UPCM ने गोरखपुर में विभिन्न योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्याश किया

उत्तर प्रदेश।
UPCM ने घोषणा की है कि अगले एक वर्ष में 1500 करोड़ रुपये का पूंजी निवेश गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) में सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि सकारात्मक सोच के साथ उद्यमियों को सुविधा पहुंचाने का कार्य करें। UPCM ने जनपद गोरखपुर में 7.03 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित गीडा कार्यालय भवन का लोकार्पण करने के बाद जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि स्थापना काल से अब तक गीडा में 1200 करोड़ रुपये का कुल निवेश हुआ है, जो पर्याप्त नहीं है।

UPCM ने कहा कि लखनऊ, गाजीपुर, बलिया, बनारस पूर्वान्चल एक्सप्रेस-वे 341 कि.मी. लम्बा है। इसका शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे। गोरखपुर से यह बेलघाट-कम्हरिया घाट पुल से जुड़ेगा। उन्होंने कहा कि गोरखपुर-जैतपुर-कम्हरिया घाट मार्ग 4-लेन बनाकर इस एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जायेगा। उन्होंने गीडा के अधिकारियों को निर्देश दिये कि इसके किनारे 10 हजार एकड़ लैण्ड बैंक का नोटिफिकेशन करायें, ताकि गीडा का विस्तार किया जा सके तथा पूर्वान्चल का औद्योगिक विकास हो सके।

UPCM ने 336.43 लाख रुपये की लागत से कालेसर-नौसढ़ 10 कि.मी. एल.ई.डी. पथ प्रकाश का उद्घाटन किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि इस मार्ग पर सुरक्षा के लिए पेट्रोलिंग भी बढ़ायें, जिससे गीडा में कार्य करने वाले उद्यमियों को सुरक्षा मिल सके। उन्होंने इस अवसर पर गीडा के वेबसाइट का भी उद्घाटन किया।

UPCM ने कहा कि प्रदेश के सभी विकास प्राधिकरण आॅनलाइन अपनी योजनाओं का विवरण दें। साथ ही, फाॅर्म अपलोड करें जिससे देखकर उद्यमी उद्योग लगाने के लिए विवरण पढ़कर आवेदन करें। अधिकारी उसे उद्योग सम्बन्धी सभी सुविधाएं मुहैया करायें। उन्होंने बताया कि उनके कार्यालय में सिंगल विण्डो सिस्टम कार्य करता है, जो उद्यमियों के मामलांे को त्वरित निस्तारित करता है।

UPCM ने कहा कि सरकार फूडपार्क, टेक्सटाइल पार्क, एविएशन सभी क्षेत्रों में कार्य योजना तैयार कर ली है। उद्यमी अपनी रुचि के अनुसार क्षेत्र में निवेश करें। सरकार सभी को सुरक्षा एवं सुविधा देगी। हम संवाद की ताकत का उपयोग करके किसानों, उद्यमियों की समस्याओं का निस्तारण करेंगे। साथ ही, पूंजी निवेश के लिए वातावरण सृजन करेंगे।

UPCM ने कहा कि पिछली सरकारों द्वारा ऐसी जगह पर चीनी मिलें लगा दी गयीं, जहां एक पेड़ी भी गन्ना नहीं पैदा होता था। परिणामस्वरूप धुरियापार चीनी मिल एक दिन भी नहीं चली। उन्होंने कहा कि हम खजनी में बन्द कम्बल मिल, खलीलाबाद में कताई मिल को चालू करने की कार्ययोजना तैयार कर रहे हैं।

UPCM ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे भी गीडा में उद्यमियों की समस्याओं, उनके प्रकरणों के निस्तारण के लिए प्रकोष्ठ गठित करें। कोई उद्यमी इकाई की स्थापना के लिए आये तो सकारात्मक सोच के साथ उसकी मदद करें। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि गोरखपुर में ही 200 उद्यमी अपना उद्योग लगाने के लिए आगे आयेंगे। UPCM ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि मामलों की क्लीयरेंस तथा समस्याओं के निस्तारण के लिए समय सीमा तय करें। साथ ही संबंधित अधिकारियों का उत्तरदायित्व भी निर्धारित करें। यदि वह तय समय सीमा में निस्तारण नहीं करता है तो उसके विरुद्ध कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि गीडा क्षेत्र में राप्ती नदी के तटबंध की साफ सफाई करायें, मजबूत करने के लिए बोल्डर पिचिंग करायें। उसका चैड़ीकरण करायें। पानी निकासी के लिए नाली बनवायें। पूरे गीडा क्षेत्र में एल.ई.डी. लाइट लगवायें।

UPCM ने कहा कि सरकार के 10 माह के कार्यकाल में 6 लाख युवाओं को स्किल डवलपमेन्ट के अन्तर्गत प्रशिक्षित किया गया है। 2.50 लाख पास हुए ओर 1.40 लाख युवाओं प्लेसमेन्ट हुआ। 21 व 22 फरवरी, 2018 को UP-इन्वेस्टर्स समिट लखनऊ में आयोजित की जा रही है, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे। उन्होंने गोरखपुर के उद्यमियों को भी इस समिट में आमंत्रित किया है।

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