क्या बिना एस्टीमेट बनाए ही लगा दिया पोल? जनता को थमाते हैं नियम का हवाला
लखनऊ के जाने माने और चर्चित समाजसेवी विवेक शर्मा इन दिनों बिजली विभाग की पोल खोलने में पीछे नहीं हट रहे हैं। नतीजा यह है कि अधिकारी इनके एक भी ट्विट देखना नहीं भूलते।
विवेक शर्मा जनता के हित के लिए प्रतिदिन काम करते रहते हैं। जिसके कारण इनकी लोक प्रियता दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।
आपको बता दें कि एक दिन पूर्व समाजसेवी विवेक शर्मा ने ट्विटर के माध्यम से उपकेंद्र सरोसा भरोसा के हंसखेड़ा में एक खराब पोल की खबर ट्विटर पर डाली। जिसके बाद SDO, JE में खलबली मच गई और अधिशाषी अभियंता ने खबर का संज्ञान लेकर खुद एक नया पोल लगवा दिया। यही काम अगर उपकेंद्र के अधिकारी करवा देते तो उच्च अधिकारियों को समस्या का सामना नहीं करना पड़ता।
पहले काम उसके बाद भी बन सकता है एस्टीमेट, ऐसा कुछ ही अधिकारी कर सकते हैं। अधिशाषी अभियंता अगर इनते जागरूक नहीं होते तो शायद क्षेत्र में जर्जर पोल बदले ही नहीं जायेंगे। साथ ही उनके स्थान पर पोल का खर्च ठेकेदार और अन्य अपनी जेब में भर लेंगे।
आपको जानकर हैरानी होगी कि जनहित में..ट्वीट खबर का संज्ञान लेकर सेस 2 सारोसा अधिशासी अभियंता ने पुराने पोल के साथ ही नया पोल लगवा दिया। यही काम अगर गरीब जनता के लिए तत्काल कर देगे तो क्या आपका कोई नुकसान हो जाएगा?
जनता चाहे भीषण गर्मी में मर जाए लेकिन सेस 2 में तैनात कुछ अधिकारी अपनी बात के आगे किसी की नहीं सुनते। उन्हें केवल एस्टीमेट से मतलब और जब तक एस्टीमेट नहीं जमा होगा काम नहीं करवाने वाले हैं।
हकीकत यही है कि अगर जनता का काम यही अधिकारी समय से बिना किसी अड़ंगे के कर दें तो जनता इनका आभार व्यक्त करेगी। लेकिन ये भ्रष्ट अधिकारी आभार का क्या आचार डालेंगे?