भूजल संरक्षण के लिए आम जनमानस में जागरूकता बढ़ाने की ज़रूरत : स्वतंत्र देव सिंह

  • जल संरक्षण बहुत ज़रूरी है, इसे एक जनआंदोलन का रूप देना होगा -मंत्री स्वतंत्र देव सिंह

लखनऊ 22 जुलाई, 2024
प्रदेश के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि भूजल के संरक्षण के लिए आम जनमानस में जागरूकता बढ़ाने की ज़रूरत है। जल, हमारी पृथ्वी का जीवन रक्त है, जो जीवन को बनाए रखता है। भूजल एक प्राकृतिक संसाधन है जो हमारी ज़रूरतों को पूरा करता है। अत्यधिक दोहन के कारण यह प्राकृतिक संसाधन संकटग्रस्त स्थिति में पहुँच गया है। यह हमारे लिए लगभग उतना ही ज़रूरी है जितना ऑक्सीजन। उन्होंने कहा कि आज यह आवश्यक हो गया है कि हम जल संरक्षण को त्वरित गति प्रदान करें एवं इसे सर्वाेच्च प्राथमिकता दें। जल का संरक्षण बहुत ज़रूरी है, जल संचयन को एक जनआंदोलन का रूप देना होगा। उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने यह विचार आज भूगर्भ जल निदेशालय के सभागार में आयोजित भूगर्भ जल सप्ताह के समापन समारोह के अवसर पर व्यक्त किया। जलशक्ति मंत्री ने इसके उपरांत भूगर्भ निदेशालय के परिसर तथा वाल्मी (उत्तर प्रदेश जल एवं भूमि प्रबंधन संस्थान) में वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया।

उल्लेखनीय है कि प्रदेश में आम जनमानस को भूजल के महत्व एवं भूजल संरक्षण के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से गत वर्षों की भांति इस वर्ष भी 16 जुलाई से 22 जुलाई के मध्य ’भूजल सप्ताह’ का आयोजन किया गया। इस दौरान विभिन्न प्रकार की गतिविधियों जैसे कि ’जल कोष यात्रा’, जनसभाएं, प्रभात फेरी, विद्यालयों में जल संरक्षण विषय पर आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं एवं लघु गोष्ठी, इत्यादि के माध्यम से प्रदेश में आम जनमानस में भूजल के महत्व के प्रति व्यापक जागरूकता सृजित करने का अभिनव प्रयास किया गया है।

जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने इस अवसर पर कहा कि प्रदेश सरकार भूजल प्रबन्धन एवं संरक्षण हेतु प्रतिबद्ध है एवं इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए प्रदेश की स्थानीय आवश्यकताओं और भूगर्भ जल परिस्थितियों के अनुरूप उत्तर प्रदेश भूगर्भ जल (प्रबन्धन एवं विनियमन) अधिनियम-2019 लागू किया गया है। जल संचयन एवं सम्वर्द्धन की दिशा में प्रयास करते हुए विभिन्न शासकीय योजनाओं के अन्तर्गत भूजल रिचार्जिंग के कार्य निरन्तर कराए जा रहे हैं। इसके साथ ही प्रदेश के शासकीय, अर्द्धशासकीय भवनों तथा स्कूल-कालेजों के भवनों पर रूफटाप रेन वाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली की अनिवार्य रूप से स्थापना को अधिनियम के प्राविधानों में सम्मिलित किया गया है तथा इस विषय में निरन्तर प्रभावी प्रयास किए जा रहे हैं।

स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि विकास खण्डों मे जल संकट के स्थायी समाधान के लिए भारत सरकार द्वारा नवीन पहल करते हुए अटल भूजल योजना प्रदेश के बुन्देलखण्ड क्षेत्र के महोबा, झाँसी, बाँदा, चित्रकूट, हमीरपुर, ललितपुर जनपदों के 20 विकासखण्ड तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर, शामली, बागपत, मेरठ जनपद के 06 विकासखण्ड समेत कुल चयनित 26 विकासखण्डों में लागू की गई है। अटल भूजल योजना से होने वाले लाभकारी परिणामों से प्रेरित होकर माननीय मुख्यमंत्री जी के द्वारा प्रदेश के समस्त जनपदों में इसी योजना की तरह उत्तर प्रदेश अटल भूजल योजना लागू किये जाने का निर्णय लिया गया। इस योजना में हर ग्राम पंचायत के भूजल संसाधनों का अध्ययन करते हुए वाटर सिक्योरिटी प्लान बनाया जाएगा। इसी योजना के सुलभ संचालन हेतु एक ऑनलाइन वेब पोर्टल भूगर्भ जल विभाग द्वारा विकसित किया गया है जिसका आज विमोचन किया जा रहा है। इस ऑनलाइन वेब पोर्टल के सहयोग से हम प्रदेश की समस्त ग्राम पंचायतों के लिए एक साइंटिफिक वाटर सिक्योरिटी प्लान का विकास करेंगे जिसका क्रियान्वयन इन ग्राम पंचायतों के नागरिकों के लिए जल सुरक्षा की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा।

जलशक्ति राज्य मंत्री रामकेश निषाद, पद्मश्री उमा शंकर पाण्डेय, प्रमुख सचिव, नमामि गंगे तथा ग्रामीण जलापूर्ति विभाग अनुराग श्रीवास्तव, विशेष सचिव अरूण कुमार, परमार्थ समाज सेवी संस्था के संजय सिंह एवं जल संचयन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य कर रही विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधिगण उपस्थित थे।

Related Articles

Back to top button
btnimage