परिवहन निगम के भ्रष्ट अधिकारियों ने अपनी कुर्सी बचाने के लिए संविदाकर्मी के पेट पर मारी लात

परिवहन निगम के भ्रष्ट अधिकारियों ने अपनी कुर्सी बचाने के लिए संविदाकर्मी के पेट पर लात मार दी। यह बात हम इसलिए कह रहे हैं क्यों सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो की सच्चाई छुपाने के लिए परिवहन निगम के अधिकारी ने आपस में मिलकर अपने अधीनस्थ अधिकारी पर कार्यवाही न करके संविदाकर्मी को निलंबित कर दिया।

आपको बता दें कि दिनांक 4 जुलाई 2024 को Rupaidiha डिपो की बस संख्या UP 53 DT 4610 लखनऊ से जाते समय रास्ते में पंचर हो गई। चालक द्वारा सीनियर फोरमैन से बात की गई। सीनियर फोरमैन ने चालक एवं परिचालक दोनों को टरका दिया और अपना पल्ला झाड़ लिया। यात्रियों को आक्रोशित देख चालक ने अधिकारी से बात की लेकिन रात को AC में आराम फरमा रहे अधिकारी ने उनकी एक नहीं सुनी।

https://x.com/upcmnews/status/1809090029827842244?t=7IzYdPOVyJmM-sWrtKPN0A&s=19

क्षेत्रीय प्रबंधक पर क्यों नहीं हुई कार्रवाई…जिम्मेदारी तो उनकी भी?

चालक परिचालक और सीनियर फोरमैन तीनों के विरुद्ध क्षेत्रीय प्रबंधक द्वारा आनन फानन में कार्रवाई कर दी गई। लेकिन साहब इतने बेशर्म है कि संविदाकर्मी को सीधे निलंबित कर दिया। क्षेत्रीय प्रबंधक की लापरवाही के चलते आए दिन संविदाकर्मी पर गाज गिरती है और ये भ्रष्ट अधिकारी AC कमरों में बैठकर मजे करते हैं।

SM, RM और ARM पर भी होनी चाहिए कार्रवाई

संविदाकर्मी और अन्य कर्मचारी को बलि का बकरा बनाने से अच्छा है कि जिले के संबंधित अधिकारी पर भी कार्रवाई होनी चाहिए। केवल निचले स्तर के कर्मचारी पर एक्शन लेने से व्यवस्था दुरुस्त नहीं हो जाएगी। जबकि टेक्निकल की व्यवस्था खराब होने पर भी इन्हीं चंद रुपए के संविदा को सूली पर चढ़ा दिया जाता है और उच्च अधिकारी पर कोई एक्शन नहीं लिया जाता।

परिवहन निगम के अधिकारी कर रहे विभाग की छवि धूमिल

उच्च पद पर बैठे अधिकारी केवल हवा और कागजों पर आदेश कर देते हैं लेकिन हकीकत यही है कि संविदाकर्मी कैसे अपना घर परिवार पाल रहा है उससे इन अधिकारियों का कोई लेना देना नहीं है। खुद पर कार्रवाई से बचने के लिए SM, RM, ARM और संबंधित अधिकारी निचले संविदाकर्मी को बलि का बकरा बना देते हैं।

क्षेत्र में भेजना चाहिए अधिकारियों को

मंत्री और परिवहन MD को चाहिए कि AC कमरों में बैठे अधिकारियों को नियमित क्षेत्र में भेजना चाहिए ताकि हकीकत से वाकिफ हो सके और कार्यशाला में हो रहे गड़बड़ झाले को समझ सके।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक प्रदेश के सभी कार्यशालाओं में बहुत गड़बड़ झाले हैं लेकिन जुगाड़ के दम पर काम चलाया जा रहा है और अधिकारी इसी से अपना मतलब सिद्ध कर रहे हैं।

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