जनपद लखीमपुर खीरी में बाढ़ राहत परियोजनाओं की हकीकत जानने पहुंचे जलशक्ति मंत्री
बाढ़ के समय जन-धन की सुरक्षा प्राथमिकता, अलर्ट मोड में रहें अफसर- जलशक्ति मंत्री
जनपद लखीमपुर खीरी में शुक्रवार को बाढ़ से बचाव को लेकर हुए कामों का निरीक्षण करने प्रदेश सरकार के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह पहुंचे, जहां उन्होंने विधायक गोला अमन गिरी, सीडीओ अभिषेक कुमार के साथ बाढ़खंड की ओर से निर्मित कटानरोधी परियोजनाओं का स्थलीय निरीक्षण किया। व्यापक जनहित में जरूरी दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान मुख्य रूप से मुख्य अभियंता (शारदा) एचएन सिंह, अधीक्षण अभियंता बाढ़ मंडल लखीमपुर धर्मेंद्र कुमार, अधिशासी अभियंता बाढ़ खंड अजय कुमार मौजूद रहे।
जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने सर्वप्रथम शारदा नदी के दायें किनारे पर ग्राम बझेड़ा के अपस्ट्रीम में रिवर ट्रेनिंग कार्य की परियोजना का निरीक्षण किया। अफसरों से सर्वप्रथम नक़्शे से पूरी परियोजना समझी। इसके बाद उन्होंने पूरी परियोजना का पैदल भ्रमण कर परियोजना के तहत कराए कार्य, उसकी गुणवत्ता देखी। निर्देश दिए कि जलस्तर बढ़ने पर इसकी नान स्टाप निगरानी की जाए। काम के दौरान विभाग स्थानीय ग्रामीणों से संवाद बनाए रखे, कराए जाने वाले कार्यों की जानकारी दें। मौजूद ग्रामीणों से फीडबैकलिया।
मंत्री को अधिशासी अभियंता (बाढ़ खंड) अजय कुमार ने बताया कि यह परियोजना लागत रू. 598.39 लाख रुपये की लागत की है। इसका लाभ 03 गांवों के 4100 निवासियों को होगा। इस परियोजना के तहत 700 मी० लं0 में 09 अदद स्टड तथा टो-वाल व स्लोप पिचिंग के साथ स्टडों के मध्य में 03 पंक्तियों में परक्यूपाइन लगाते हये 355 मीटर में नवीन परियोजना का निर्माण एवं 345 मीटर में पूर्व निर्मित परियोजना की मरम्मत का काम हुआ।
जलशक्ति मंत्री ने कहा है कि बाढ़ की स्थिति में राहत और बचाव के लिए बेहतर समन्वय और तुरंत कार्रवाई जरूरी है। जन-धन की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता है। बाढ़ से जन-जीवन की सुरक्षा के लिए अंतरविभागीय समन्वय करके बेहतर कोऑर्डिनेशन, क्विक एक्शन और बेहतर प्रबन्धन से बाढ़ की स्थिति में लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित कराई जाए।
जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह के जनपद आगमन पर डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल, एसपी गणेश प्रसाद साहा ने पुष्प गुच्छ देकर जनपद आगमन पर उनका स्वागत किया। इसके बाद जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने बाढ़ प्रबंधन और जन-जीवन की सुरक्षा के दृष्टिगत जारी तैयारियों की निरीक्षण भवन में अफसरो के साथ समीक्षा की और व्यापक जनहित में जरूरी दिशा-निर्देश दिए।
बैठक में मुख्य रूप से विधायक योगेश वर्मा, मंजू त्यागी, अमन गिरी, भाजपा जिलाध्यक्ष सुनील सिंह, सीडीओ अभिषेक कुमार, मुख्य अभियंता (शारदा) एचएन सिंह, मुख्य अभियंता (शारदा सहायक) प्रभाकर प्रसाद, अधीक्षण अभियंता बाढ़ मंडल लखीमपुर धर्मेंद्र कुमार, अधीक्षण अभियंता सीतापुर नीलेश जैन, अधिशासी अभियंता बाढ़ खंड अजय कुमार, अधिशासी अभियंता सिंचाई खंड प्रथम राम बहादुर सहित अन्य संबंधित अधिकारी शामिल रहे।
जल शक्ति मंत्री ने कहा कि बाढ़ के समय जन-धन की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता है। सभी अफसर अलर्ट मोड में रहें। अति संवेदनशील और संवेदनशील क्षेत्रों में बाढ़ की आपात स्थिति हेतु पर्याप्त रिजर्व स्टॉक का एकत्रीकरण कर लिया जाए। इन स्थलों पर पर्याप्त प्रकाश की व्यवस्था एवं आवश्यक उपकरणों का भी प्रबन्ध होना चाहिए। बाढ़ राहत शिविरों में लोगों को ताजा भोजन मिलना चाहिए। राहत सामग्री की गुणवत्ता से कोई कतई समझौता नहीं किया जाएगा। बाढ़ के समय पशुओं का भी ध्यान रखा जाना चाहिए। मंत्री ने निर्देश दिए कि आमजन की सुविधा और राहत एवं बचाव कार्य के बेहतर प्रबंधन के लिए बाढ़ बुलेटिन और मौसम का पूर्वानुमान नियमित रूप से जारी किया जाना चाहिए।