सीएम योगी ने चित्रकूट में इंग्लिश मीडियम प्राइमरी विद्यालय, सोनेपुर का औचक निरीक्षण किया
मुख्यमंत्री ने जनपद चित्रकूट में विकास कार्यक्रमों एवं कानून व्यवस्था की समीक्षा की, कलेक्ट्रेट परिसर में चन्दन का पौधा लगाया
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद चित्रकूट भ्रमण के दौरान कलेक्ट्रेट में विकास कार्यक्रमों एवं कानून व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने कलेक्ट्रेट परिसर में चन्दन का पौधा भी लगाया।
मुख्यमंत्री ने अपराध और भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने पर बल देते हुए कहा कि अपराधों पर पूर्ण लगाम लगायी जाए। समाज में भय उत्पन्न करने वाले अराजक तत्वों को चिन्हित कर जेल भेजा जाए। भयमुक्त समाज की स्थापना हमारा संकल्प है, इसके लिए अपराधियों में भय होना चाहिए। पेशेवर पशु, वन, खनन तथा भू माफियाओं पर प्रभावी कार्यवाही होनी चाहिए। यातायात की सुचारु व्यवस्था के लिए अतिरिक्त पुलिस बल लगाया जाए। मिशन शक्ति अभियान के अन्तर्गत गांव-गांव में महिलाओं एवं बालिकाओं को सरकार की योजनाओं की जानकारी दी जाए। चित्रकूट एक धार्मिक स्थल है, अतः यहां पर अवैध गांजा, कच्ची शराब आदि पर प्रभावी कार्यवाही की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 13 जनवरी, 2025 से 26 फरवरी, 2025 तक प्रयागराज में महाकुम्भ का आयोजन हो रहा है। इस दौरान धर्मनगरी चित्रकूट में भी काफी श्रद्धालु आयेंगे। उन्हें अच्छी सुरक्षा प्रदान की जाए। श्रद्धालु जनपद के बारे में अच्छी धारणा ले कर जायें, इसके लिए सभी अधिकारी तत्परता से कार्य करें। धार्मिक स्थलों पर स्वच्छता रहे। मठ-मंदिरों के साधु-संतो को कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए। आश्रमों में निवास कर रहे 70 वर्ष के अधिक आयु के साधु-संतों का अभियान चलाकर आयुष्मान कार्ड बनवाया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बुन्देलखण्ड लिंक एक्सप्रेस-वे, डिफेंस कॉरिडोर, राम वनगमन मार्ग, औद्योगिक कॉरिडोर परियोजनाओं के लिए भूमि की व्यवस्था यथाशीघ्र की जाए। चित्रकूट क्षेत्र में जहां लिंक एक्सप्रेस-वे जुड़ रहा है, वहां पर निवेश के लिए होटल आदि के प्रस्ताव हेतु लैण्डमैप बनाया जाय। जनपद में विद्युत की समस्या नहीं होनी चाहिए। विद्युत आपूर्ति सही रहे। उपभोक्ताओं को सही विद्युत बिल उपलब्ध कराया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऑपरेशन कायाकल्प के अन्तर्गत सभी विद्यालयों में शौचालय की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होना चाहिए। समय सीमा के अन्दर सभी बच्चों को यूनीफॉर्म, मोजा, जूता एवं स्वेटर मिल जाए। इसकी जिम्मेदारी प्रधानाचार्य व शिक्षकों को दी जाए। जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देशित करते हुए उन्होंने कहा कि जिन विद्यालयों के भवन निर्माण कार्य अधूरे हैं, उनकी रिपोर्ट बनाकर जिलाधिकारी के माध्यम से प्रस्तुत की जाए। यदि सम्बन्धित कार्यदायी संस्थाओं द्वारा रिवाईज स्टीमेट बनाया गया है, तो इसकी भी रिपोर्ट भेजी जाए, जिससे उनके खिलाफ कार्यवाही की जा सके। मान्यता प्राप्त विद्यालयों हेतु धनराशि देने के लिए शासन ने निर्णय लिया है, इसका भी प्रस्ताव बनाकर भेजा जाए। शिक्षकों की कमी के सम्बन्ध में जिलाधिकारी को अवगत कराते हुए इसकी सूचना मुख्यमंत्री कार्यालय में भी भेजी जाय। संस्कृत विद्यालय के लिए सरकार द्वारा लागू की गयी योजना पर तेजी से कार्यवाही की जाए।
मुख्यमंत्री ने ग्राम सचिवालय के सम्बन्ध में निर्देश देते हुए कहा कि गांव के लोगों को सभी प्रकार की सुविधाएं गांव में ही मिलनी चाहिए। महाकुम्भ-2025 की तैयारियां चल रही हैं। यातायात के लिए पुलिस-प्रशासन कार्य कर रहा है। ऐसे में किसी प्रकार की घटना घटित नहीं होनी चाहिए। सभी अधिकारी जनप्रतिनिधियों के साथ बेहतर समन्वय स्थापित कर जनपद के विकास कार्यों को पूर्ण कराएं, ताकि जनता की बेहतर सेवा हो सके। जल जीवन मिशन के अन्तर्गत हर घर नल योजना के संचालन हेतु प्रत्येक ग्राम पंचायत में प्लम्बर की तैनाती अवश्य की जाए। अधूरे ओवर हेड टैंक को अतिरिक्त मैनपावर लगाकर पूर्ण कराया जाए। इसकी लगातार समीक्षा करके गुणवत्ता की जांच की जाए। समय-सीमा के अन्दर सभी कार्य पूर्ण कराए जाएं। जल जीवन मिशन के अन्तर्गत खोदी गयी सड़कों की मरम्मत कराई जाए। प्रत्येक दशा में यह कार्य जनवरी, 2025 तक पूर्ण हो जाएं।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि गोवंश के लिए हरे चारे व चोकर की व्यवस्था की जाए। किसी भी ग्राम पंचायत का भुगतान अवशेष नहीं रहना चाहिए। नियमित रूप से गोशालाओं का निरीक्षण किया जाए। गोवंश के लिए ठण्ड से बचाव के उपाय होने चाहिए। किसी भी गोवंश की भूख, प्यास व ठण्ड से मृत्यु नहीं होनी चाहिए, अन्यथा सम्बन्धित के खिलाफ कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी।
