ADIO से बने DIO…लेकिन लंबे अरसे से जमे हैं सूचना विभाग मुख्यालय में..सूचना विभाग पर क्यों नहीं लागू होती है ट्रांसफर पॉलिसी?

मुख्यमंत्री के आदेश को उत्तर प्रदेश के सभी विभागों में लागू किया जाता है और उसका पालन भी होता है। लेकिन उत्तर प्रदेश में एक ऐसा भी विभाग है जो केवल उच्च अधिकारियों की साठ गांठ से चलता है और उस विभाग का नाम है उत्तर प्रदेश सूचना एवं जनसंपर्क विभाग…
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सूचना विभाग मुख्यालय में लगभग 15 वर्षों से एक ही जगह पर कई ADIO से प्रमोशन के बाद भी जमे पड़े हैं लेकिन इनको जिलों में काम करने नहीं भेजा रहा। इसके पीछे क्या बात है यह तो विभागीय अधिकारी अच्छे से जानते हैं?
कई महिला DIO मुख्यालय में बैठकर जिलों का काम चला रही
शासनादेश के अनुसार जिसकी नियुक्ति जहां हुई है उसको उसी पद और संबंधित जगह पर तैनात रहना होगा। लेकिन सूचना विभाग के लिए सारे नियम कानून अलग हैं। कई ADIO, DIO के पद पर प्रमोशन होने बाद भी सूचना मुख्यालय में जमे बैठे हैं।
जिलों में खाली पड़े हैं सूचना अधिकारी के पद…अतिरिक्त प्रभार से चलाया जा रहा काम
जानकारी मुताबिक उत्तर प्रदेश के कई जिलों में DIO के पद खाली पड़े हैं और दूसरे जनपद के अधिकारी को अतिरिक्त प्रभार थमा दिया जा रहा है। जबकि लखनऊ के सूचना मुख्यालय में आधा से एक दर्जन DIO AC कमरों में बैठकर अपना काम चला रहे हैं।
सूचना विभाग बना रहा मुख्यमंत्री की ट्रांसफर पॉलिसी का मजाक
सूचना विभाग में तैनात कई उच्च अधिकारी प्रमोशन के बाद भी यहीं जमे बैठे हैं और कुछ तो ऐसे हैं कि जिन्हें गैर जनपद भेजा गया लेकिन जुगाड़ के दम से मुख्यालय संबद्ध कर लिया और अब मुख्यालय में बैठकर कुर्सी तोड़ रहे हैं।
वहीं बात की जाए महिलाओं की तो समाज में महिलाएं बराबर का हक की बात करती हैं लेकिन जब सूचना विभाग में तैनात महिला कर्मियों की बात आती है तो जनपदों में जाने के नाम से होश उड़ जाते हैं..अब सवाल है कि क्या केवल पुरुषों के लिए ही नियम कानून और पॉलिसी बनी है।
अगर समस्याओं के मुताबिक विभाग चले तो स्थानांतरण पॉलिसी को समाप्त कर देना चाहिए और सबको मनमाफिक तरीके से काम करने का खुला लाइसेंस दे देना चाहिए….