मुख्यमंत्री ने उ0प्र0 पुलिस अवस्थापना सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण हेतु 2,310 करोड़ रु0 से अधिक लागत के 144 निर्माण कार्यां का लोकार्पण तथा शिलान्यास किया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह नये भारत का नया उत्तर प्रदेश है। उत्तर प्रदेश भारत का हृदय स्थल, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन को जमीनी धरातल पर प्रभावी ढंग से उतारने वाला, देश में सबसे अग्रणी अर्थव्यवस्था के रूप में उभरता हुआ, देश में सर्वाधिक पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करने वाला, सबसे अधिक निवेश प्राप्त करने वाला तथा सबसे अधिक निवेश को जमीनी धरातल पर उतारने वाला प्रदेश बन चुका है। नये उत्तर प्रदेश की आधुनिक पुलिस के लिए आज प्रदेश के प्रत्येक जनपद में एक साइबर थाने की स्थापना के कार्य का शुभारम्भ हो रहा है। थाना क्षेत्र में पुलिस बैरक और हॉस्टल के निर्माण के लिए कुछ कार्यां का लोकार्पण तथा कुछ कार्यां का शिलान्यास हो रहा है, कुछ नए थाने लोकार्पित हो रहे हैं कुछ अन्य थानों का शिलान्यास किया जा रहा है। पी0ए0सी0 तथा यू0पी0एस0एस0एफ0 की नई वाहिनियों तथा पुलिस लाइन का शिलान्यास भी किया जा रहा है। यह सभी कार्य प्रदेश में नए बदलाव की कहानी बयां कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने लोक भवन में उत्तर प्रदेश पुलिस अवस्थापना सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण हेतु 2,310 करोड़ रुपये से अधिक लागत के 144 निर्माण कार्यां का लोकार्पण तथा शिलान्यास करने के पश्चात इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। लोकार्पित तथा शिलान्यास किये गये निर्माण कार्यां में थाना प्रशासनिक भवन एवं आवासीय भवन, पुलिस चौकी प्रशासनिक भवन, थानों पर हॉस्टल, बैरक व विवेचना कक्ष, पुलिस लाइन में पुरुष हॉस्टल, ए0टी0एस0 फील्ड यूनिट कार्यालय, पुलिस लाइन, पी0ए0सी0 वाहिनी, यू0पी0एस0एस0एफ0 वाहिनी एवं पुलिस थानों में मेडिकल कक्ष सम्मिलित हैं।
मुख्यमंत्री ने 57 नये जनपदों में साइबर क्राइम थाना तथा जनपदीय 1,523 पुलिस थानों में स्थापित साइबर सेल, 18 भ्रष्टाचार निवारण संगठन थानों, 08 जनपदों में भ्रष्टाचार निवारण संगठन इकाई तथा जनपद प्रयागराज एवं कुशीनगर में पर्यटक थानों का शुभारम्भ किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस की आत्मा जनपद में स्थित पुलिस लाइन में होती है। पहले जनपद बनाकर पुलिस तैनात कर दी गई थी, लेकिन पुलिस लाइन का निर्माण नहीं किया गया था। प्रदेश सरकार पहली बार चार जनपदों में पुलिस लाइन के निर्माण कार्य को एक साथ प्रारम्भ कर रही है। जनपद अमेठी में कार्य प्रारम्भ किया जा चुका है तथा हापुड़ में पुलिस लाइन बनाने की प्रक्रिया तेजी के साथ आगे बढ़ रही है। यह नई कार्य संस्कृति को प्रदर्शित करता है।
यदि मेट्रोपॉलिटन शहर को छोड़ दें, तो इस समय जनपदों में सबसे ऊंची बिल्डिंग पुलिस लाइन में पुलिस बैरक व पुलिस हॉस्टल की है। प्रत्येक जनपद की पुलिस लाइन तथा प्रत्येक थाना क्षेत्र में हाईराइज बिल्डिंग बनाकर या तो उपलब्ध करा दी गयी है या निर्माणाधीन है। प्रदेश सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश पुलिस को पिछले 06 वर्षां में 18 से 20 हजार करोड़ रुपए केवल अवस्थापना सुविधा के लिए उपलब्ध कराए गए हैं। अब हम कह सकते हैं कि देश-दुनिया में सबसे अच्छा इन्फ्रास्ट्रक्चर उत्तर प्रदेश पुलिस के पास है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले उत्तर प्रदेश माफियाओं और अपराधियों से पूरी तरह त्रस्त था। यहां न व्यापारी सुरक्षित था, न ही बेटी। प्रदेश में हर दूसरे-तीसरे दिन एक दंगा होता था। कई महीनों तक कर्फ्यू लगा रहता था। यहां कोई नहीं आना चाहता था। प्रदेश का युवा अपनी पहचान छुपाने के लिए मजबूर था। प्रदेश आबादी में नम्बर वन था, लेकिन अर्थव्यवस्था में छठे-सातवें नम्बर पर भी हमारी गिनती नहीं होती थी। प्रदेश को देश के विकास में ब्रेकर माना जाता था। आज राज्य का युवा देश में कहीं भी जाएगा, उसे पहचान छुपाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। जब वह कहता है कि वह उत्तर प्रदेश से है, तो सामने वाले व्यक्ति के चेहरे पर एक चमक दिखती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के परसेप्शन को सुधारने में पुलिस की बड़ी भूमिका रही है। पीड़ित अपनी शिकायत लेकर फर्स्ट रिस्पॉन्स के रूप में पुलिस के पास जाता है। प्रदेश सरकार ने पुलिस को सुदृढ़ करने के लिए अनेक कार्य किये हैं। 