मुख्यमंत्री ने मिशन रोजगार के अन्तर्गत चयनित स्वास्थ्य विभाग के 1,112 कनिष्ठ लिपिक एवं 22 एक्स-रे टेक्नीशियन को नियुक्ति पत्र प्रदान किए
प्रधानमंत्री की विजनरी लीडरशिप में देश में स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि विकास, जल संसाधन, रोजगार, स्किल डेवलपमेन्ट, इमर्जिंग टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य किए जा रहे

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि स्वस्थ व्यक्ति ही स्वस्थ समाज के निर्माण में अपना योगदान दे सकता है। स्वस्थ व्यक्ति ही सशक्त समाज और समर्थ राष्ट्र के निर्माण में अपनी भूमिका का निर्वहन कर सकता है। यदि व्यक्ति स्वस्थ नहीं होगा, तो व्यवस्था कैसे स्वस्थ होगी। व्यवस्था के अस्वस्थ होने पर विकास अवरूद्ध हो जाएगा। विगत साढ़े 08 वर्षों में स्वास्थ्य विभाग ने लम्बी छलांग लगाई है। प्रत्येक क्षेत्र में कुछ न कुछ नया परिवर्तन करके दिखाया है। यह परिवर्तन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के विकसित भारत संकल्पना को आगे बढ़ाने का हिस्सा है।
मुख्यमंत्री ने मिशन रोजगार के अन्तर्गत निष्पक्ष एवं पारदर्शी प्रक्रिया के अन्तर्गत चयनित स्वास्थ्य विभाग के 1,112 कनिष्ठ लिपिक एवं 22 एक्स-रे टेक्नीशियन को नियुक्ति पत्र प्रदान करने के पश्चात आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त किये। उन्होंने नवचयनित अभ्यर्थियों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आप सभी निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के माध्यम से चयनित हुए हैं। निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया प्रदेश की नई तस्वीर प्रस्तुत करती है। इसका उदाहरण चिकित्सा शिक्षा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग भी है। सरकार भी आपसे अपेक्षा रखती है कि जरूरतमंदों के प्रति संवेदना व आदर का भाव रखते हुए, उन्हें बेहतर से बेहतर सेवा प्रदान करें। उनके साथ किसी भी स्तर पर कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए। यदि प्र्रत्येक नागरिक अपनी-अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन ईमानदारीपूर्वक करेगा, तो देश को विकसित भारत तथा दुनिया की सबसे बड़ी ताकत बनने में बहुत देर नहीं लगेगी। इसके लिए हम सभी को मिलकर कार्य करना होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी की विजनरी लीडरशिप में देश में स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि विकास, जल संसाधन, रोजगार, स्किल डेवलपमेन्ट, इमर्जिंग टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य किए जा रहे हैं। प्रदेश ने विकास के लिए आवश्यक सभी मानकों को पूरा करते हुए आगे बढ़ने का निर्णय लिया। परिणामस्वरूप विगत साढे़ 08 वर्षों में पारदर्शी एवं निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया के माध्यम से साढे़ 8 लाख से अधिक युवाओं को प्रदेश के विभिन्न विभागों में नियुक्त किया गया है। प्रदेश में भर्ती प्रक्रिया निर्धारित समय में सम्पन्न हो रही है।
विगत 08 वर्षों में 02 लाख 19 हजार पुलिस कार्मिकों की भर्ती सफलतापूर्वक सम्पन्न की गई है। हाल ही में नियुक्त 60,244 पुलिस कार्मिक प्रदेश में स्थित ट्रेनिंग सेन्टर्स में बेहतरीन ट्रेनिंग प्राप्त कर रहे हैं। प्रदेश में हाल ही में प्रारम्भिक अर्हता परीक्षा (पी0ई0टी0) कुशलतापूर्वक सम्पन्न की गई है। इस परीक्षा में सफल होने वाले अभ्यर्थियों को प्रदेश सरकार के विभागों की नियुक्ति प्रक्रिया से जुड़ने का अवसर प्राप्त होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ विभाग के अन्तर्गत 1,354 स्टाफ नर्स, 7,182 ए0एन0एम0, 1,102 स्पेशलिस्ट चिकित्सक, चिकित्सा शिक्षा