सीएम योगी ने ‘विश्वकर्मा एक्सपो-2025’ का शुभारंभ कर मेगा ऋण, टूलकिट एवं नियुक्ति पत्र वितरित किये
विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत राज्य सरकार 11 प्रकार के कार्यों के लिए हस्तशिल्पियों व कारीगरों को टूलकिट वितरित करती थी, अब 12 अन्य प्रकार के कार्यों के लिए भी टूलकिट प्रशिक्षण के साथ-साथ वितरित की जाएंगी : मुख्यमंत्री

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विश्वकर्मा जयन्ती के अवसर पर हस्तशिल्पियों एवं कारीगरों की ओर से नये भारत के शिल्पी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को उनके जन्मदिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज इस कार्यक्रम के माध्यम से हस्तशिल्पियों, कारीगरों को 1.32 लाख करोड़ रुपये का ऋण और 12,000 कारीगरों को प्रशिक्षण के बाद टूलकिट वितरित की जा रही हैं। विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत अभी तक राज्य सरकार 11 प्रकार के कार्यों के लिए हस्तशिल्पियों व कारीगरों को टूलकिट वितरित करती थी। अब 12 अन्य प्रकार के कार्यों के लिए भी टूलकिट प्रशिक्षण के साथ-साथ वितरित की जाएंगी।
मुख्यमंत्री ने विश्वकर्मा श्रम सम्मान कार्यक्रम को सम्बोधित किया। इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने सृष्टि रचयिता भगवान विश्वकर्मा जी के चित्र पर पुष्प अर्पित किए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के लाभार्थियों को टूलकिट, एम0एस0एम0ई0 उद्यमियों को ऋण के प्रतीकात्मक चेक, विभाग के नवचयनित 111 कनिष्ठ सहायकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। उनके समक्ष 25 कॉर्पोरेट प्रशिक्षणदाता संस्थाओं व राज्य सरकार के मध्य एम0ओ0यू0 सम्पन्न हुए। मुख्यमंत्री ने 17 से 19 सितम्बर, 2025 तक आयोजित होने वाले ‘विश्वकर्मा एक्सपो’ का उद्घाटन एवं अवलोकन किया। इसमें विश्वकर्मा ट्रेडों से सम्बन्धित उत्पादों की प्रदर्शनी लगायी गयी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन 12 प्रकार के कार्यों में मोबाइल रिपेयर, ऑटोमोबाइल रिपेयर, इलेक्ट्रॉनिक गुड्स रिपेयर, इलेक्ट्रिकल गुड्स रिपेयर, प्लम्बरिंग, कम्प्यूटर रिपेयर, सोलर इंस्टॉलेशन, डिजिटल फोटोग्राफी, ब्यूटी एण्ड वेलनेस जैसे मॉडर्न ट्रेड और मालाकार, मछुआरा, भरभुजा जैसे कार्य भी शामिल हैं। इनके माध्यम से हम अधिक से अधिक युवाओं को स्वरोजगार और रोजगार से जोड़ पाएंगे और उन्हें आत्मनिर्भरता के लक्ष्य की ओर अग्रसर कर सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एम0एस0एम0ई0 विभाग ‘पी0एम0 विश्वकर्मा योजना’ के साथ कोलैबोरेट करते हुए सस्ता लोन उपलब्ध कराने की दिशा में कार्य करे। वर्ष 2017 में उत्तर प्रदेश का सी0डी0 रेशियो 44 प्रतिशत था, जो आज बढ़कर 62 प्रतिशत हो गया है। इस वर्ष के अंत तक सी0डी0 रेशियो को 65 प्रतिशत से अधिक और अगले वर्ष तक 75 प्रतिशत तक ले जाने का हमारा लक्ष्य है। यदि उत्तर प्रदेश का नागरिक उत्तर प्रदेश में पैसा लगा रहा है, बैंक में डिपॉजिट कर रहा है, तो उसमें से 75 से 80 प्रतिशत धनराशि उत्तर प्रदेश में वापस विकास कार्यों में खर्च होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे युवाओं को रोजगार के लिए सस्ता लोन उपलब्ध होना चाहिए, क्योंकि प्रधानमंत्री जी का विजन है कि ‘भारत का युवा जॉब सीकर नहीं, जॉब क्रिएटर बने’। इस दिशा में बैंकर्स की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है और उसी भूमिका के साथ आज हम जुड़े हैं। जिन हस्तशिल्पियों, कारीगरों ने ऋण लिया है, वह इस ऋण का बेहतर उपयोग करें। मार्केट के साथ अपने उत्पाद को लिंक करें। उन्होंने विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के अन्तर्गत युवाओं को तकनीकी प्रशिक्षण देने के लिए प्रदेश सरकार के साथ एम0ओ0यू0 करने वाली कम्पनियों को धन्यवाद व्यक्त किया कि वे प्रशिक्षण के अभियान से जुड़ रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने वर्ष 2047 तक ‘विकसित भारत’ का लक्ष्य हर भारतवासी को दिया है। भारत को विकसित बनाने के लिए हमें उत्तर प्रदेश को विकसित बनाना होगा। साथ ही, हर गांव व नगर को विकसित और आत्मनिर्भर बनाना होगा। कोई देश तभी विकसित होने के लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है, जब वह अपने कारीगरों, हस्तशिल्पियों, अन्नदाता किसानों, युवाओं का सम्मान करे। यदि वह ऐसा करता है, तो दुनिया की कोई ताकत उसको आगे बढ़ने से नहीं रोक सकती है। आप सबके बल पर हम उत्तर