महाकुम्भ-2025 को डिजिटल कुम्भ के रूप में बढ़ावा दिया जा रहा: सीएम योगी

मुख्यमंत्री ने प्रयागराज में महाकुम्भ मेला क्षेत्र में 237.38 करोड़ रु0 के उपकरण सहित विभिन्न विकास परियोजनाओं का अनावरण किया

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा और मार्गदर्शन में प्रयागराज कुम्भ-2019 का आयोजन देश और दुनिया में प्रयागराज की वैश्विक छवि स्थापित करने में सफल रहा। कुम्भ पूरी भव्यता और दिव्यता के साथ सम्पन्न हुआ। कुम्भ भी स्वच्छता, सुरक्षा और सुव्यवस्था का प्रतीक बन सकता है, यह हमने प्रयागराज कुम्भ-2019 के माध्यम से देखा। प्रयागराज कुम्भ में आने वाले हर व्यक्ति ने असीम आध्यात्मिक शान्ति और सुकून की अनुभूति की। प्रधानमंत्री जी ने स्वच्छ कुम्भ की परिकल्पना को साकार करने वाले स्वच्छताकर्मियों का पाद प्रक्षालन किया था। इसके माध्यम से उन्होंने यह संदेश दिया कि स्वच्छ कुम्भ की नींव और आधारशिला सफाईकर्मी है और उनका सम्मान होना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने जनपद प्रयागराज में महाकुम्भ मेला क्षेत्र में विभिन्न परियोजनाओं के लोकार्पण, स्वच्छाग्रहियों व सफाईकर्मियों को यूनिफॉर्म किट तथा नाविकों को लाइफ जैकेट वितरण कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त किये। उन्होंने सुरक्षा, स्वच्छता मित्रों व गंगा सेवादूतों के लिए 237.38 करोड़ रुपये के उपकरण सहित अन्य विकास परियोजनाओं का अनावरण किया। मुख्यमंत्री ने स्वच्छ कुम्भ कोष के अन्तर्गत आच्छादित कर्मियों को बीमा प्रमाण पत्र प्रदान किये। मुख्यमंत्री जी के समक्ष गूगल तथा नगर विकास विभाग के मध्य एक एम0ओ0यू0 हस्तांतरित किया गया। उनके समक्ष जिला प्रशासन व जनपद की निजी स्वास्थ्य इकाइयों के मध्य आपदा प्रबन्धन की दृष्टि से एक एम0ओ0यू0 भी हस्तांतरित किया गया। मुख्यमंत्री जी ने सभी को स्वच्छ कुम्भ-स्वच्छ प्रयागराज की परिकल्पना को साकार करने के लिए शपथ दिलायी। उन्होंने नगर निगम के वाहनों को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।

उन्होंने कहा कि आज यहां महाकुम्भ प्रयागराज 2025 के दृष्टिगत विभिन्न योजनाओं का शुभारम्भ हो रहा है। यहां स्वच्छ कुंभ के लिए स्वच्छाग्रहियों एवं सफाई कर्मियों को यूनिफॉर्म किट तथा नाविकों को लाइफ जैकेट वितरण के एक बड़े कार्यक्रम से हम जुड़े हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यहां पर जिला प्रशासन और यहां के निजी अस्पतालों के साथ एम0ओ0यू0 का कार्यक्रम भी सम्पन्न हुआ है। इसके साथ ही, टिपर, कॉम्पैक्टर आदि स्वच्छता उपकरणों का यहां पर फ्लैग ऑफ किया गया है। इनकी लागत लगभग 50 करोड़ रुपये से अधिक है। फायर टेण्डर, जल पुलिस, रेडियो, यातायात उपकरणों को भी सम्बन्धित विभागों को प्रदान किया गया है। इनकी लागत लगभग 175 करोड़ रुपये है। प्रधानमंत्री जी की डिजिटल कुम्भ की परिकल्पना को साकार करने के लिए प्रयागराज मेला प्राधिकरण का गूगल के साथ एम0ओ0यू0 भी सम्पन्न हुआ है। इन सभी कार्यक्रमों के माध्यम से हम दिव्य, भव्य और डिजिटल महाकुम्भ की परिकल्पना को साकार करने के लिए संकल्पित हैं।

