देश के प्रथम 10 आकांक्षात्मक जनपदों में उ0प्र0 के 06 जनपद शामिल : योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री ने उ0प्र0 के आकांक्षात्मक जनपदों एवं आकांक्षात्मक विकास खण्डों की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की

आकांक्षात्मक जनपद और विकास खण्ड जैसे कार्यक्रम ‘सबका साथ, सबका विकास’ को धरातल पर उतारने का प्रभावी माध्यम बन रहे, उ0प्र0 इस दिशा में एक राष्ट्रीय मॉडल के रूप में स्थापित हो रहा : मुख्यमंत्रीमुख्यमंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों को आकांक्षात्मक जनपदों और आकांक्षात्मक विकास खण्डों में आये बदलाव का स्थलीय परीक्षण करने के लिए भ्रमण करने के निर्देश दियेनीति आयोग द्वारा संचालित इन कार्यक्रमों के माध्यम से अंतिम पंक्ति के व्यक्ति तक सेवा एवं विकास की पहुंच सुनिश्चित करना शासन की प्राथमिकताआकांक्षात्मक जनपदों में निरंतर प्रयास, समीक्षा और अनुश्रवण के कारण उल्लेखनीय सुधार देखने को मिल रहादेश के प्रथम 10 आकांक्षात्मक जनपदों में उ0प्र0 के 06 जनपद सम्मिलितमुख्यमंत्री ने आकांक्षात्मक विकास खण्डों में तैनात सी0एम0 फेलो की जिम्मेदारी और जवाबदेही सुनिश्चित करने के निर्देश दियेतीन वर्ष का कार्यकाल पूरा होने पर सी0एम0 फेलो की रैंकिंग तैयार की जाएराज्य सरकार, सी0एम0 फेलो को शासकीय सेवा में आने पर वेटेज देगी, इस सम्बन्ध में नियमावली तैयार की जा रही
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आकांक्षात्मक जनपदों और आकांक्षात्मक विकास खण्डों में आये बदलाव का स्थलीय परीक्षण करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को भ्रमण पर भेजने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि 08 आकांक्षात्मक जनपदों में प्रमुख सचिव/सचिव स्तर के 08 अलग-अलग अधिकारियों को 03 दिन के दौरे पर भेजा जाए, इसी तरह, 108 आकांक्षात्मक जनपदों में भ्रमण के लिए विशेष सचिव स्तर के 108 अधिकारियों को भेजा जाए। उन्होंने कहा कि यह अधिकारी इन कार्यक्रमों के प्रारम्भ से अब तक इन क्षेत्रों में आये वास्तविक बदलाव का स्थलीय निरीक्षण करें और विस्तृत रिपोर्ट तैयार करें। भ्रमण के लिए प्रमुख सचिव/सचिव तथा विशेष सचिव की सूची मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा तैयार की जाए।
मुख्यमंत्री ने आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक में उत्तर प्रदेश के आकांक्षात्मक जनपदों एवं आकांक्षात्मक विकास खण्डों की अद्यतन स्थिति की गहन समीक्षा की। उन्होंने कहा कि नीति आयोग द्वारा संचालित इन कार्यक्रमों के माध्यम से शासन की प्राथमिकता अंतिम पंक्ति के व्यक्ति तक सेवा एवं विकास की पहुंच सुनिश्चित करना है। मुख्यमंत्री जी ने इन कार्यक्रमों को ‘अन्त्योदय’ की संकल्पना का जीवन्त उदाहरण बताते हुए प्रत्येक जनपद एवं विकास खण्ड को सतत निगरानी और परिणाम आधारित रणनीति से आगे बढ़ाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आकांक्षात्मक जनपदों में निरंतर प्रयास, समीक्षा और अनुश्रवण के कारण उल्लेखनीय सुधार देखने को मिल रहा है। यह संतोषजनक है कि देश के प्रथम 10 आकांक्षात्मक जनपदों में उत्तर प्रदेश के 06 जनपद सम्मिलित हैं। स्वास्थ्य एवं पुष्टाहार क्षेत्र में बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, चंदौली, सोनभद्र, श्रावस्ती और फतेहपुर देश के टॉप-10 जिलों में शामिल हैं। इसी प्रकार, शिक्षा के क्षेत्र में बलरामपुर, सोनभद्र, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर और चित्रकूट ने भी देश स्तर पर शीर्ष 10 में स्थान बनाया है। वित्तीय समावेशन एवं कौशल विकास श्रेणी में सिद्धार्थनगर पांचवें स्थान पर है।
