लखनऊ नगर निगम में कौन है चोर…कर्मचारी या अधिकारी?..क्यों खाते हैं जगह जगह जनता से मार..?

लखनऊ नगर निगम में आखिर चोर कौन है और कहां पीछे बैठे हैं। नगर निगम के प्रकाश मार्ग वाले स्ट्रीट लाइटों को रातों रात ऐसे चोरी करवाते हैं जैसे उनके घर के गोदाम में रखी लाइट हो…प्रकाश मार्ग के कर्मचारी जनता को मिलने वाली स्ट्रीट लाइटें वीवीआईपी और नेताओं के यहां चंद पैसे में बेच देते हैं या फिर उनके चाहने वालों के यहां लगाकर अपना कुछ खर्चा निकाल लेते हैं।
राजधानी लखनऊ की सड़क और गलियों में स्ट्रीट लाइटें इतनी खराब पड़ी हैं कि विभाग के अधिकारी और कर्मचारी देखने तक यहां आते नहीं हैं। लेकिन उनका बस चले तो लाइट को खराब बताकर निकाल ले जाते और दूसरों को चंद रुपए में बेच देते हैं। जिसमें कर्मचारी से लेकर अधिकारी तक मोटा नजराना महीने में बना लेते हैं।
प्रकाश मार्ग वाले अपनी मनमाही के चलते निजी लोगो को स्ट्रीट लाइटों का लाभ दे रहे हैं और लखनऊ नरक निगम के नगर आयुक्त और अन्य अधिकारी अपना मौन व्रत रखकर इस चोरी में अपनी प्रतिभागिता दर्ज कराने में मस्त हैं।
नगर निगम के कर्मचारी ऐसे ही गोलमाल करके अपने अधिकारी को खुश करने में लगे रहते हैं जिसमें चलते लखनऊ जैसे शहर की स्थिति दयनीय होती जा रही है।
सच तो यही है कि लखनऊ नगर निगम में कर्मचारी से लेकर अधिकारी तक सबके सब चोर है क्योंकि इनके आगे किसी की चलती नहीं…इसीलिए नरक निगम के कर्मचारी कभी सड़क पर नेताओं से, तो कभी जनता के हाथों से पीते जाने की खबर आती रहती हैं जोकि बिल्कुल सच बात है।