मुख्यमंत्री ने स्वच्छताकर्मियों, स्वच्छाग्रहियों, नाविक और सभी अन्य कार्मिकों का अभिनन्दन करते हुए कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि हमें दुनिया के सबसे बड़े आध्यात्मिक और सांस्कृतिक आयोजन से जुड़ने का अवसर प्राप्त हो रहा है। प्रयागराज, भगवान वेणीमाधव तथा मां गंगा ने हमें यह अवसर दिया है कि हम मिलकर इस भव्य और दिव्य आयोजन में सहभागी बनें तथा देश और दुनिया से आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं को प्रयागराज की महत्ता से अवगत कराएं। दुनिया के सबसे बड़े आध्यात्मिक और सांस्कृतिक और पौराणिक समागम के माध्यम से प्रयागराज उत्तर प्रदेश और भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की जानकारी दुनिया को दे। हमें यह सौभाग्य मिलना हमारे पूर्व जन्मों के पुण्य का प्रताप है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रयागराज महाकुम्भ 2025 के सफल आयोजन के लिए पूरी तैयारी की जा रही है। आज उन्होंने प्रयागराज में अलग-अलग स्थानों का भ्रमण कर तैयारियों का निरीक्षण किया है। 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 के मध्य 06 प्रमुख स्नान पर्व होंगे। इनमें तीन शाही स्नान हैं। पौष पूर्णिमा 13 जनवरी, मकर संक्रांति का शाही स्नान 14 जनवरी, मौनी अमावस्या का शाही स्नान 29 जनवरी, बसन्त पंचमी का शाही स्नान 03 फरवरी, माघी पूर्णिमा 12 फरवरी तथा महाशिवरात्रि का पावन स्नान 26 फरवरी को होगा। 26 फरवरी के उपरान्त हम पुनः आपका अभिनंदन करने यहां आएंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष महाकुम्भ का दायरा बढ़ाया गया है। यह पहले 1,800 हेक्टेयर में आयोजित होता था। फिर इसका क्षेत्र बढ़कर 2,000 हेक्टेयर, एवं 2,500 हेक्टेयर हुआ। कुम्भ-2019 3,200 हेक्टेयर क्षेत्र में आयोजित हुआ था। महाकुम्भ-2025 में यह क्षेत्र बढ़कर 4,000 हेक्टेयर से अधिक हो गया है। मेले में 25 सेक्टर बनाए गए हैं। संगम तट से एक निश्चित दूरी पर 1,850 हेक्टेयर की पार्किंग की व्यवस्था की जा रही है। प्रयागराज में 14 नए फ्लाईओवर तथा अण्डरपास, 09 पक्के घाट, 07 रिवर फ्रण्ट रोड, 12 किलोमीटर के अस्थाई घाट बनाए जा रहे हैं। 550 शटल बसों एवं परिवहन निगम की 7,000 बसों की व्यवस्था की गई है। 07 बस स्टैण्ड बनाए जा रहे हैं। गंगा जी में कोई भी गंदगी न गिरे, इस संकल्प के साथ, यहां सभी नाले और सीवर को टैप करते हुए बायोरेमेडीएशन का कार्यक्रम चल रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रयागराज में 18 लाख वर्ग फीट में स्ट्रीट आर्ट और वॉल म्युरल के कार्यक्रम में चल रहे हैं। शहर के चार सरकारी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेज के उच्चीकरण का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। स्वच्छ कुम्भ के दृष्टिगत कुम्भ-2019 में 1,14,000 शौचालय बनाए गए थे। महाकुम्भ-2025 में डेढ़ लाख से अधिक शौचालय बनाए जा रहे हैं। इनकी सफाई के लिए 10,000 स्वच्छता कर्मियों की तैनाती भी की जा रही है। कुम्भ-2019 में 80 हजार टेन्ट लगाए गए थे महाकुम्भ-2025 में इनकी संख्या बढ़कर 01 लाख 60 हजार की जा रही है। कुम्भ-2019 में 300 किलोमीटर के 22 पाण्टून ब्रिज बनाए गए थे। महाकुम्भ-2025 में 400 किलोमीटर के 30 पाण्टून ब्रिज बनाए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कुम्भ-2019 में 40,700 एल0ई0डी0 स्ट्रीट लाइट्स लगाई गई थी। महाकुम्भ-2025 में 67,000 एल0ई0डी0 लाइट्स तथा 2,000 सोलर हाइब्रिड स्ट्रीट लाइट्स लगायी जा रही हैं। इसके साथ ही, दो नए विद्युत सब स्टेशन एवं 66 नए ट्रांसफार्मर की स्थापना की जा रही है। कुम्भ-2019 में 1,049 किलोमीटर की पाइपलाइन और 10 नलकूप स्थापित किए गए थे। महाकुम्भ-2025 में 1,249 किलोमीटर की पेयजल पाइपलाइन, 200 वॉटर ए0टी0एम0 और 85 नलकूप स्थापित किये जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुम्भ-2025 को डिजिटल कुम्भ के रूप में बढ़ावा दिया जा रहा है। महाकुम्भ एवं प्रयागराज शहर का डिजिटल टूरिस्ट मैप तैयार किया जा रहा है। महाकुम्भ प्रयागराज-2025 डिजिटल स्वच्छता, डिजिटल सुरक्षा एवं डिजिटल स्नान की दिशा में आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री जी का दिसम्बर के द्वितीय सप्ताह में प्रयागराज में आगमन है। वह यहां लगभग साढ़े छह हजार करोड़ रुपये से महाकुम्भ की परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे। हमें अपने इस आध्यात्मिक, सांस्कृतिक एवं विराट आयोजन को दुनिया के सामने भव्यता से सम्पन्न करना है। आज यहां सफाईकर्मियों, स्वच्छाग्रहियों एवं नाविकां के सम्मान के साथ इसका शुभारम्भ हो रहा है।

मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि नगर विकास, ऊर्जा एवं जल शक्ति विभाग, जिला प्रशासन, पुलिस और अन्य सभी सम्बन्धित विभाग मिलकर महाकुम्भ को दुनिया के सामने पूरी दिव्यता और भव्यता के साथ प्रस्तुत करेंगे।

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि प्रयागराज को तीर्थों का राजा कहा जाता है। हम लोगो ने जो सोचा नहीं था, वह सब कुछ आज हम अपनी आंखों से प्रयागराज में देख रहे है। मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में स्वच्छ, भव्य एवं दिव्य कुम्भ का आयोजन किया गया था, जिसकी व्यवस्थाओं की प्रशंसा पूरे विश्व में हुई थी। महाकुम्भ 2025 के आयोजन को दिव्य, भव्य, ग्रीन, सुरक्षित एवं सफल बनाने के लिए इस बार व्यवस्थाओं में वृद्धि की जा रही है। इस बार लगभग 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के महाकुम्भ मेले में आने का अनुमान है। मेले में आने वाले श्रद्धालु अपने साथ सुखद अनुभव लेकर वापस लौंटे और आयोजन की प्रशंसा करें, इसके लिए हम सभी प्रतिबद्ध होकर कार्य कर रहे है।

नगर विकास मंत्री अरविन्द कुमार शर्मा ने कहा कि महाकुम्भ मेले के सफल आयोजन के लिए हर स्तर पर निरंतर कार्य किया जा रहा है। इसको सफल बनाने में सभी के सहयोग के साथ-साथ स्वच्छाग्रहियों, नाविकों, सफाई कर्मियों का भी महत्वपूर्ण योगदान होगा। महाकुम्भ का आयोजन दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक व सांस्कृतिक आयोजन है, इसकी विरासत को हमें अक्षुण्ण बनाये रखने में अपना योगदान देना है। मेले के सफल आयोजन में डिजिटल तकनीकी का भरपूर इस्तेमाल किया जायेगा। यह महाकुम्भ मैनेजमेंट की दृष्टि से भी दुनिया को चकित करने वाला होगा।

इस अवसर पर जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’, प्रयागराज के महापौर उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात एवं शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

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