मुख्यमंत्री ने अयोध्या में संचालित अवस्थापना विकास परियोजनाओं की समीक्षा की
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक में अयोध्या में संचालित अवस्थापना विकास सम्बन्धी परियोजनाओं की समीक्षा की तथा श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के सुरक्षा प्रबन्धन की कार्ययोजना के सम्बन्ध में विचार-विमर्श करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरी दुनिया की दृष्टि अयोध्या की ओर है। हर आस्थावान अयोध्या आने को आतुर है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में धर्मनगरी अयोध्या का विकास त्रेतायुगीन वैभव के अनुरूप किया जा रहा है। अयोध्या में पुरातन संस्कृति, सभ्यता के संरक्षण के साथ-साथ भविष्य की जरूरतों को देखते हुए आधुनिक पैमाने पर सभी नगरीय सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश सरकार संकल्पित है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अतिशीघ्र अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का लोकार्पण होना है। प्रधानमंत्री की भावनाओं के अनुरूप अयोध्या के समग्र विकास की हर परियोजना शासन की प्राथमिकता है। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के लोकार्पण से पूर्व अवधपुरी को सजाया जाए। मठ-मंदिरों की रंगाई-पुताई कराई जाए। पूरे शहर में एक समान थीम पर फसाड लाइटिंग कराई जाए। नगर की गलियों-भीतरी सड़कों को बेहतर किया जाए। नगर में कहीं भी जलभराव न हो और नालियां ढकी हुई हों।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या के मूल निवासियों के लगभग 100 गुना अधिक संख्या में श्रद्धालुओं/पर्यटकों की उपस्थिति वहां हो रही है। ऐसे में नगर विकास विभाग स्वच्छता के लिए विशेष प्रबंध करे। अयोध्या में अतिरिक्त स्वच्छता कर्मियों की तैनाती की जाए। जन्मभूमि पथ, भक्ति पथ और राम पथ के निर्माण कार्यां को यथाशीघ्र पूरा किया जाए। बहुउद्देशीय पार्किंग स्थल एवं दुकानों के निर्माण कार्य को जल्द पूरा करें। साथ ही, पेयजल, टॉयलेट, चेंजिंग रूम आदि की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्ट्रीट वेंडर्स मुख्य मार्गों के किनारे बेतरतीब ढंग से दुकानें न लगाएं। हर एक स्ट्रीट वेंडर का पंजीयन जरूर किया जाए। नगर में संचालित अंडर ग्राउंड केबलिंग के कार्य को समयबद्ध ढंग से पूरा कराया जाए। अयोध्या नगर निगम और अयोध्या विकास प्राधिकरण के निर्माणाधीन भवन के कार्य को यथाशीघ्र पूरा किया जाए।
मुख्यमंत्री ने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था की कार्ययोजना की समीक्षा करते हुए कहा कि श्रीराम जन्मभूमि मंदिर और श्रद्धालुओं/पर्यटकों की सुरक्षा प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाते हुए सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की जाए। अगले एक माह में उत्तर प्रदेश विशेष सुरक्षा बल की उपस्थिति अयोध्या में सुनिश्चित की जाए। सुरक्षाकर्मियों के आवास, वर्दी, लॉजिस्टिक सपोर्ट के लिए तत्काल व्यवस्था हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मंदिर की सुरक्षा में तैनात होने वाले सुरक्षाकर्मियों के विधिवत प्रशिक्षण के लिए पुलिस महानिदेशक, प्रशिक्षण के स्तर से इन सुरक्षाकर्मियों के लिए कैप्सूल कोर्स तैयार किया जाए। देश-दुनिया से आने वाले श्रद्धालुओं/पर्यटकों के सुखद प्रवास के लिए अयोध्या में पर्यटक पुलिस व यातायात पुलिस की बिहेवरल काउंसिलिंग कर तैनाती की जाए।