मुकदमा दर्ज होने के बाद भी दो विधवा महिलाओं को नहीं मिल रहा न्याय…लापरवाही किसकी?
लखनऊ एसीपी विकास कुमार के सराहनीय प्रयासों से मामला दर्ज कर लिया गया...लेकिन स्थानीय पुलिस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही है जिसके कारण आजतक सरवती देवी और उनकी विधवा बहू को कोई न्याय नहीं मिला।

राजधानी लखनऊ में 24 जनवरी 2025 को बड़ी मशक्त और परेशानियां उठाने के बाद एक विधवा की एफआईआर लखनऊ पुलिस के आलाधिकारियों ने दर्ज कर ली. .. लेकिन उसे आज तक न्याय नहीं मिला। इसके पीछे लापरवाही किसकी है यह जाँच का विषय?
24 जनवरी को दोषियों, अंकित और सौरभ रस्तोगी के खिलाफ एफआईआर दर्ज किये जाने के बाद भी गौरव पांडे, एसएसआई, हुसैनगंज पीएस को आईओ के रूप में नियुक्त किया गया…लेकिन लखनऊ पुलिस के ढीले रवैये के चलते अभी तक मामले में कोई प्रगति नहीं हुयी है…सरवती देवी और उनकी विधवा बहू पूनम, जो अब बेघर हो गईं और अपने अधिकारों से वंचित हैं. ..लेकिन लखनऊ पुलिस अभी भी कछुए की चाल चल रही है और पीड़िता को कोई न्याय नहीं मिला।
लखनऊ एसीपी विकास कुमार के सराहनीय प्रयासों से मामला दर्ज कर लिया गया…लेकिन स्थानीय पुलिस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही है जिसके कारण आजतक सरवती देवी और उनकी विधवा बहू को कोई न्याय नहीं मिला।
31655024250015_सरस्वती देवीउत्तर प्रदेश सरकार और उत्तर प्रदेश पुलिस महिलाओं के सम्मान की बड़ी बड़ी बातें करती हैं लेकिन जब महिलाओं से सम्बंधित कोई मामला है तो दोषियों पर एक्शन लेने में फिसड्डी ही साबित होती है जोकि एक कड़वा सच है.