एलडीए प्रवर्तन जोन 3: अपनों पर रहम, गैरों पर सितम…की रणनीति पर कर रहा काम
अवैध निर्माण करते रहो...एलडीए वीसी क्या कर लेंगे...जब एलडीए कर्मचारी तुम्हारे साथ है...?

लखनऊ विकास प्राधिकरण प्रवर्तन जोन 3 के कृष्णानगर, काकोरी और पारा क्षेत्र में कोई अवैध निर्माण नहीं हो रहा है ऐसा केवल आदेशों में है. हकीकत यह है कि सभी अवैध निर्माण एलडीए के कर्मचारी की पनाह में हो रहे हैं. निचले स्तर पर काम कर रहे कर्मचारी जोनल को केवल वहीँ जानकरी देते है जहाँ से उनका हिसाब नहीं बनता और फिर नोटिस का खेल शुरू हो जाता है.
अभियंता क्षेत्र में आँखों पर काली पट्टी बांधकर निकलते
हैरानी की बात है कि प्रवर्तन जोन 3 में एक भी अवैध निर्माण अभियंताओं को नहीं दिखाई दे रहे है क्योंकि सभी अवैध निर्माण बंद दीवारों के अंदर बनाये जा रहे हैं. अवैध निर्माणों को कंसलटेंट करने का काम क्षेत्र में तैनात एलडीए कर्मचारी कर रहे हैं जिसके कारण अवैध निर्माणकर्ता बेफिक्र होकर अपने निर्माण को बना रहे है.
एलडीए वीसी क्या कर लेंगे….जब क्षेत्र में इंचार्ज मैं हूँ ?
एलडीए प्रवर्तन जोन 3 में ऐसे कर्मचारी तैनात है जिन्हें निर्माणकर्ता से इतना प्रेम है कि अगर कोई खबर या शिकायत की जाती है तो गोपनीयता की धज्जियां तक उड़ा दी जाती है. जोन 3 में तैनात एलडीए कर्मचारी खुद को इतना दमदार समझते हैं कि एलडीए वीसी भी उनके आगे शून्य है. शायद हकीकत भी यही है कि एलडीए वीसी द्वारा किसी भी खबर पर कार्रवाई न करने के कारण क्षेत्र में तैनात कर्मचारी खुद को ही एलडीए वीसी समझ लेता है. यही बजह है कि निर्माणकर्ता से साठगांठ के चलते अवैध निर्माण को कोई आंच नहीं आती और एलडीए वीसी के आदेश केवल कागजों पर ही सिमित रह जाते हैं.
काकोरी और पारा में अवैध निर्माण जारी…कार्रवाई शून्य
एलडीए को केवल अवैध प्लाटिंग दिखाई दे रही है क्योंकि पूर्व में तैनात अभियंता केवल संरक्षण दिए थे और वर्तमान में तैनात अफसर जनता की कमाई पर बुलडोजर चला रहे हैं, बस फर्क इतना ही है. आपको बता दें कि एलडीए केवल उन्हें ही प्रताड़ित करता है जिनसे उसका सिस्टम नहीं बैठता है. ..प्रवर्तन जोन 3 में अगर सच में ईमानदार अफसर और कर्मचारी तैनात है तो सील किये गए अवैध निर्माण बनकर कैसे तैयार हो गए?
बड़े बड़े अवैध निर्माण बनाकर तैयार हो गए है और जिनकी जानकरी उच्च अफसरों को भी है, लेकिन उन अवैध निर्माणों पर एलडीए का बुलडोजर इसलिए नहीं चलेगा क्योंकि बुलडोजर में ब्रेक लगाने के लिए दक्षिणा पहुंच चुकी है.
पारा में बुद्धेश्वर चौरहे से काकोरी मोड़ जाने वाले मार्ग पर कई अवैध निर्माणों को नोटिस और सील किया गया, लेकिन ईमानदार असफर आज तक उन अवैध निर्माण पर कोई कार्रवाई नहीं कर पाए. कार्रवाई न कर पाना एलडीए प्रवर्तन जोन 3 के अफसरों की ईमानदारी का जीता जगता नमूना है.
क्या इन निर्माणों पर एलडीए कर पायेगा कार्रवाई?
पारा और काकोरी में अवैध निर्माण लगातार जारी हैं और अवैध निर्माण कार्रवाई की राह भी देख रहे हैं. अब देखना है कि एलडीए के ईमानदार अफसर कब वहां जायेंगे और कार्रवाई करेंगे? या फिर साठगांठ में रणनीति सफलतापूर्वक चलती रहेगी।