देश में प्रधानमंत्री द्वारा खाद्य सुरक्षा से जुड़ी तमाम लैब का होगा लोकार्पण: योगी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजकोट, गुजरात से जनपद रायबरेली में नवनिर्मित एम्स सहित राजकोट, भटिण्डा, कल्याणी और मंगलागिरी एम्स को राष्ट्र को समर्पित करने के साथ ही स्वास्थ से जुड़ी अनेक महत्वपूर्ण परियोजनाओं का वर्चुअली शिलान्यास/लोकार्पण किया। इस अवसर पर एम्स रायबरेली में आयोजित कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ज़ूबिन इरानी तथा केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रो0 एस0पी0 सिंह बघेल शामिल हुए।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले देश के सभी महत्वपूर्ण कार्यक्रम दिल्ली से होते थे। उन्होंने भारत सरकार को दिल्ली से बाहर निकालकर देश के कोने-कोने तक पहुंचा दिया है और आज राजकोट पहुंच गए। यह कार्यक्रम भी इसी बात का गवाह है। आज इस एक कार्यक्रम से देश के अनेक शहरों में विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास होना, एक नई परम्परा को आगे बढ़ा रहा है। इसी क्रम में आज राजकोट की धरती से राजकोट, रायबरेली, भटिण्डा, कल्याणी और मंगलागिरी में एम्स का लोकार्पण किया जा रहा है। रायबरेली को एम्स की गारण्टी हमने दी थी। रायबरेली एम्स का 05 साल पहले उन्होंने शिलान्यास और आज लोकार्पण किया है। इस सेवक ने गारण्टी पूरी की है। आज देश में लगातार एम्स जैसे आधुनिक अस्पताल और मेडिकल कॉलेज खुल रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने कोरोना को कैसे हराया, इसकी चर्चा पूरे विश्व में होती है। बीते दशक में एम्स मेडिकल कॉलेज और क्रिटिकल केयर इन्फ्रास्ट्रक्चर का अभूतपूर्व विस्तार हुआ है। छोटी-छोटी बीमारियों के लिए गांव-गांव में आयुष्मान आरोग्य मंदिर बनाए गए हैं। हमने पोषण, योग-आयुष और स्वच्छता पर बल दिया। आधुनिक मेडिकल चिकित्सा के साथ साथ पारम्परिक भारतीय चिकित्सा पद्धति को भी बढ़ावा दिया है। जन औषधि केन्द्रों में अस्सी प्रतिशत डिस्काउंट पर दवाई मिलने से गरीब और मध्यम वर्ग के 30 हजार करोड़ रुपये बचे हैं। हम हर परिवार को सौर ऊर्जा का उत्पादक बना रहे हैं, तो वहीं सौर और पवन ऊर्जा के बड़े प्लाण्ट भी लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि विकसित भारत के सपने को साकार करने के लिए हम सब मिलजुल कर आगे बढ़ें।
द्वारका को बेट द्वारका से जोड़ने वाले सुदर्शन सेतु का लोकार्पण किए जाने का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री जी ने कहा कि उन्हें आज समुद्र के भीतर गहराई में जाकर भगवान श्रीकृष्ण वाली द्वारका का दर्शन करने और उसके अवशेष का स्पर्श कर पूजन करने का सौभाग्य मिला। इससे विकास और विरासत के उनके संकल्प को नई ऊर्जा मिली है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में विगत 10 वर्ष में देश में प्रत्येक क्षेत्र में क्रान्तिकारी परिवर्तन देखने को मिल रहा है। इस नए भारत ने प्रत्येक नागरिक को सुरक्षा की गारण्टी दी है। आज प्रत्येक नागरिक को बेहतर स्वास्थ सुविधा प्राप्त हो इस बात की भी गारण्टी है। आज विकास की बड़ी-बड़ी परियोजनाओं को जमीनी पर धरातल पर उतारने की क्षमता भी है, साथ ही हर युवा के हाथ को विकास के साथ जोड़ने तथा आम नागरिक की आस्था को सम्मान देने का जज्बा भी सरकार के पास है ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह नया भारत स्वच्छ भारत मिशन के तहत प्रत्येक नागरिक को तमाम प्रकार की बीमारियों से बचाव का उपाय भी सुझाता है, वहीं यह नया भारत आज बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधा के माध्यम से प्रत्येक जनपद में हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर को बेहतरीन करने का कार्य भी करता है। आज प्रदेश का सौभाग्य है कि जनपद रायबरेली में एम्स का लोकार्पण प्रधानमंत्री जी द्वारा किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश देश में पहला अग्रणी राज्य है जहां दो-दो एम्स होने जा रहे हैं। जनपद गोरखपुर में पहले ही एम्स का लोकार्पण हो चुका है। आज रायबरेली में एम्स का लोकार्पण किया गया है। एम्स रायबरेली प्रदेश की जनता को बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में प्रत्येक क्षेत्र में वर्ष 1947 से 2014 तक जो भी कार्य हुए, प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में वह उपलब्धि मात्र 10 वर्षों में ही अर्जित की गयी है। वर्ष 2017 में वर्तमान प्रदेश सरकार के गठन के समय प्रदेश मे स्वास्थ्य के क्षेत्र में बड़ी चुनौतियां थीं। प्रदेश में इन्सेफेलाइटिस, मलेरिया, कालजार, डेंगू जैसी अनेक बीमारियां देखने को मिलती थीं। मेडिकल की सुविधा बहुत खराब थी। वर्ष 1947 से 2017 तक प्रदेश के 75 जनपदों में से केवल 12 जनपदों में ही राजकीय मेडिकल कॉलेज बन पाए थे। आज 45 जनपदों में मेडिकल कॉलेज हैं। सरकारी व निजी क्षेत्र दोनों को मिलाकर प्रदेश में 65 मेडिकल कॉलेज संचालित किए जा रहे हैं। वर्तमान में 14 मेडिकल कॉलेज निर्माणाधीन हैं। 16 जनपदों में पी0पी0पी0 मोड पर मेडिकल कॉलेज की स्थापना की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज ‘एक जनपद एक मेडिकल कॉलेज’ की परिकल्पना साकार हो रही है। सभी जनपदों के जिला चिकित्सालयों में निःशुल्क डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध है। दूर-दराज के क्षेत्र में टेलीमेडिसिन की भी सुविधा प्रदान की जा रही है। मुख्यमंत्री आरोग्य मेलों के माध्यम से प्रत्येक सप्ताह स्वास्थ्य विभाग की टीम दूर-दराज के गांव में जाकर लाखों लोगों को निःशुल्क स्वास्थ्य की सुविधा उपलब्ध करवा रही है ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अन्तर्गत लाभार्थी को 05 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा कवर प्राप्त होना अत्यंत अभिनन्दनीय है। इस कड़ी में आज एम्स रायबरेली का उद्घाटन मील का पत्थर साबित होने जा रहा है। देश में प्रधानमंत्री द्वारा खाद्य सुरक्षा से जुड़ी तमाम लैब का लोकार्पण होने जा रहा है। प्रयागराज में सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक का शिलान्यास भी प्रधानमंत्री के कर कमलों से होने जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को आश्वस्त किया कि डबल इंजन की सरकार उनके हितों के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। प्रधानमंत्री के विजन को पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ मिशन के रूप में जमीनी धरातल पर ले जाने का कार्य किया जाएगा।
केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ज़ूबिन इरानी ने अमेठी में मेडिकल कालेज, डायलिसिस सेन्टर, सी0टी0 स्कैन, ब्लड बैंक व अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं के विकास के लिए प्रधानमंत्री जी व मुख्यमंत्री जी के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी के प्रयासों से प्रदेश में स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार हुआ है।
केन्द्रीय एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रो0 एस0पी0 सिंह बघेल ने कहा कि उत्तर प्रदेश स्वस्थ रहता है तो देश स्वस्थ रहता है। उत्तर प्रदेश आगे बढ़ता है, तो देश आगे बढ़ता है। रायबरेली एम्स का निर्माण लगभग 900 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। उत्तर प्रदेश ने प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत आयुष्मान कार्ड के प्रसार में सबसे अच्छा कार्य किया है। प्रधानमंत्री जी का कार्यकाल गरीब कल्याण योजनाओं का स्वर्ण युग है। उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था का स्वर्ण युग है।
इस अवसर पर आयुष, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर मिश्र ’’दयालु’’, उद्यान, कृषि विपणन, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह, चिकित्सा शिक्षा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, परिवार कल्याण राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।