विभाग के 278 एसोशिएट प्रोफेसर तथा चिकित्सा संस्थानों के 2,142 स्टाफ नर्स की भर्ती सफलतापूर्वक सम्पन्न कर नियुक्ति पत्र प्रदान किए जा चुके हैं। यह सभी उत्तर प्रदेश के विकास में अपना योगदान दे रहे हैं। वर्ष 2017 से पूर्व प्रदेश में 17 मेडिकल कॉलेज थे। आज इनकी संख्या बढ़कर 80 से अधिक हो गई है। इन मेडिकल कॉलेजों में बड़ी संख्या में युवाओं को रोजगार प्राप्त हुआ है। लोगों को स्थानीय स्तर पर अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही हैं। ‘एक जनपद एक मेडिकल कॉलेज’ योजना प्रदेश की पहचान बन रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 80 लाख से अधिक लोगों को आयुष्मान कार्ड का लाभ प्राप्त हो रहा है। इसके लिए प्रदेश सरकार ने केन्द्र सरकार के साथ मिलकर गरीबों की बेहतर चिकित्सा सुविधा के लिए लगभग 03 हजार करोड़ रुपये की धनराशि का भुगतान किया है। हाल ही में प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षकों के लिए कैशलेस इलाज की घोषणा की गई है। प्रदेश के प्रत्येक जनपद में ब्लड बैंक, आई0सी0यू0, मिनी आई0सी0यू0, डिजिटल एक्स-रे, ब्लड सेपरेटर तथा डायलिसिस आदि सुविधाएं उपलब्ध हैं। टेक्नीशियन तथा कनिष्क सहायक किसी भी चिकित्सा संस्थान की बैकबोन होते हैं। यदि कनिष्ठ सहायक जरूरतमंद लोगों की फाइल समय से अग्रसारित कर दें, तो लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं निर्धारित समय में प्राप्त हो सकती हैं। एक्स-रे टेक्नीशियन मशीनों के संचालन व रख-रखाव में अपना योगदान दे सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में वर्ष 2017 से पूर्व एम0बी0बी0एस0 की 5,390 सीटें थीं। अब इनकी संख्या बढ़कर 11,850 अर्थात् दोगुने से भी अधिक हो चुकी है। पी0जी0 की सीट्स 1,344 से बढ़कर 4,028 हो गई हैं। सुपर स्पेशियलिटी सीटों की संख्या भी 120 से 305 हो गयी हैं। राजकीय क्षेत्र में अप्रैल 2017 के बाद से 1,284 चिकित्सा शिक्षकों की नियुक्ति की गयी है। डी0एन0बी0 सीटों की संख्या पिछले एक साल में दोगुनी हो गयी है।
यू0पी0एम0एस0सी0एल0 के अन्तर्गत उपकरणों एवं दवाइयों की आपूर्ति की जा रही है। वर्ष 2017-18 में यू0ेपी0एम0एस0सी0एल0 का वार्षिक टर्न ओवर 83 करोड़ रुपये था, जो वर्ष 2024-25 में बढ़कर 1,390 करोड़ रुपये हो गया है। पहले इस सीजन में अस्पताल इन्सेफेलाइटिस, मलेरिया, डेंगू, कालाजार, चिकनगुनिया आदि बीमारियों के मरीजों से भरे रहते थे। अब यह बीमारियां पूरी तरह नियन्त्रण में है। यह चीजें दिखाती हैं कि जब सरकार द्वारा अच्छे कदम उठाएं जाते हैं, तो अच्छे परिणाम आने में समय नहीं लगता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की बेहतरीन कानून व्यवस्था के परिणामस्वरूप लोग पर्व और त्योहारों को उत्साह व उमंग के साथ मनाते हैं। प्रदेश का सौहार्दपूर्ण वातावरण राष्ट्रीय एकता को सम्बल प्रदान कर रहा है। यह सौहार्दपूर्ण वातावरण राज्य के विकास का भी वाहक बन रहा है। इस वित्तीय वर्ष के अन्त तक प्रदेश की अर्थव्यवस्था 35 लाख करोड़ रुपये की बनने जा रही है। हमें यह सफलता प्रदेश के युवाओं को स्थानीय स्तर पर रोजगार की गारन्टी देने तथा निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया सम्पन्न करने के परिणामस्वरूप प्राप्त हुई है।
कार्यक्रम में मिशन रोजगार पर आधारित एक लघु फिल्म प्रदर्शित की गई।
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया।
इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह, विधायक डॉ0 नीरज बोरा, जयदेवी, विधान परिषद सदस्य मुकेश शर्मा, उमेश द्विवेदी, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य पार्थसारथी सेन शर्मा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।