UPCM विजय दिवस समारोह में हुए शामिल, समारोह को किया सम्बोधित

उत्तर प्रदेश।
UPCM ने कहा कि पासी समाज ने विषम परिस्थितियों के बावजूद देश की स्वाधीनता, एकता व अखण्डता के लिए जो त्याग और बलिदान दिया उसे सदैव याद किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह समाज अपने साहस और वीरता के लिए जाना जाता है। शोषण और अन्याय के खिलाफ इस समाज ने हमेशा अपनी आवाज को बुलन्द करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने निर्णय लिया है कि पासी समाज के वीरों महाराजा बिजली पासी, लखन पासी, राजा गंगा बख्श रावत एवं वीरांगना ऊदा देवी को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया जाएगा, जिससे आने वाली पीढ़ी अपने इन वीरों के विषय में जान सके और उनसे प्रेरणा लेकर राष्ट्र के विकास में सहभागी बन सके।

UPCM ने राजा गंगा बख्श रावत और उनके वीर पुत्र कुंवर रणजीत सिंह रावत के सम्मान में आयोजित विजय दिवस समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि जो कौम अपने इतिहास को संरक्षित नहीं करती उनका भूगोल भी बदल जाता है। सभी जाति व समाज को अपने सामाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक तथा राजनैतिक इतिहास से अवश्य परिचित होना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस प्राचीन इतिहासकाल में पासी जाति को गौरवपूर्ण स्थान प्राप्त था। मध्यकाल और ब्रिटिश काल में पासी समाज को राज गौरव और वैभव से वंचित होना पड़ा। पासी समाज में अनन्य देश-प्रेम, राष्ट्र-रक्षा और धर्म-रक्षा का व्रत, मान-सम्मान के साथ जीने का अदम्य साहस और संघर्ष का जज़्बा था। जब विदेशी आक्रांताओं ने देश पर आक्रमण किया, तब भी यह समाज उनसे आमने-सामने लड़ा, जिससे इस समाज को विदेशी आक्रांताओं का कोपभाजन बनना पड़ा।

UPCM ने कहा कि इस समाज के महापुरूषों ने अपना जीवन स्वयं के लिए नहीं राष्ट्र के लिए जिया। इस वीर जाति का सबसे बड़ा धर्म राष्ट्र धर्म रहा है। इस राष्ट्र धर्म का पालन करना हम सभी का कर्तव्य है। तभी हम एक सशक्त व सक्षम भारत बना सकते हैं। इससे पूर्व, मुख्मयंत्री जी ने महाराजा बिजली पासी की प्रतिमा पर माल्यार्पण भी किया।
केन्द्रीय कृषि व किसान कल्याण राज्यमंत्री कृष्णाराज ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि पासी समाज ने देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वर्तमान सरकार ने सभी लोगों को सामाजिक न्याय देने का काम कर रही है।
इस अवसर पर UPCM ने वीरांगना ऊदादेवी की प्रपौत्री राजेश्वरी देवी को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में UP_Dy_CM डाॅ. दिनेश शर्मा, महिला कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वाती सिंह, ग्राम्य विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डाॅ. महेन्द्र सिंह, इण्डियन पासी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष राम नरेश रावत मौजूद रहे।