मुख्यमंत्री ने लम्बित राजस्व वादों के तत्काल निस्तारण किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि किसी भी गरीब के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए। आई0जी0आर0एस0, सी0एम0 हेल्पलाइन की शिकायतों के जनपद स्तर से किये जा रहे निस्तारण में सुधार लाएं, जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, मुख्य विकास अधिकारी आदि अपने स्तर पर आने वाले मामलों में से प्रतिदिन कम से कम दस मामलों को अवश्य चेक करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिलाधिकारी 15 दिन में निर्माणाधीन परियोजनाओं की समीक्षा करें और अवशेष कार्यों को समय सीमा में पूर्ण कराएं। अगर गुणवत्तापूर्ण कार्य न हो रहा हो, तो सम्बन्धित के खिलाफ कार्यवाही सुनिश्चित करें। जिन गांवों में मार्गों की कनेक्टिविटी नहीं है, उन सभी के प्रस्ताव धर्मार्थ कार्य विभाग के अन्तर्गत शासन को भेजे जाएं। कामदगिरि परिक्रमा मार्ग की नियमित सफाई की व्यवस्था होनी चाहिए, मार्ग पर प्लास्टिक नहीं दिखनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वाल्मीकि आश्रम के पर्यटन विकास हेतु रोप-वे निर्माण कार्य कराया जाना है। इसका प्रस्ताव बनाकर भेजें। इस सम्बन्ध में वन विभाग से एन0ओ0सी0 लेने की प्रक्रिया तत्काल की जाए। वाल्मीकि जयन्ती के पूर्व वाल्मीकि आश्रम के पर्यटन विकास कार्य पूर्ण हो जाने चाहिए। श्रीरामघाट के सौन्दर्यीकरण के कार्यों में प्रगति लायी जाए। संत तुलसीदास की जन्मस्थली के पर्यटन विकास कार्यों को गुणवत्तापूर्ण तरीके से कराएं। एक समिति गठित करके इनके कार्याें की क्वॉलिटी की जांच भी करायी जाए। यमुना पुल से तुलसीदास जी के मंदिर तक फोर-लेन सड़क निर्माण हेतु प्रस्ताव भेजें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सिंचाई विभाग कटान को रोकने के लिए कार्ययोजना तैयार करे। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अधिक से अधिक पर्यटन विकास के कार्यों के प्रस्ताव बनाकर उपलब्ध कराए जाएं। इसके लिए तत्काल धनराशि अवमुक्त की जायेगी। कर्वी-देवांगना मार्ग का निर्माण कार्य कराया जा रहा है, इसमें पानी के निकास के लिए ड्रेनेज की व्यवस्था अवश्य की जाए। इसके साथ ही, पानी, विद्युत लाइन के लिए भी जगह की व्यवस्था करें, ताकि सड़क की बार-बार खुदाई न करनी पड़ें। उन्होंने कहा कि जनपद चित्रकूट आकांक्षात्मक जनपद है। यहां पर सभी योजनाओं को बेहतर तरीके से संचालित किया जाए, जिससे यह जनपद हर पायदान पर उच्चतम रैंकिंग हासिल करे, यही सरकार की मंशा है।
इस अवसर पर जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, श्रम एवं सेवायोजन राज्य मंत्री मनोहर लाल मन्नू कोरी सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
इसके उपरान्त मुख्यमंत्री ने जनपद के जनप्रतिनिधिगण के साथ लोक निर्माण विभाग के निरीक्षण गृह में बैठक की।
इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने इंग्लिश मीडियम प्राइमरी विद्यालय, सोनेपुर का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कक्षा 04 व 05 के छात्र-छात्राओं से उनके नाम, कक्षा तथा पढ़ाई के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने बच्चों को चॉकलेट भी दी।
मुख्यमंत्री ने स्मार्ट क्लास का निरीक्षण किया एवं छात्र-छात्राओं से विद्यालय की व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की।
छात्र-छात्राओं ने मुख्यमंत्री को बताया कि उन्हें मेन्यू के अनुसार खाना मिलता है। मुख्यमंत्री ने विद्यालय में फर्नीचर की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए।