UPCM ने कानपुर के HBTU में विभिन्न कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण किया
उत्तर प्रदेश।
UPCM ने कानपुर के हरकोर्ट बटलर प्राविधिक विश्वविद्यालय, कानपुर के परिसर में 7876.17 लाख रु0 के विभिन्न कार्यों का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए UPCM ने कहा कि हरकोर्ट बटलर प्राविधिक विश्वविद्यालय (एच0बी0टी0यू0) प्रदेश का एक गौरवशाली संस्थान है, जिसने इंजीनियरिंग एवं टेक्नोलाॅजी के क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। यह विश्वविद्यालय प्राविधिक क्षेत्र की ख्याति प्राप्त संस्थाओं में अग्रणी स्थान रखता है।
UPCM द्वारा 1000 क्षमता के बहुउद्देश्यीय भवन, लेक्चर हाॅल काॅम्प्लेक्स, सभागार, उद्भवन केन्द्र, दिव्यांगजनों हेतु विभिन्न निर्माण कार्य, शुद्ध पेयजल आपूर्ति संयंत्र एवं पश्चिमी अबाधित विद्युत आपूर्ति उपकेन्द्र, व्यायामशाला, 320 सीटेड छात्रावास, डाइनिंग हाॅल, स्पोर्ट काॅम्प्लेक्स, वाई-फाई सुविधा एवं वाहन पार्किंग के लोकार्पण व शिलान्यास किया गया। परिसर में शुद्ध पेयजल आपूर्ति हेतु 2000 लीटर प्रति घण्टा वाले 2 संयंत्रो की स्थापना की गयी, जिसे विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र श्री सुनील अग्रवाल के प्रतिष्ठान कामधेनु लि0 गुरुग्राम द्वारा उपलब्ध कराया गया है।
UPCM ने कहा कि इन परियोजनाओं से विश्वविद्यालय के पठन-पाठन एवं सुविधाओं में काफी सुधार होगा। इन आधारभूत सेवाओं की उपलब्धता से विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास होगा और वे अपने तकनीकी कौशल से देश को लाभान्वित कर सकेंगे। साथ ही IIT-कानपुर और HBTU के बीच इनोवेशन और इंक्यूबेशन के सम्बन्ध में MOU हस्ताक्षरित किया गया। इसके अलावा, डाॅ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश, लखनऊ और IIT कानपुर के बीच एक अन्य MOU भी हस्ताक्षरित हुआ।
इस अवसर पर UPCM ने कहा कि इन MOU के क्रियान्वयन से PM-नरेन्द्र मोदी जी की मंशा के अनुरूप नवाचार, कौशल विकास एवं शोध के क्षेत्र में प्रगति होगी तथा नौजवानों के सपने साकार हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश की 22 करोड़ जनता के हितों के लिए वर्तमान सरकार कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि किसानों की आय को दोगुना करने के लिए हर खेत का मृदा परीक्षण हो, ताकि किसान अपनी जमीन के स्वास्थ्य के सम्बन्ध में जान सकें। उन्होंने किसानों को तकनीकी लाभ पहुंचाने के लिए स्कूलों की लैब का प्रयोग किए जाने की बात कही। UPCM ने कहा कि गौशालाओं का निर्माण कराए जाने की दिशा में कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने इस कार्य के लिए जनसहयोग और जनभागीदारी पर बल दिया। उन्होंने सफाई व्यवस्था पर बोलते हुए कहा कि कूडे़ से कम्पोस्ट खाद बनाई जा सकती है, बायोफ्यूल भी बन सकता है। इस कार्य में तकनीकी विश्वविद्यालयों को आगे आकर सस्ती तकनीकी जनता को उपलब्ध करानी होगी।
कार्यक्रम के दौरान कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक, कुल सचिव प्रो. करुणाकर सिंह, विधायक नीलिमा कटियार, सांसद देवेन्द्र सिंह भोले, मेयर प्रमिला पाण्डेय ने भी अपने विचार व्यक्त किए। साथ ही औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना, प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशुतोष टण्डन, खादी ग्रामोद्योग मंत्री सत्यदेव पचैरी, अन्य जनप्रतिनिधिगण, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।