01 लाख 60 हजार से अधिक पुलिस कार्मिकों की भर्ती तथा डेढ़ लाख के आसपास पुलिस कार्मिकों को प्रमोशन प्रदान किया गया। पूरी पारदर्शी और शुचितापूर्ण तरीके से पुलिस की भर्ती प्रक्रिया को आगे बढ़ाया गया। यह पहला राज्य है, जिसने इतनी बड़ी संख्या में पुलिस कार्मिकों की भर्ती की। भर्ती प्रक्रिया समयबद्ध तरीके से आगे बढ़ाने के साथ-साथ पुलिस की ट्रेनिंग की क्षमता को तीन गुना किया गया है। शीघ्र ही प्रत्येक जनपद में हर पी0ए0सी0 वाहिनी में ट्रेनिंग की अतिरिक्त क्षमता विकसित की जाएगी। तब उत्तर प्रदेश पुलिस अपने लिए ही नहीं, बल्कि देश के अन्य राज्यों तथा पैरामिलिट्री फोर्स के लिए ट्रेनिंग की क्षमता रखेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस दंगाईयों का काल है, वह उन पर यमराज बनकर टूट पड़ती है। पहले पी0ए0सी0 की 54 कम्पनियां समाप्त कर दी गई थीं। उनके पुनर्गठन की कार्रवाई को पूरा किया गया। एस0डी0आर0एफ0 का गठन तथा जोनल व रेंज स्तर पर फॉरेंसिक लैब की स्थापना की गयी। प्रदेश में फॉरेंसिक इंस्टीट्यूट गत वर्ष से ही कार्य करना प्रारम्भ कर चुका है। वर्तमान में अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि की सुरक्षा का दायित्व उत्तर प्रदेश विशेष सुरक्षा बल उठा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एयरपोर्ट, मेट्रो की सुरक्षा का दायित्व उत्तर प्रदेश पुलिस उठा रही है। यह सभी कार्य करने के साथ-साथ समय की चुनौती को ध्यान में रखते हुए कार्य किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य होगा, जिसमें सभी 75 जनपदों में साइबर थाने होंगे। 18 साइबर थाने पहले से कार्य कर रहे हैं, शेष 57 जनपदों में साइबर थानों का शुभारम्भ किया जा रहा है। प्रदेश के 1,523 थानों में साइबर सेल की स्थापना से साइबर क्राइम पीड़ित व्यक्ति को रेंज व कमिश्नरी मुख्यालय पर नहीं जाना पड़ेगा। बल्कि वह जिस थाने में जाएगा वहां साइबर सेल होगी। उसे स्थानीय पुलिस थाने पर सुविधा उपलब्ध करवाने का कार्य किया जाएगा। यह एक बड़ी उपलब्धि है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें समय के अनुरूप स्वयं को तैयार करना पड़ेगा। यह आज की आवश्यकता है। अपराध किसी भी प्रकार का हो, हमें लोकतंत्र में डायलॉग को पहले महत्व देना होगा। संवाद से बड़ी से बड़ी समस्या का समाधान हो जाता है। लोग जिस थाने में जाएंगे, साइबर हेल्प डेस्क उनकी मदद के लिए तैयार होगी। साइबर थाने कॉमनमैन को यही सुविधा उपलब्ध कराने के लिए बनाए जा रहे हैं। पीड़ित महिला की समस्या का समाधान तीव्र गति से करने के लिए पिंक बूथ बनाये गये हैं तथा प्रत्येक थाने में महिला कक्ष आरक्षित किया गया है। महिला बीट पुलिस अधिकारी की तैनाती बीट स्तर पर महिलाओं के साथ संवाद बनाने के लिए की गयी है। ऐसे ही कॉमनमैन की समस्या का समाधान करने के लिए संवाद का सहारा लेना पड़ेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सभ्य समाज में रहते हैं। जीरो टॉलरेंस नीति समाज व राष्ट्र विरोधी तत्वों, माफियाओं और अपराधियों के प्रति होनी चाहिए। कॉमनमैन के लिए संवेदनशील होना पड़ेगा तथा तीव्र गति से न्याय प्रदान करने के लिए स्वयं को तैयार करना पड़ेगा। इस दिशा में जो प्रयास हुए हैं, उन्हीं का परिणाम है कि आज देश में प्रदेश की नई छवि बनी है। इस नई छवि का परिणाम है कि जिस राज्य में पहले निवेश नहीं आता था, अब प्रदेश को 40 