UPCM ने जालौन की 126 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और 149 परियोजनाओं का लोकार्पण किया
उत्तर प्रदेश।
UPCM ने कहा कि राज्य सरकार ‘सबका साथ-सबका विकास’ के मूलमंत्र पर काम कर रही है, ताकि समाज के सभी लोगों/वर्गों का विकास हो सके। प्रदेश सरकार पात्रता के आधार पर गरीबों, वंचितों और दबे-कुचले लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ सुनिश्चित कर रही है, ताकि उनकी मदद की जा सके।
कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों को दिए स्वीकृति पत्र
UPCM ने उरई, जनपद जालौन के राजकीय इण्टर काॅलेज प्रांगण में लोक कल्याण मेला, लाभार्थी सम्मेलन एवं विभिन्न विकास परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। इस अवसर पर उन्होंने जनपद की 126 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और 149 का परियोजनाओं का लोकार्पण किया। इन 275 परियोजनाओं की कुल लागत 38787.07 लाख रुपए है। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने विभिन्न विभागों द्वारा संचालित कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र भी वितरित किए।
कागज उद्योग को ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट’ योजना के तहत बढावा
UPCM ने कहा कि बुन्देलखण्ड क्षेत्र के विकास हेतु राज्य सरकार सतत प्रयासरत है। इसलिए बुन्देलखण्ड क्षेत्र के लिए ऐसी योजनाएं बनाने की दिशा में काम किया जा रहा है, जिससे इस क्षेत्र का विकास हो और रोजगार के अवसर भी उपलब्ध हो सकें। इस उद्देश्य से प्रदेश सरकार ने आगरा-चित्रकूट वाया उरई एक्सपे्रस-वे के निर्माण का निर्णय लिया है। कालपी में पर्यटन की अपार सम्भावनाएं मौजूद हैं। इस क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कार्यवाही की जा रही है। कालपी के कागज उद्योग को ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट’ योजना के तहत बढ़ावा दिया जाएगा और इसकी विशिष्ट पहचान को भी स्थापित किया जाएगा।
पचनदा को पर्यटन के नक्शे पर लाने का कार्य
UPCM ने कहा कि उत्तर प्रदेश की स्थापना की अधिसूचना 24 जनवरी को लागू हुई थी। राज्य सरकार ने इस वर्ष से इसे ‘उत्तर प्रदेश दिवस’ के रूप में मनाने की शुरुआत की है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में ‘पंचनदा’ भी है, जहां पांच नदियों का संगम है। इसका विकास कर इसे पर्यटन के नक्शे पर लाने का कार्य किया जाएगा। विगत एक वर्ष के अन्दर राज्य सरकार ने जो कार्य किए हैं, उतने कार्य पिछली सरकारों द्वारा एक वर्ष की अवधि में नहीं किए गए थे। पूरे प्रदेश में विद्युत आपूर्ति नियमित करके 20-22 घण्टे आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। बुन्देलखण्ड क्षेत्र की पेयजल समस्या को दूर करने के लिए सरकार हर स्तर पर कार्य कर रही है। इस क्षेत्र में हैण्डपम्पों की स्थापना, रीबोर, मरम्मत के कार्य, पाइप लाइन परियोजनाओं का विस्तार कर पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी।
UPCM ने कहा कि बुन्देलखण्ड में अन्ना पशुप्रथा के निराकरण हेतु जन सहयोग से समयबद्ध तरीके से कार्य करने हेतु प्रशासन को निर्देशित किया गया है। गौशालाओं को और अधिक क्षमतावान बनाया जाएगा। बेरोजगारी दूर करने हेतु विभिन्न विभागों में मौजूद रिक्तियों को शीघ्र भरा जाएगा। इस प्रक्रिया में पूरी पारदर्शिता अपनाई जाएगी, जिससे कहीं भी किसी स्तर पर गड़बड़ी न होने पाए।