UPCM ने वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विभिन्न जनपदों के वरिष्ठ-अधिकारियों को सम्बोधित किया
उत्तर प्रदेश।
UPCM ने कहा कि पूरे प्रदेश में 06 फरवरी, 2018 से आरम्भ हो रही माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल और इण्टरमीडिएट की बोर्ड परीक्षाओं में हर स्तर पर नकलविहीन व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार छात्रों के भविष्य को लेकर चिन्तित है। इसीलिए परीक्षाओं का स्तर सुधारने के दृष्टिगत यह प्रयास किया जा रहा है। परीक्षा की नकलविहीन व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए सारी तैयारियां समय रहते कर ली जाएं।
UPCM ने समस्त जिलाधिकारियों, पुलिस अधीक्षकों व जिला विद्यालय निरीक्षकों को वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सम्बोधित करते हुए कहा कि दागी केन्द्रों को परीक्षा से बाहर रखा जाए। सभी केन्द्रों पर CCTV-कैमरे लगाने की व्यवस्था की जाए। साथ ही, परीक्षा कक्षों में फर्नीचर की ठीक-ठाक व्यवस्था की जाए। परीक्षा केन्द्र के चयन में जिन लोगों की भूमिका रहती है, वे अपने दायित्वों का निर्वहन ठीक से करें अन्यथा सरकार द्वारा उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
UPCM ने कहा कि परीक्षा केन्द्रों पर विद्युत की सुचारू आपूर्ति सुनिश्चित करते हुए बैकअप के लिए जेनरेटर की भी व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं की चेकिंग परीक्षा से पहले केन्द्र के बाहर की जाए। छात्राओं की चेकिंग सिर्फ महिला कक्ष निरीक्षकों, अध्यापिकाओं द्वारा ही की जाए। चेकिंग के नाम पर छात्र-छात्राओं को अनावश्यक परेशान न किया जाए। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि परीक्षा केन्द्र के अन्दर नकल की सामग्री, मोबाइल इत्यादि न पहुंचे। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि काॅलेज मैनेजमेण्ट के लोग परीक्षा केन्द्र से 200 मीटर की परिधि से दूर रहें। उन्होंने कहा कि नकलविहीन परीक्षा सुनिश्चित कराने की सामूहिक जिम्मेदारी जिलाधिकारियों, पुलिस अधीक्षकों तथा जिला विद्यालय निरीक्षकों की होगी। नकल की शिकायत मिलने पर जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। परीक्षा केन्द्रों पर नकलविहीन परीक्षा सुनिश्चित करने के सम्बन्ध में जनपद बलिया, देवरिया, गाजीपुर, जौनपुर, आजमगढ़, गोरखपुर, बागपत, मुजफ्फरनगर, बुलन्दशहर, शाहजहांपुर, गोण्डा, मेरठ, इटावा, मैनपुरी तथा बदायूं के जिलाधिकारियों, पुलिस अधीक्षकों तथा जिला विद्यालय निरीक्षकों से सीधे जानकारी प्राप्त की। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को अपने-अपने जनपदों में हर हाल में नकलविहीन परीक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
UPCM ने वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के दौरान समस्त जिलाधिकारियों को माह अप्रैल, 2018 में जल जनित तथा विषाणुओं से फैलने वाली बीमारियों जैसे-डेंगू, जे0ई0, कालाज़ार इत्यादि के विरुद्ध एक पखवाड़े तक अभियान चलाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सम्बन्धित विभाग इसमें अपना सक्रिय और प्रभावी योगदान सुनिश्चित करें, ताकि इन बीमारियों पर नियंत्रण पाया जा सके। सरकार का लक्ष्य इन बीमारियों से हो रही मौतों को रोकना है। इस अभियान में जनप्रतिनिधियों की भागीदारी भी सुनिश्चित की जाए।
UPCM ने कहा कि सभी जिला अस्पतालों, CHC और PHC में डाॅक्टरों तथ पैरामेडिकल स्टाफ की पर्याप्त संख्या में तैनाती की जाए। इसके अलावा, बच्चों को होने वाली बीमारियों से निपटने के लिए पीडियाट्रिक्स के विशेषज्ञों की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाए। सभी अस्पतालों, सी.एच.सी. और पी.एच.सी. में पर्याप्त मात्रा में इन बीमारियों से निपटने के लिए उपकरण तथा आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के जनपदों के डाॅक्टरों को इस सम्बन्ध में आवश्यक प्रशिक्षण गोरखपुर के BRD-मेडिकल काॅलेज में दी जाएगी, जबकि अन्य डाॅक्टरों को यह प्रशिक्षण लखनऊ के किंग जाॅर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में दी जाएगी।