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इनमें से 10 लाख 24 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों का प्रधानमंत्री द्वारा शिलान्यास एक ही दिन में किया गया। इनसे 35 लाख युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले प्रदेश में नौकरियां भाई-भतीजावाद की भेंट चढ़ जाती थीं। अब इतनी नौकरियां आएंगी कि प्रदेश के युवाओं के साथ-साथ देश के अन्य प्रदेशों के युवा यहां नौकरी प्राप्त करेंगे तथा उत्तर प्रदेश के विकास में अपना योगदान देंगे। प्रदेश में पहले भय के कारण कोई नहीं आता था। गत वर्ष प्रदेश में 33 करोड़ पर्यटक आए थे। अयोध्या में एक माह में 65 लाख श्रद्धालुओं ने प्रभु श्रीरामलला के दर्शन किए। इससे वहां के व्यापारियों के व्यापार में कई गुना वृद्धि हुई है। होटल, रेस्टोरेंट, टैक्सी जैसी अनेक सुविधाएं विकसित हुई हैं। हजारों लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त हुए हैं। आम जन में विश्वास है। इसी विश्वास के बल पर अयोध्या नगरी को सजाया और संवारा गया है। प्रधानमंत्री जी की सोच और विजन को जमीनी धरातल पर उतारने के परिणामस्वरूप अयोध्या नगरी नई अयोध्या के रूप में हम सभी के सामने है। अयोध्या धाम में देश भर के श्रद्धालु वहां की सुविधाओं से अभिभूत हो रहे हैं, इससे प्रदेश के सम्मान में वृद्धि हो रही है। जो आ रहा है वह खुश होकर जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस को कॉमनमैन, श्रद्धालु और बाहर से आने वाले व्यक्तियों के प्रति अतिथि देवो भवः के भाव से व्यवहार करना चाहिए। अयोध्या में पहले दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ थी। यू0पी0एस0एस0एफ0 और पुलिस बल ने मोर्चा संभाला। डी0जी0पी0 और प्रमुख सचिव गृह भी वहां गए थे। बेहतरीन व्यवस्था और पुलिस के व्यवहार से श्रद्धालु अयोध्या से खुश होकर जा रहे हैं। जनवरी, 2019 में वाराणसी में आयोजित प्रवासी भारतीय दिवस के दौरान प्रवासी भारतीय, पुलिस के अच्छे व्यवहार से सन्तुष्ट थे। पुलिस के व्यवहार में यही परिवर्तन प्रयागराज कुम्भ में देखने को प्राप्त हुआ। पुलिस का व्यवहार श्रद्धालुओं तथा आम व्यक्तियों के प्रति सौहार्दपूर्ण था। देश भर से आए लगभग 24 करोड़ श्रद्धालु बहुत अच्छा अनुभव लेकर गए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस को आगे भी इसी प्रकार का बर्ताव करना पड़ेगा। थानों, चौकियों तथा फील्ड में यदि पुलिस अच्छा बर्ताव करती है, तो एक तरफ पुलिस को संबल प्राप्त होगा तो दूसरी तरफ समाज व राष्ट्र विरोधी तत्वों के खिलाफ लड़ने के लिए शक्ति प्राप्त होगी। इस शक्ति के बल पर पुलिस प्रदेश को देश के अग्रणी राज्य के रूप में स्थापित करने में अपना योगदान दे पाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस की अवस्थापना सुविधा के साथ-साथ साइबर थानों का गठन क्रान्तिकारी परिवर्तन का द्योतक होगा। हमें इन कार्यों को निरन्तर आगे बढ़ाते हुए निष्कर्ष पर पहुंचकर आम व्यक्ति की सन्तुष्टि का आधार बनाना होगा। आज पांच ए0टी0एस0 इकाइयों का शुभारम्भ हो रहा है। ए0टी0एस0 किसी भी राष्ट्र विरोधी गतिविधि पर अंकुश लगाने का सशक्त माध्यम है। पुलिस का पर्यटकों के प्रति किस प्रकार का व्यवहार होना चाहिए और किस प्रकार की सुविधा उन्हें उपलब्ध कराई जानी चाहिए, इस दिशा में भी हमें प्रयास करना चाहिए। पर्यटक थाने इस कार्य में सहायक साबित होंगे।
इस अवसर पर प्रदेश सरकार द्वारा पुलिस सशक्तिकरण के लिए किए गए प्रयासों पर आधारित एक लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया।
कार्यक्रम को वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना एवं पुलिस महानिदेशक प्रशान्त कुमार ने भी सम्बोधित किया।
इस अवसर पर मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, गृह एवं सूचना संजय प्रसाद, महानिदेशक साइबर क्राइम सुभाष चंद्र, अपर पुलिस महानिदेशक डॉ0 एन0 रविन्दर, सूचना निदेशक शिशिर सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।