एलडीए द्वारा बनाए गए पीएम आवास की एक महीने में खुलने लगी पोल, जिम्मेदार कौन?

राजधानी लखनऊ में हरदोई रोड स्थित बसंतकुंज योजना अंतर्गत बने प्रधानमंत्री आवास भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुके हैं…अभी आवास बनकर तैयार ही हुए थे कि आनन फानन में अकबरनगर विस्थापितों को यहां शिफ्ट कर दिया गया। नतीजा यह हुआ कि भ्रष्टाचार की पोल खुलने लगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महत्वाकांक्षी योजना को भी एलडीए के अफसरों ने भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दिया है। यह कोई नई बात नहीं है लखनऊ में एलडीए द्वारा बनाए गए फ्लैटों में ऐसे छोटी मोटी समस्याएं बनी रहती है ताकि अधिकारी मेंटेनेंस के नाम पर अपना मतलब सिद्ध कर सकें।
अबकरनगर के लोग जैसे तैसे यहां अव्यवस्थाओं में रहने पहुंचे, तब उच्च अधिकारियों ने आधे अधूरे कार्य को पूरा करना शुरू करवाया। लेकिन मामला यहीं नहीं रुका.. विस्थापितों को यहां पर पहले मूलभूत सुविधाएं नहीं मिली। जिसके बाद अखबारों में खबर प्रकाशित होने के बाद एलडीए के अधिकारी जागे और व्यवस्थायें करवाना शुरू किया।
आपको बता दें कि अकबर नगर विस्थापित के यहां आ जाने के एक महीने के अंदर बसंतकुंज योजना में बने प्रधानमंत्री आवासों में किए गए भ्रष्टाचार जग जाहिर होते नजर आ रहे हैं। पीएम आवास बनाने में प्रयोग की गई सामग्री से लेकर मटेरियल तक इतना खराब है कि हकीकत सामने आने लगी है।
आपको जानकर हैरानी होगी कि बसंतकुंज योजना अंतर्गत बने प्रधानमंत्री आवासों में पाइपों से पानी बहना शुरू हो गया है जिससे दीवारों में सीलन आना शुरू हो गई है। जोकि कभी भी एक बड़े हादसे कोई अंजाम दे सकती है।
फैले हैं खुले बिजली के तार, हो सकता है हादसा
हद तो इस बात की है कि पीएम आवास में लोग रहने लगे हैं और ठेकेदार जुगाड़ के भरोसे पानी का समरसेबिल संचालित करवा रहे हैं। खुलेआम बिजली के तारों से जुगाड़ लगाकर निर्माण कार्य करवाया जा रहा है। जिससे कभी भी कोई घटना घटित हो सकती है जिसका जिम्मेदार कौन होगा?
लखनऊ के समाजसेवी विवेक शर्मा का कहना है कि प्राधिकरण के जिम्मेदार अभियंताओं और अफसरों ने लोगों की जान से खेलने का शगल बनाया हुआ है…जब जीवन भर की जमा पूंजी बहुमंजिला अपार्टमेंटों वासियों ने जमा की…जिनको ये मूलभूत सुविधाएं तक उपलब्ध ना करवा सके..तो अकरबर से विस्थापितों को कहां से उपलब्ध करवा सकेंगे? कृपा प्राप्त अनुभवहीन कार्यदाई संस्थाओं को कार्य आवंटित किया गया था…इसकी जांच होनी चाहिए।