पर्यटन मंत्री ने जापानी प्रतिनिधि मंडल का किया हार्दिक स्वागत एवं अभिनन्दन

पर्यटन के क्षेत्र में अपार संभावनाएं, बुद्ध से जुड़े पर्यटन स्थलों को तेजी से विकसित किया जा रहा-जयवीर सिंह

पर्यटन के विकास के लिए उ0प्र0 के साथ मिलकर काम करेंगे – उपराज्यपाल यामानासी, जापान

लखनऊ 13 फरवरी, 2025

जापान के यामानासी प्रांत के उप राज्यपाल ओसादा के नेतृत्व में राजधानी पधारे जापानी प्रतिनिधि मंडल का हार्दिक अभिनन्दन एवं स्वागत करते हुए प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि उ0प्र0 भगवान बुद्ध की कर्म भूमि रही है। भगवान बुद्ध से जुड़े अधिकांश धर्मस्थल उ0प्र0 में ही स्थित हैं। जहां पर लाखों की संख्या में बौद्ध श्रद्धालु आते रहते हैं। राज्य सरकार इन धर्मस्थलों की महत्ता को देखते हुए पर्यटन विकास संबंधी योजनाओं पर तेजी से काम किया जा रहा है।

जयवीर सिंह ने गोमती नगर के एक स्थानीय होटल में जापानी प्रतिनिधि मंडल का स्वागत किया। उन्होंने जापानी प्रतिनिधि मंडल से बौद्ध पर्यटन स्थलों के विकास एवं पूंजी निवेश सहित कई बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि बौद्ध धर्म की उत्पत्ति उ0प्र0 की धरती पर हुई। भगवान बुद्ध से जुड़े श्रद्धालुओं के लिए उ0प्र0 एक प्रमुख गन्तव्य स्थल है। साथ ही पर्यटन को बढ़ावा देने का भी एक अवसर है। बौद्ध पर्यटकों के वर्ष पर्यन्त उ0प्र0 आने से रोजगार के साथ स्थानीय लोगों को भी लाभ मिल रहा है।

जयवीर सिंह ने कहा कि बौद्ध धर्म से जुड़े पवित्र स्थलों को सम्मिलित करके पर्यटन विकास की कई योजनायें संचालित की जा रही हैं। 12 टूरिज्म सेक्टरों में से 01 योजना बुद्धिष्ट सर्किट भी शामिल है। इसका विकास केन्द्र और राज्य सरकार की प्राथमिकताओं में है। रेल, जल, हवाई और सड़क की बेहतर कनेक्टिविटी पर तेजी से काम किया जा रहा है। उ0प्र0 में सुरक्षा की गारण्टी होने के कारण विदेश से आने वाला हर पर्यटक उ0प्र0 में स्थित अपने पसंदीदा पर्यटन स्थलों को देख सकता है।

पर्यटन मंत्री ने कहा कि भगवान बुद्ध के अनुयायी जापान के साथ-साथ भारत में भी हैं। जो दोनों देशों को भावनात्मक रूप से जोड़ते हैं। वैचारिक और दार्शनिक अध्यात्मिकता के साथ विकास के क्षेत्र में भी खासतौर से उ0प्र0 और जापान आर्थिक रूप से जुड़े हुए हैं। भारत का जापान से सांस्कृतिक एवं अध्यात्मिक संबंध है। यह प्रतिनिधि मंडल दोनों देशों के रिश्तों को और मजबूत करने तथा भगवान बुद्ध से जुड़ने का एक खास मौका देता है। उ0प्र0 में बौद्ध धर्म को और ऊंचाई पर ले जाने के लिए सभी परिस्थितियॉ अनुकूल हैं। उन्होंने कहा कि जापान से रिश्ते भविष्य में और मजबूत होंगे। यामानासी प्रांत के सलाहकार नीरेन्द्र उपाध्याय हैं, जो उ0प्र0 के रहने वाले हैं। उनकी इस दिशा में बड़ी भूमिका है।

जापान के यामानाशी प्रांत के उपराज्यपाल को ओसादा ने कहा कि उत्तर प्रदेश के पावन स्थलों और यहां संभावनाओं को जानकार काफी प्रभावित हूं। जापान में टूरिज्म का मतलब ’ज्ञान का प्रकाश फैलाना’ होता है जो जगह के महत्व को बताता है। हम लोग पर्यटन के विकास के लिए उत्तर प्रदेश के साथ काम करेंगे। निवेश अवसर की तलाश में जापान से एक बड़ा डेलिगेशन उत्तर प्रदेश आएगा। उन्होंने पर्यटन विभाग की ओर से दिए गए प्रस्तावों के लिए आभार जताया।

प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश कुमार मेश्राम ने राज्य में पर्यटन की संभावनाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। विशेष सचिव पर्यटन ईशा प्रिया ने प्रदेश के पर्यटन स्थलों तथा उनके विकास के लिए किए जा रहे कार्यों पर प्रेजेंटेशन दिया। इस दौरान यामानाशी के इंटरनेशनल स्ट्रेटजी डिविजन के डायरेक्टर कोइची फुरुया, निदेशक पर्यटन प्रखर मिश्रा, सलाहकार पर्यटन जेपी सिंह सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

Related Articles

Back to top button
btnimage