जलशक्ति मंत्री स्वतन्त्र देव सिंह ने गिरिजापुरी बैराज का किया निरीक्षण
कटान प्रभावित ग्रामों के लिए कार्ययोजना तैयार करने के दिये निर्देश, बैराज की क्षमता तथा वाटर डिस्चार्ज के सम्बन्ध में प्राप्त की जानकारी

जल शक्ति विभाग मंत्री (सिंचाई एवं जल संसाधन, बाढ़ नियंत्रण, परती भूमि विकास, लघु सिंचाई, नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग) स्वतन्त्र देव सिंह ने प्रमुख सचिव सिंचाई अनिल गर्ग के साथ जनपद भ्रमण के दौरान गिरिजापुरी बैराज का निरीक्षण कर नदियों का जल स्तर, वाटर डिस्चार्ज तथा बैराज की क्षमता इत्यादि के बारे में जानकारी प्राप्त करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिये। बैराज निरीक्षण के दौरान ग्राम चहलवा, विजय नगर, मोहरावा व जंगल गुलरिहा आदि कटान प्रभावित ग्रामों के ग्रामवासियों ने मंत्री से ग्राम को कटान से सुरक्षित कराये जाने के अनुरोध पर विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि सम्बन्धित ग्रामों हेतु कटान रोधी कार्य का प्रस्ताव तैयार किया जाय।
निरीक्षण के उपरान्त गिरिजा बैराज स्थित बाढ़ नियंत्रण कक्ष में विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर जनपद में बाढ़ व कटान की स्थिति की जानकारी प्राप्त करते हुए अधि.अभि. सरयम नहर ड्रेनेज खण्ड जे.पी. वर्मा को निर्देश दिया कि जनपद में हुई कटान से सम्बन्धित विवरण उपलब्ध करायें। सिंचाई मंत्री ने यह भी निर्देष दिया कि अधि.अभि. गिरिजापुरी बैराज व ड्रेनेज खण्ड को निर्देश दिया कि संयुक्त रूप से घाघरा में मिजने वाले नेपाल राष्ट्र के नदी-नालों इत्यादि के विषय गहन अध्ययन कर विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर उपलब्ध करायें। प्रमुख सचिव गर्ग ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि घाघरा नदी की सिल्ट सफाई के लिए कार्ययोजना तैयार करें।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चन्द्र, अधीक्षण अभियन्ता सिंचाई रजनीकान्त अग्रवाल व बाढ़ खण्ड के श्याम जी चौबे, विभागाध्यक्ष संदीप कुमार, उप जिलाधिकारी मिहींपुरवा (मोतीपुर) राम दयाल, पुलिस क्षेत्राधिकारी हर्षिका तिवारी, नोडल अधि.अधि. सरयू नहर खण्ड-5 दिनेश कुमार, अधि.अभि. सरयू नहर ड्रेनेज खण्ड जे.पी. वर्मा, अधि.अभि. जल निगम सूरज वर्मा, खण्ड विकास अधिकारी मिहींपुरवा विनोद यादव सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।