प्रदेश को विकसित उत्तर प्रदेश बनाएंगे। हमारे युवा ही हमारी ताकत हैं, सरकार आपके साथ खड़ी है। सरकार युवाओं को सरकारी नौकरी, रोजगार, स्वरोजगार के साथ जोड़ रही है। उत्तर प्रदेश आगे बढ़ेगा, तो देश आगे बढ़ेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकसित भारत की संकल्पना सम्भव है, क्योंकि आज से 400 वर्ष पूर्व भारत विकसित था और दुनिया की अर्थव्यवस्था में भारत 25 प्रतिशत से अधिक का योगदान करता था। भौगोलिक दृष्टि से भारत दुनिया में 7वें स्थान पर आता है। भारत के पास दुनिया की सबसे बड़ी कृषि योग्य भूमि है, जिसमें 60 प्रतिशत से अधिक भूमि सिंचित है। हमारे अन्नदाता किसानों की मेहनत के कारण भारत धन-धान्य से परिपूर्ण था। हमारे पास उद्योग-धंधे, औद्योगिक क्लस्टर जैसे औद्योगिक व्यवस्था से जुड़े साधन मौजूद थे।
प्रदेश में वर्ष 2017 से पूर्व इन औद्योगिक क्षेत्रों की स्थिति अच्छी नहीं थी। वर्ष 2017 के बाद राज्य सरकार ने परम्परागत उद्यम को उत्तर प्रदेश का मजबूत आधार बनाया। वर्ष 2018 से प्रदेश सरकार ने ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट योजना’ (ओ0डी0ओ0पी0) के माध्यम से परम्परागत उद्यम की ब्राण्डिंग की व उसे प्रमोट किया। परिणामस्वरूप आज देश में सर्वाधिक 96 लाख एम0एस0एम0ई0 यूनिट उत्तर प्रदेश में क्रियाशील हैं, जिनसे 02 करोड़ लोग रोजगार व स्वरोजगार से जुड़े हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश की ओ0डी0ओ0पी0 योजना देश में मॉडल बनी है और प्रधानमंत्री जी के ‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान को धरातल पर उतार रही है। राज्य सरकार ने ओ0डी0ओ0पी0 योजना के माध्यम से प्रदेश के हस्तशिल्पियों व कारीगरों के उत्पादों को डिजाइन व टेक्नोलॉजी प्रदान की तथा उनके उत्पादों को मार्केट से लिंक किया और एक्सपोर्ट से जोड़ा। इसका परिणाम है कि आज उत्तर प्रदेश द्वारा 1.86 लाख करोड़ रुपये का एक्सपोर्ट केवल एम0एस0एम0ई0 क्षेत्र से किया जा रहा है। प्रदेश के एम0एस0एम0ई0 क्षेत्र ने उत्तर प्रदेश को एक नई पहचान दी है। यहां के युवाओं को नौकरी व रोजगार से जोड़ा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी ने ग्राम स्वराज की बात की थी। ग्राम स्वराज का तात्पर्य है कि हमारे गांव आत्मनिर्भर इकाई बनें। पहले हमारे गांवों की निर्भरता सरकार पर न्यूनतम हुआ करती थी। गांवों में लोग परस्पर सम्बन्धों व समन्वय से व्यवस्था का संचालन करते थे, जो हमारी ताकत थी। यह ताकत हमारे हस्तशिल्पियों, कारीगरों ने पैदा की थी। इन्हीं हस्तशिल्पियों, कारीगरों के सम्मान के लिए राज्य सरकार ने वर्ष 2019 में ‘विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना’ लागू की। सहारनपुर की काष्ठ कला, फर्नीचर उद्योग, मुरादाबाद का पीतल का सामान, फिरोजाबाद का ग्लास उत्पाद, गोरखपुर का टेराकोटा, मेरठ में बना खेल का सामान, आगरा, कानपुर व उन्नाव में तैयार हुए चमड़े के उत्पाद, वाराणसी, भदोही, मिर्जापुर में बनी कालीन देश-दुनिया में प्रसिद्ध हो रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश कभी बीमारू राज्य माना जाता था, आज वही उत्तर प्रदेश बीमारू राज्य की श्रेणी से हटकर देश का ग्रोथ इंजन बनकर विकास की अग्रिम पंक्ति में खड़ा है। उत्तर प्रदेश के बारे में लोगों की धारणा बदल चुकी है। अब उत्तर प्रदेश का मतलब देश के हर प्रश्नों का उत्तर है। उत्तर प्रदेश अनलिमिटेड पोटेंशियल का प्रदेश बन चुका है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी 25 से 29 सितम्बर तक ग्रेटर नोएडा के इण्डिया एक्सपो सेण्टर में यू0पी0 इण्टरनेशनल ट्रेड शो आयोजित होने जा रहा है, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री जी करेंगे। इस ट्रेड शो में दुनियाभर के खरीददार आएंगे। यू0पी0 इण्टरनेशनल ट्रेड शो प्रदेश के हस्तशिल्पियों, कारीगरों, उद्यमियों को अपने उत्पाद की शोकेसिंग करने का मंच प्रदान करता है। यहां पर बायर्स-सेलर्स मीट के आयोजन होंगे, जिसमें फॉरेन बायर्स भी सम्मिलित होंगे। उन्होंने लोगों से इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान, लखनऊ में आयोजित 03 दिवसीय ‘विश्वकर्मा एक्सपो’ से जुड़ने की अपील भी की।
कार्यक्रम को एम0एस0एम0ई0 मंत्री राकेश सचान व अपर मुख्य सचिव एम0एस0एम0ई0 आलोक कुमार ने भी सम्बोधित किया।
इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण, एम0एस0एम0ई0 विभाग के अधिकारी, बैंकिंग सेक्टर से जुड़े लोग, हस्तशिल्पी व कारीगर उपस्थित थे।