बैठक में आकांक्षात्मक विकास खण्डों की प्रगति पर भी चर्चा की गई। मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि ब्लॉक डेवेलपमेण्ट स्ट्रेटेजी के सफल क्रियान्वयन का परिणाम है कि मार्च 2024 में 21 इण्डीकेटर्स में 108 आकांक्षात्मक विकास खण्डों का औसत प्रदर्शन राज्य औसत से बेहतर रहा। मार्च 2025 में यह संख्या बढ़कर 24 इण्डीकेटर्स तक पहुँच गई है। इतना ही नहीं, 03 इण्डीकेटर्स में प्रदेश के सभी 108 विकास खण्डों की प्रगति राज्य औसत से अधिक हो गई है। वहीं 19 इण्डीकेटर्स में कम प्रगति करने वाले विकास खण्डों की संख्या में भी उल्लेखनीय कमी आई है। मुख्यमंत्री जी ने इसे राज्य के लिए बड़ी उपलब्धि बताते हुए इस प्रगति को बनाए रखने के निर्देश दिए।
प्रगति रिपोर्ट में अवगत कराया गया कि मार्च, 2023 से मार्च, 2024 की अवधि में ओवरऑल डेल्टा रैंकिंग में औरई (संत रविदास नगर) विकास खण्ड ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है। स्वास्थ्य एवं पोषण श्रेणी में रिछा (बरेली) ने, शिक्षा में चहनिया (चंदौली) ने, कृषि एवं संबद्ध सेवाओं में सलारपुर (बदायूं) ने, आधारभूत अवसंरचना में खेसरहा (सिद्धार्थनगर) ने और सामाजिक विकास श्रेणी में शुकुलबाजार (अमेठी) ने शीर्ष स्थान हासिल किया।
मुख्यमंत्री ने आकांक्षात्मक विकास खण्डों में तैनात सी0एम0 फेलो की जिम्मेदारी और जवाबदेही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सी0एम0 फेलो के कार्यों की साप्ताहिक मॉनीटरिंग हो। उन्होंने कहा कि अब इनकी तैनाती के लगभग ढाई वर्ष हो चुके हैं। तीन वर्ष का कार्यकाल पूरा होने पर इनकी रैंकिंग तैयार की जाए। राज्य सरकार, सी0एम0 फेलो को शासकीय सेवा में आने पर वेटेज भी देगी। इस सम्बन्ध में नियमावली तैयार की जा रही है।
समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि आकांक्षात्मक जनपदों और विकास खण्डों में बी0डी0ओ0, सी0डी0ओ0, चिकित्साधिकारी, पशु चिकित्साधिकारी, ए0डी0ओ0 पंचायत, खण्ड शिक्षाधिकारी और अन्य महत्वपूर्ण पद रिक्त न रहें। जहां भी पद रिक्त हैं, बिना विलम्ब तैनाती की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि इन क्षेत्रों में योजनाओं के सुचारु क्रियान्वयन के लिए माइक्रो प्लानिंग की जाए और नियमित अनुश्रवण हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिलों में जनपद स्तरीय बैंकर्स कमेटी और राज्य स्तर पर राज्य स्तरीय बैंकर्स कमेटी की नियमित अंतराल पर बैठक होती रहे। वित्तीय समावेशन के लिए बैंकों से समन्वय बनाये रखें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का स्पष्ट लक्ष्य है कि किसी भी जनपद, ब्लॉक या व्यक्ति को विकास के लाभ से वंचित न रखा जाए। आकांक्षात्मक जनपद और विकास खण्ड जैसे कार्यक्रम ‘सबका साथ, सबका विकास’ को धरातल पर उतारने का प्रभावी माध्यम बन रहे हैं और उत्तर प्रदेश इस दिशा में एक राष्ट्रीय मॉडल के रूप में स्थापित हो रहा है।