UPCM ने कहा कि इस सम्बन्ध में एक जन-जागरूकता अभियान भी चलाया जाए। साथ ही, बच्चों को इन बीमारियों से बचाने के लिए वैक्सीनेशन कार्यक्रम भी इसी अभियान के साथ संचालित किया जाए। उन्होंने कहा कि इसमें जनप्रतिनिधियों तथा स्वयंसेवी संगठनों की सहभागिता सुनिश्चित की जाए। इस सम्बन्ध में एक बैठक आगामी मार्च, 2018 में आयोजित की जाएगी, जिसमें इस अभियान की तैयारियों की समीक्षा की जाएगी। उन्होंने कहा कि ‘108’ और ‘102’ एम्बुलेन्स सेवाओं की शिकायतों को शीघ्र दूर किया जाए। सभी जिलाधिकारी, जिला अस्पतालों, सी0एच0सी0 तथा पी0एच0सी0 का स्वयं निरीक्षक करके वहां की व्यवस्थाएं चुस्त-दुरुस्त करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जिला अस्पतालों, CHC और PHC की व्यवस्थाओं की चेकिंग करने के लिए मुख्यालय से भी टीम जाएगी। उन्होंने कहा कि वे स्वयं अप्रैल, 2018 से जिला अस्पतालों, CHC और PHC का औचक निरीक्षक करेंगे।
UPCM ने जिलाधिकारियों को जनता की समस्याओं का जनपद स्तर पर ही निस्तारण सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए कहा कि यद्यपि जनपद स्तर पर इसमें सुधार आया है, परन्तु निचले स्तरों विशेषकर तहसील स्तर पर समस्या ज्यों की त्यों है। उन्होंने कहा कि जनता की समस्याओं को सुनते हुए उनका तत्काल निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। गरीबों, किसानों की छोटी-छोटी समस्याएं होती हैं, जिनका समयबद्ध ढंग से निस्तारण किया जाए। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि यह समस्याएं शासन तक पहुंचीं, तो सम्बन्धित अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने जिलाधिकारियों को प्रातः 10 से 12 बजे के बीच जनता की समस्याओं को सुनने के निर्देश देते हुए कहा कि इस व्यवस्था का कड़ाई से अनुपालन किया जाए।
वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के दौरान UPCM ने जनपद गाजीपुर, मऊ, गोरखपुर, जौनपुर, वाराणसी, लखनऊ, सुल्तानपुर, गाजियाबाद तथा गौतमबद्धनगर के जिलाधिकारियों से एन0एच0ए0आई0 के लिए भूमि अधिग्रहण/मुआवजा वितरण से सम्बन्धित समस्याओं को शीघ्र निस्तारित करने के भी निर्देश दिए।
साथ ही कानून व्यवस्था की समीक्षा करते हुए सभी जनपदों के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों तथा पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने जनपदों की कानून व्यवस्था को हर हाल में ठीक करें। सरकार जनता की समस्याओं के प्रति संवेदनशील है। सामान्य नागरिक सहायता मिलने की उम्मीद से थाने जाता है। ऐसे में उसकी समस्याओं को पूरी संवेदनशीलता के साथ सुनते हुए, उनका निस्तारण किया जाए।
UPCM ने कहा कि जनपदों के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और पुलिस अधीक्षक अपने अधीनस्थ अधिकारियों के साथ फुट पेट्रोलिंग अवश्य करें। बालिकाओं और महिलाओं के प्रति होने वाली घटनाओं में अपराधियों को शीघ्र ही पकड़ते हुए उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। एण्टी रोमिया स्क्वाॅयड को और सक्रिय बनाते हुए यह सुनिश्चित किया जाए कि महिलाओं को हर प्रकार की सुरक्षा मिले। यदि पुलिस अपने काम को मुस्तैदी से करेगी, तो अपराधों पर लगाम लगेगी। उन्होंने हर जनपद में अपराधियों की सूची बनाने तथा उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। पुलिस अधिकारी जनप्रतिनिधियों के प्रति संवेदनशीलता बरतें और उनकी बातों को सुनें। बड़ी डकैती की घटनाओं को शीघ्र साॅल्व करने के भी उन्होंने निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मीडिया में घटनाओं के सही तथ्यों को रखें। उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों और पुलिस अधीक्षकों को अपने-अपने जनपदों में अवैध खनन जैसी गतिविधियों पर भी लगाम लगाने के निर्देश दिए।
UPCM ने जनपद फर्रूखाबाद, गोण्डा, आजमगढ़, वाराणसी, कासगंज के पुलिस अधिकारियों से उनके जनपदों की कानून व्यवस्था के विषय में जानकारी प्राप्त की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने शिवरात्रि तथा होली जैसे पर्वों पर कानून व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त रखने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बालिकाओं, सामान्य नागरिकों, व्यापारियों इत्यादि के साथ घटित हो रही घटनाओं पर सख्ती से लगाम लगायी जाए।
वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के दौरान UP_Dy_CM डाॅ. दिनेश शर्मा, मुख्य सचिव राजीव कुमार, अपर मुख्य सचिव माध्यमिक और उच्च शिक्षा, प्रमुख सचिव UPCM सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।