मध्यांचल में भ्रष्टाचारियों की नहीं है कमी…वेतन पड़ रहा कम…MD ने की कार्यवाही

प्रबन्ध निदेशक, मध्यांचल द्वारा की गयी उपखण्ड अधिकारी, विद्युत नगरीय वितरण उपखण्ड-तालकटोरा के निलम्बन की कार्यवाही

जिलाधिकारी, लखनऊ की अध्यक्षता में उद्योग बन्धु समिति, लखनऊ की आहूत बैठक में मेसर्स मुकुन्द लाल इण्डस्ट्रीज, तालकटोरा द्वारा टैरिफ चेंज एवं भार वृद्धि का आवेदन ऐशबाग खण्ड कार्यालय में जमा किया गया। जिस पर उपखण्ड अधिकारी तालकटोरा को तकनीकी संभाव्यता रिपोर्ट प्रेषित करनी थी, जोकि अद्यतन प्रतिक्षित है। उक्त प्रकरण के निस्तारित न होने के अतिरिक्त उत्कोच की मांग संबन्धी बिन्दु भी प्रकाश में आया जिससे अधिशासी अभियन्ता, ऐशबाग को जिलाधिकारी महोदय के समक्ष असहजता का सामना करना पड़ा। आवेदन को लगभग एक माह अपने कार्यालय में बिना किसी कार्यवाही किये रोके रखने पर उपखण्ड अधिकारी, तालकटोरा की भूमिका संदिग्ध प्रतीत होती है तथा इससे विभाग की छवि भी धूमिल हुई है।

अधिशासी अभियन्ता, ऐशबाग द्वारा उपरोक्त के अतिरिक्त यह भी अवगत कराया गया कि श्री महेन्द्र कुमार, उपखण्ड अधिकारी द्वारा पूर्व में उपभोक्ताओं से सही से व्यवहार ना करने की शिकायत मौखिक रुप से कई बार प्राप्त हो चुकी है। उपखण्ड अधिकारी, तालकटोरा के उपरोक्त कृत्य से विभाग को राजस्व हानि हुई है तथा इसे शासन की मंशा Ease Of Doing Business के अनुरुप भी नहीं पाया गया है।

जिस पर कार्यवाही करते हुये प्रबन्ध निदेशक, मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लि0 ने इं0 महेन्द्र कुमार(2019028) उपखण्ड अधिकारी, विद्युत नगरीय वितरण उपखण्ड-तालकटोरा, लखनऊ को प्रथम दृष्टया दोषी पाये जाने के पर्याप्त साक्ष्य के दृष्टिगत तत्काल निलंबित करते हुये कार्यालय मुख्य अभियन्ता (वि0) लखनऊ सेण्ट्रल, लखनऊ से सम्बद्ध किया जाता है।

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