मौन

रिपोर्ट – विशाल त्रिपाठी।
उत्तर प्रदेश (औरैया)।
UPCM प्रदेश में भ्रष्टाचार खत्म करने की बात करते हैं और सरकार के ही अधिकारी सरकार की योजनाओं को पलीता लगा रहे है। UPCM की सामूहिक विवाह योजना में नकली आभूषण देने का मामला सामने आया है जिससे साफ़ जाहिर हो रहा है कि प्रदेश सरकार चाहे जितना भ्रष्टाचार पर लगाम कि बात करती हो लेकिन भ्रष्टाचार रोकने में नाकाम ही सिद्ध हो रही है।

मामला औरेया जनपद का है जहां UPCM के सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस आयोजन में 51 जोड़ें हिन्दू रीति रिवाज से विवाह सम्पन्न कराया गया साथ ही मुस्लिम 3 जोड़ों का भी निकाह सम्पन्न कराया गया। इस आयोजन में जिलाधिकारी सहित सरकार के कई पदाधिकारी भी मौजूद रहे।

विवाहिता ने लगया नकली जेवर देने आरोप

 

प्रदेश में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना की शुरुआत हुई तो इसकी बड़ी प्रशंसा हुयी और औरैया जनपद में 55 कन्याओं का विवाह इस योजना के तहत किया गया। लेकिन जिम्मेदार इस नेक काम में भी खेल करने में बाज नही आये। उन्होंने सामूहिक विवाह योजना में आभूषण वितरण में ही खेल कर डाला, मामला प्रकाश में तब आया जब मंगलवार को विवाहिता ककोर जिला मुख्यालय पहुंची और उसने विवाह में दिए गये जेवर को नकली जेवर होने का आरोप लगाया। विवाहिता ने प्रसाशनिक अधिकारीयों पर मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत हुयी उनकी शादी में खेल करने का आरोप लगया है। विवाहितों का आरोप है कि उनके बक्से में भी निकले जेवर भी नकली निकले हैं। विवाहितो ने हाथ में लेकर पायल और बिछिया दिखाई।

अब सवाल ये खड़ा होता है कि समाज कल्याण विभाग के अधिकारी ही UPCM की सामूहिक विवाह योजना को पलीता लगा रहे हैं तो उनपर प्रदेश के मुखिया क्या कार्रवाई करेंगे?

क्या कहते हैं जिम्मेदार?
जिम्मेदार अधिकारी का कहना है कि शिकायत मिलने के बाद आपूर्तिकर्ता जिसने आभूषण में पायल और बिछिया आपूर्ति करायी थी जिसकी जाँच करवाने पर पता चला कि आभूषण नकली है। आपको बता दे कि आपूर्तिकर्ता मेजर सजन सेवा खादी ग्रामोद्योग सेवा संसथान जोकि इटावा की है। जाँच के के बाद आपूर्तिकर्ता के विरुद्ध FIR दर्ज करवा दी गयी है।

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