मोहनलालगंज व सरोजनी नगर और पारा में अवैध प्लाटिंग पर चला एलडीए का बुलडोजर
इंदिरा नगर में पांच मंजिला अवैध काॅम्पलेक्स सील, गोसाईंगंज, पी0जी0आई0 व मोहनलालगंज क्षेत्र में बिना स्वीकृत मानचित्र के निर्मित किये जा रहे 05 व्यावसायिक निर्माण सील किये गये
लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार के निर्देश पर प्रवर्तन जोन-2, जोन-3 एवं जोन-5 की टीम ने की बड़ी कार्यवाही
लखनऊ विकास प्राधिकरण ने मंगलवार को शहर के विभिन्न इलाकों में अभियान चलाकर अवैध निर्माण/प्लाटिंग के खिलाफ बड़ी कार्यवाही की। प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार के निर्देश पर हरकत में आयी प्रवर्तन टीम ने इंदिरा नगर में अवैध रूप से निर्मित किये गये पांच मंजिला व्यावसायिक काॅम्पलेक्स पर बुलडोजर चलाया। वहीं, मोहनलालगंज व सरोजनी नगर क्षेत्र में लगभग 25 बीघा क्षेत्रफल में की जा रही अवैध प्लाटिंग को ध्वस्त किया गया। इसके अलावा गोसाईंगंज, पी0जी0आई0 व मोहनलालगंज क्षेत्र में बिना स्वीकृत मानचित्र के निर्मित किये जा रहे 05 व्यावसायिक निर्माण सील किये गये।
एलडीए सचिव विवेक श्रीवास्तव ने बताया कि बिल्डर अमर अग्रवाल व अन्य द्वारा इंदिरा नगर के ग्राम-चांदन में मानस सिटी कालोनी के पास भूमि खसरा संख्या-288 पर लगभग 10,000 वर्गफिट क्षेत्रफल में अवैध रूप से पांच मंजिला व्यावसायिक काॅम्पलेक्स का निर्माण करवाया जा रहा था। जिसके लोअर ग्राउंड, अपर ग्राउंड व प्रथम तल पर 24 दुकानें तथा द्वितीय एवं तृतीय तल पर 10 फ्लैट्स बनाये गये थे। प्राधिकरण से मानचित्र स्वीकृत कराये बिना किये गये उक्त निर्माण कार्य के विरूद्ध विहित न्यायालय द्वारा वाद योजित करते हुए ध्वस्तीकरण के आदेश पारित किये गये थे। जिसके अनुपालन में मंगलवार को अपर सचिव ज्ञानेन्द्र वर्मा के नेतृत्व में प्रवर्तन जोन-5 के जोनल अधिकारी रवि नंदन सिंह, सहायक अभियंता शिवा सिंह, अवर अभियंता इम्तियाज अहमद व शिव कुंवर द्वारा प्राधिकरण पुलिस व स्थानीय पुलिस फोर्स की उपस्थिति में अवैध निर्माण को ध्वस्त किया गया।
सरोजनी नगर में 10 बीघा क्षेत्रफल में अवैध प्लाटिंग ध्वस्त
प्रवर्तन जोन-3 की जोनल अधिकारी वन्दना पाण्डेय ने बताया कि संतोष कुमार रावत व एसकाॅन इन्फ्रा डेवलपर्स प्रा0लि0 द्वारा सरोजनी नगर के ग्राम-अमौसी में टी0एस0 मिश्रा अस्पताल के पीछे लगभग 10 बीघा क्षेत्रफल में अनाधिकृत रूप से प्लाटिंग का कार्य करते हुए अवैध कालोनी विकसित की जा रही थी। जिसके विरूद्ध विहित न्यायालय द्वारा ध्वस्तीकरण के आदेश पारित किये गये थे। इसके अनुपालन में सहायक अभियंता अनूप श्रीवास्तव के नेतृत्व में अवर अभियंता एस0के0 सिंह व राम चौहान द्वारा पुलिस बल के सहयोग से अवैध प्लाटिंग के ध्वस्तीकरण की कार्यवाही करायी गयी। इस दौरान विकासकर्ता द्वारा स्थल पर निर्मित की गयी सड़क, नाली, बाउन्ड्रीवाॅल, बिजली के खम्भे आदि को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया गया।
किसान पथ के पास 02 अवैध प्लाटिंग पर कार्यवाही
प्रवर्तन जोन-2 के जोनल अधिकारी अतुल कृष्ण सिंह ने बताया कि विनय पाण्डेय, भोलानाथ मिश्रा, के0के0 द्विवेदी व अन्य द्वारा मोहनलालगंज के ग्राम-पूरनपुर में किसान पथ के किनारे लगभग 08 बीघा क्षेत्रफल में अवैध प्लाटिंग की जा रहा था। इसके अलावा बृजेश यादव व अन्य द्वारा ग्राम-पूरनपुर में किसान पथ के किनारे लगभग 07 बीघा क्षेत्रफल में प्लाटिंग का कार्य कराया जा रहा था। प्राधिकरण से ले-आउट स्वीकृत कराये बिना अवैध तरीके से की जा रही उक्त दोनों प्लाटिंग को पूर्व में ध्वस्त किया गया था। लेकिन, विपक्षियों द्वारा पुनः स्थल पर विकास कार्य कराते हुए भूखण्ड बेचने का प्रयास किया जा रहा था। मंगलवार को स्थल निरीक्षण में इसका खुलासा होने पर सहायक अभियंता राम सागर वर्मा, अवर अभियंता भरत पाण्डेय व प्रमोद कुमार पाण्डेय द्वारा उक्त दोनों अवैध प्लाटिंग पर किये गये विकास कार्यों को पुनः ध्वस्त किया गया।
05 अवैध व्यावसायिक निर्माण सील
प्रवर्तन जोन-2 के जोनल अधिकारी अतुल कृष्ण सिंह ने बताया कि मुलायम सिंह, निर्भय सिंह व अमर सिंह द्वारा गोसाईंगंज के दाउद नगर में मुख्य नगराम रोड पर लगभग 1200 वर्गफिट क्षेत्रफल के भूखण्ड पर व्यावसायिक काॅम्पलेक्स का निर्माण कराया जा रहा था। वहीं, राम मिलन यादव व अन्य द्वारा दाउद नगर, नगराम रोड पर लगभग 2400 वर्गफिट क्षेत्रफल के भूखण्ड पर दुकानों का निर्माण कराया जा रहा था। इसी तरह राम लखन सिंह, पवन कुमार व अन्य द्वारा ग्र्राम-पूरनपुर, किसान पथ से आगे नगराम रोड पर लगभग 3000 वर्गफिट क्षेत्रफल के भूखण्ड पर व्यावसायिक निर्माण कराया जा रहा था। इसके अलावा राजवीर सिंह यादव द्वारा मोहनलालगंज के ग्राम-भौन्दरी के मुरूई बाजार में 1200 वर्गफिट क्षेत्रफल के भूखण्ड पर काॅम्पलेक्स बनवाया जा रहा था। वहीं, रमेश चन्द्र व अन्य द्वारा पी0जी0आई0 थानाक्षेत्र की साउथ सिटी के सेक्टर-जी में लगभग 400 वर्गमीटर क्षेत्रफल के भूखण्ड पर व्यावसायिक निर्माण कराया जा रहा था। उक्त पांच अवैध निर्माणों को प्रवर्तन दल द्वारा सील कर दिया गया।