एलडीए कार्यालय में युवक ने किया हंगामा, मकान गिराए जाने से नाराज होकर दी आत्महत्या की धमकी

लखनऊ, 21 अगस्त 2025
लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) कार्यालय में गुरुवार को आयोजित जनसुनवाई के दौरान उस समय हंगामा मच गया, जब अलीगंज के चांदगंज से आए एक युवक ने अधिकारियों पर अपने मकान को अवैध रूप से गिराने का आरोप लगाते हुए आत्मघाती बयान दे डाले। स्थिति उस वक्त और बिगड़ गई जब अधिशासी अभियंता ने युवक के साथ हाथापाई करने की कोशिश की, हालांकि मौके पर मौजूद पुलिस ने तत्काल हस्तक्षेप कर मामला शांत कराया।

क्या था विवाद?

चांदगंज निवासी निरंजन अग्रवाल के मकान को करीब एक महीने पहले LDA द्वारा अवैध निर्माण बताते हुए ध्वस्त कर दिया गया था। यह कार्रवाई हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के क्रम में की गई थी।


प्राधिकरण दिवस पर निरंजन अग्रवाल अपने बेटे गौरव अग्रवाल के साथ शिकायत दर्ज कराने पहुंचे थे। जब अधिकारियों ने उन्हें बताया कि मकान अदालत के आदेश पर गिराया गया है, तो गौरव उत्तेजित हो गए और उन्होंने कहा:

“मुझे फांसी चढ़ा दो, मेरे पिता को गोली मार दो।”

इस तरह की बात सुनकर अधिशासी अभियंता संजीव कुमार गुप्ता ने गुस्से में आकर युवक को पीटने की कोशिश की, लेकिन जिसे पुलिस ने बीच में आकर रोका लिया।

माफी और काउंसलिंग

बाद में, मौके पर पहुंचे LDA के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने गौरव को समझाया-बुझाया। गौरव ने अपनी बातों के लिए माफी मांगी और स्वीकार किया कि उसे इस तरह से नहीं बोलना चाहिए था।


गौरव ने यह भी आरोप लगाया कि कुछ लोगों ने उसके साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की थी। चूंकि उसने आत्महत्या जैसी बात कही थी, इसलिए गोमती नगर पुलिस को उसकी काउंसलिंग कराने के निर्देश दिए गए हैं।

38 में से 11 मामलों का निपटारा

LDA प्राधिकरण दिवस पर कुल 38 शिकायतें दर्ज की गईं, जिनमें से 11 मामलों का समाधान मौके पर ही कर दिया गया। अधिकतर शिकायतें जमीन पर कब्जा, अवैध निर्माण और मकान आवंटन से जुड़ी थीं। सिर्फ गौरव अग्रवाल का मामला विवादास्पद रहा।

यह घटना प्रशासनिक व्यवस्था और आम नागरिक की निराशा के बीच बढ़ते तनाव को दर्शाती है। जहां एक ओर LDA का पक्ष कानूनी प्रक्रिया के अनुरूप था, वहीं नागरिक की प्रतिक्रिया यह दिखाती है कि न्यायिक निर्णयों का सामाजिक और मानसिक असर भी गहराई से महसूस किया जाता है।

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