मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हीरो एशिया कप-2025 का शुभंकर ‘चाँद’ और ट्रॉफी का अनावरण किया
राजगीर में पहली बार 29 अगस्त से होगा अंतरराष्ट्रीय हॉकी टूर्नामेंट

पटना, 17 अगस्त 2025
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को पटना स्थित 1 अणे मार्ग में ‘संकल्प’ परिसर में हीरो एशिया कप-2025 के आधिकारिक शुभंकर ‘चाँद’ और ट्रॉफी का भव्य अनावरण किया। इस अवसर पर उन्होंने ट्रॉफी गौरव यात्रा को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जो बिहार समेत देश के कई राज्यों से होकर गुज़रेगी।
हीरो एशिया कप का यह 12वां संस्करण 29 अगस्त से 7 सितंबर तक बिहार के राजगीर स्थित अत्याधुनिक अंतरराष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम में आयोजित किया जाएगा। पहली बार बिहार को इस प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय हॉकी टूर्नामेंट की मेज़बानी का मौका मिला है।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा, “यह आयोजन बिहार के लिए गर्व का विषय है, जो न सिर्फ राज्य की खेल आयोजन क्षमता को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करेगा, बल्कि पर्यटन, संस्कृति और कला के क्षेत्र में भी बिहार की वैश्विक छवि को सुदृढ़ करेगा।”
शुभंकर ‘चाँद’ का परिचय:
‘चाँद’ शुभंकर भारत के राष्ट्रीय पशु बाघ पर आधारित है, जो साहस, स्फूर्ति और कौशल का प्रतीक है।
इसका लाल लबादा शक्ति और जोश का प्रतीक है, जबकि जादूगर की टोपी हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद को श्रद्धांजलि देती है।
‘चाँद’ का नाम मेजर ध्यानचंद से प्रेरित है, जिन्होंने चाँदनी रातों में अभ्यास कर हॉकी में इतिहास रचा।
यह शुभंकर वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के बाघ से प्रेरित होकर शक्ति, चपलता और आत्मविश्वास को दर्शाता है।
टूर्नामेंट में भाग लेने वाले देश:
भारत, चीन, जापान, चीनी ताइपे, मलेशिया, दक्षिण कोरिया, ओमान और बांग्लादेश।
टूर्नामेंट का विजेता हॉकी वर्ल्ड कप के लिए सीधे क्वालिफाई करेगा।
अब तक दक्षिण कोरिया ने सबसे अधिक 5 बार, जबकि भारत और पाकिस्तान ने 3-3 बार खिताब जीते हैं।
गौरव यात्रा और उद्देश्य:
17 अगस्त से शुरू हुई ट्रॉफी गौरव यात्रा बिहार के सभी जिलों के साथ-साथ चेन्नई, चंडीगढ़, दिल्ली, ओडिशा, असम और झारखंड से होकर गुज़रेगी।
इसका उद्देश्य युवाओं में हॉकी के प्रति रुचि जगाना और खेल संस्कृति को बढ़ावा देना है।
कार्यक्रम में हॉकी इंडिया के अध्यक्ष भौला नाथ सिंह और भारतीय टीम के गोलकीपर पी.आर. श्रीजेष भी उपस्थित थे। श्रीजेष ने बिहार की खेल प्रगति की सराहना करते हुए कहा कि राजगीर का नया स्टेडियम अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त है और खिलाड़ियों के लिए सर्वश्रेष्ठ वातावरण प्रदान करता है।
अंत में मुख्यमंत्री को हॉकी इंडिया की ओर से स्मृति चिह्न और शुभंकर ‘चाँद’ का प्रतीक चिन्ह भेंट किया गया। इस अवसर पर एक लघु फिल्म के माध्यम से टूर्नामेंट से संबंधित झलकियाँ भी प्रस्तुत की गईं।
कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, खेल मंत्री सुरेंद्र मेहता, तथा प्रशासन एवं खेल विभाग के अन्य वरीय अधिकारी और ओलंपिक खिलाड़ी भी उपस्थित रहे।