ग्राम विकास अधिकारी हरिशंकर वर्मा निलंबित, जिंदा व्यक्ति को दिखाया मृतक

अंबेडकर नगर।
ब्यूरो चीफ राघवेन्द्र पाठक।
फर्जी अभिलेखो के आधार पर बिना परीक्षण के ही जीवित व्यक्ति को मृतक दर्ज कर अपने पद का दुरूपयोग करने के लिए आखिरकार ग्राम विकास अधिकारी हरिशंकर वर्मा को जिला विकास अधिकारी वीरेंद्र सिंह ने निलंबित कर दिया। जांच में यह बात स्पष्ट हुई थी की जिस व्यक्ति को परिवार रजिस्टर में मृतक दिखाया गया था उस व्यक्ति के मृत होने की कोई जानकारी है।
वही विभागीय अधिकारी भी ग्राम विकास अधिकारी को बचाने में लगे रहे जो चर्चा का विषय बना हुआ था। मामला कटेहरी विकास खण्ड के मौरापारा का था। मौरापारा निवासी परमानन्द मिश्र को जीवित रहते हुए फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र के आधार पर परिवार रजिस्टर में मृतक दर्ज कर मृत्यु का दिनांक 09.12.1992 अंकित किया गया था। परमानन्द मिश्र का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र जिसके आधार पर उन्हें मृतक दर्ज किया गया था उसमे मृत्यु के स्थान का कालम रिक्त था जबकि मृत्यु प्रमाण पत्र में मृत्यु की तिथि एवं मृत्यु का स्थान अनिवार्य रूप से लिखा जाना चाहिए था। परमानन्द के भतीजे देव नारायण मिश्रा ने मामले की शिकायत की थी।
जिला विकास अधिकारी ने खण्ड विकास अधिकारी भीटी को पंद्रह दिन के अंदर विस्तृत आरोप पत्र गठित करने का निर्देश दिया है।