मुख्य सचिव से 2023 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के 16 प्रशिक्षु अधिकारियों ने भेंट की

लखनऊ: प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने उत्तर प्रदेश संवर्ग के भारतीय प्रशासनिक सेवा (2023) के 16 प्रशिक्षु अधिकारियों से भेंट किया।

अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने प्रशिक्षु अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि उन्हें उत्तर प्रदेश में बड़ी जिम्मेदारी मिली है।  आज के दौर में जन आकांक्षाएं तेजी से बढ़ रही है। पब्लिक सर्वेंट के लिए आने वाले समय में बड़ी चुनौतियां आएंगी, जिनका उन्हें समाधान निकालना होगा। सिविल सेवकों को अपने कार्यों, निर्णयों और सार्वजनिक संसाधनों के उपयोग की जवाबदेही खुद तय करनी होगी। वह अपनी सेवा के माध्यम से देश-प्रदेश की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में प्रमुख भूमिका का निर्वहन कर सकते हैं।

उन्होंने कहा कि इंटीग्रिटी आपकी बेस्ट स्ट्रेन्थ है। अपने अंदर घमंड न रखें। हम कोई भी कार्य अकेले नहीं कर सकते हैं,  इसलिए टीम भावना से कार्य करना होगा। हमारा कार्य आम नागरिकों के चेहरे पर खुशियां लाना है। समानता के सिद्धांतों को कायम रखते हुए आम नागरिकों को उनकी पृष्ठभूमि या संबद्धता की परवाह किए बिना समान अवसर देकर और उचित व्यवहार करके उनमें शासन के प्रति विश्वास जगाना होगा।

उन्होंने कहा कि सिविल सेवा के अधिकारियों की एक अहम जिम्मेदारी होती है कि सरकारी योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक पात्र लोगों मिले, उनके जीवन में किस प्रकार से बदलाव लाया जाये, इस दिशा में गंभीरतापूर्वक कार्य करना होगा। उन्होंने प्रशिक्षु अधिकारियों को समय का सदुपयोग करने, बेहतर स्वास्थ्य के लिए नियमित योगाभ्यास करने और नवीनतम टेक्नोलॉजी से स्वयं को अपडेट रखने की भी सलाह दी।

प्रशिक्षु अधिकारियों में इशिता किशोर, स्मृति मिश्रा, स्वाती शर्मा, शिशिर कुमार सिंह, वैशाली, गुंजिता अग्रवाल, नितिन सिंह, अनुभव सिंह, सई आश्रित शाखमुरी, नारायणी भाटिया, महेन्द्र सिंह, चलुवराजु आर, काव्या सी, दीपक सिंघनवाल, साहिल कुमार व रिंकू सिंह राही शामिल थे।

इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी, उत्तर प्रदेश प्रशासन एवं प्रबंधन अकादमी निदेशक नीना शर्मा, अपर निदेशक डॉक्टर गरिमा यादव सहित अन्य अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।

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