UPCM ने BBAU के 22वें स्थापना दिवस पर BBAU को दी, कई नयी सौगात

उत्तर प्रदेश।
UPCM ने बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय के 22वें स्थापना दिवस पर आयोजित प्रथम नाॅर्थ इण्डियन साइंस कांग्रेस-2018 के अवसर पर अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बाबा साहब डाॅ0. भीमराव आम्बेडकर ने अपना जीवन अभावों में व्यतीत कर भी ऊंचाइयां प्राप्त कीं और समाज को एक नयी दिशा प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

UPCM ने कहा कि संस्थान केवल डिग्री व डिप्लोमा देने के कार्य तक ही सीमित न रहे बल्कि शासन की योजनाओं को जनता तक पहुंचाने के लिए सरकार के साथ-साथ विभिन्न राजकीय संस्थानों को भी जुड़ना होगा। किसानों की आय को दोगुना करने के लिए राज्य सरकार संकल्पित है। इसको पूरा करने के लिए विभिन्न राजकीय संस्थान अपनी प्रयोगशालाओं में स्वायल टेस्ट सेन्टर खोलकर सरकार के इस संकल्प को पूरा करने में मददगार साबित हो सकते हैं। इस तरह से जहां एक ओर संस्थान किसानों की मदद कर सकता हैं।

UPCM ने कहा कि साॅलिड वेस्ट मैनेजमेन्ट के माध्यम से कचरे में भी सम्भावनाओं को तलाशने की आवश्यकता है। आवारा पशु एक समस्या हो सकते हैं लेकिन इन पशुओं के गोबर से गोबर गैस प्लान्ट स्थापित कर हम गांवों में ईंधन देने के साथ रोशनी की व्यवस्था भी कर सकते हैं। इससे स्थानीय स्तर पर लोगों को रोजगार भी उपलब्ध हो सकेंगे, जिससे गांवों के पलायन को भी रोका जा सकता है। इसके अलावा हम पेट्रोल व एल.पी.जी. आदि के आयात में होने वाले विदेशी व्यय को बचाकर अपने देश की आर्थिक स्थिति को भी मजबूत बना सकते हैं।

UPCM ने कहा कि तकनीक को अपनाकर भ्रष्टाचार पर नियंत्रण पाया जा सकता है। अवैध राशन कार्डाे का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जब राशन कार्डांे का सत्यापन कराया गया व आधार से लिंक करने के साथ ही सरकारी कोटे की दुकानों पर ई-पाॅयस मशीनों से खाद्यान्न वितरित करने की व्यवस्था लागू की गई तो इसके माध्यम से 37 लाख फर्जी राशन कार्ड पाये गए, जिससे सरकार को 33 करोड़ रुपये की बचत हुई।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में स्थापित किए जाने वाले बाॅटनिकल गार्डेन हेतु 01 करोड़ रुपये व बुद्ध योग केन्द्र के लिए 25 लाख रुपये देने की घोषणा की। इसके अलावा, उन्होंने नये जैव प्रौद्योगिकी ब्लाॅक एवं पं0 दीन दयाल उपाध्याय स्मृति उपवन का लोकार्पण किया। उन्होंने विश्वविद्यालय की स्मारिका का विमोचन भी किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री जी ने वैज्ञानिकों को सम्मानित भी किया। मुख्यमंत्री का सम्मान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 आर0सी0 सोबती ने बैज लगाकर किया गया।

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