मुख्यमंत्री ने बदायूं में हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड के कम्प्रेस्ड बायोगैस संयंत्र का उद्घाटन किया

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद बदायूं की तहसील दातागंज के ग्राम सैंजनी में आयोजित कार्यक्रम में हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड के कम्प्रेस्ड बायोगैस (सी0बी0जी0) संयंत्र का उद्घाटन किया। उन्होंने प्रदेश के 08 जनपदों में स्थापित किए जाने वाले नए सी0बी0जी0 संयंत्रों का शिलान्यास किया। उन्होंने इस अवसर पर 424 करोड़ रुपए से अधिक की 44 परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री को जनप्रतिनिधियों द्वारा चांदी के श्रीराम मन्दिर, राम दरबार व भगवान श्रीकृष्ण की अष्टधातु की मूर्ति भी भेंट की गई।

मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज नए भारत का नया उत्तर प्रदेश बन रहा है। उत्तर प्रदेश वेदों व ऋषियों की धरती रही है। विगत 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कर-कमलों से अयोध्या में भगवान श्रीरामलला के बाल रूप विग्रह का प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। अयोध्या में श्रीराम मंदिर के निर्माण व प्राण प्रतिष्ठा से 500 वर्षों का इंतजार समाप्त हुआ है। यह कार्य भारत के गौरव की पुनर्प्रतिष्ठा का कार्यक्रम रहा है। प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम भारत की जन आस्था व जन विश्वास की प्राण प्रतिष्ठा का भी कार्यक्रम था।

मुख्यमंत्री ने बदायूं में सी0बी0जी0 संयंत्र की स्थापना के लिए प्रधानमंत्री व केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के विजन को धरातल पर उतारा जा रहा है। वेदों की भूमि को आधुनिक उद्योगों से जोड़ने का कार्य किया गया है। हम प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप एक नए भारत और एक नए उत्तर प्रदेश का निर्माण करने में सफल होंगे। सी0बी0जी0 संयंत्र लग जाने से नौजवानों के लिए रोजगार का सृजन होगा। यह संयंत्र पर्यावरण की रक्षा का भी संदेश दे रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सी0बी0जी0 संयंत्र नौजवानों के लिए रोजगार व किसानों की आय बढ़ाने का सशक्त माध्यम बनेगा। उत्तर प्रदेश के 08 अन्य जनपदों में भी सी0बी0जी0 संयंत्र स्थापित किए जाएंगे। प्रत्येक संयंत्र के लिए 50 एकड़ जमीन चाहिए तथा इसमें 130 से 150 करोड़ रुपये का निवेश भी होगा। इन संयंत्रों के बन जाने से लगभग 1,47,000 एकड़ खेती की भूमि की पराली की समस्या का भी समाधान होगा। उन्होंने कहा कि संयंत्र से जैविक खाद भी प्राप्त होगी जो जैविक खेती व कृषि में सहायक होगी। इससे कृषि की उर्वरकता भी बढ़ेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पराली के वेस्ट का समाधान यह सी0बी0जी0 संयंत्र करेगा, यह वेस्ट को वेल्थ में बदलेगा। प्रधानमंत्री जी का विजन है कि कुछ भी वेस्ट नहीं होता है, हमारा विजन ही किसी को अच्छा व बुरा बनाता है। सी0बी0जी0 संयंत्र किसानों की समृद्धि व उनकी आय दोगुनी करने में सहायक होगा। कम्प्रेस्ड बायोगैस संयंत्र एक नई श्रृंखला को जन्म देगा व युग परिवर्तन का कारण बनेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि नए उत्तर प्रदेश में समृद्धि भी है, सुरक्षा भी है, सुशासन भी है व सुव्यवस्था भी है। पूर्व की सरकारों में हमारे नौजवानों के सामने आजीविका का संकट था। बेटियां और बहुएं बाहर नहीं निकल पाती थीं, बेटियां स्कूल नहीं जा पाती थीं। प्रदेश में दंगे होते थे और पहचान और सुरक्षा का संकट था।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार को 07 वर्ष होने जा रहे हैं। अब प्रदेश में दंगे नहीं होते, कर्फ्यू नहीं लगता व गुण्डागर्दी नहीं होती है। उत्तर प्रदेश पूर्व में दंगा प्रदेश जाना जाता था, अब यह उत्तम व उत्सव प्रदेश बन गया है। अब प्रदेश में कहीं पर राम उत्सव हो रहा है, दीपोत्सव हो रहा है, कहीं होली उत्सव हो रहा है तथा कहीं पर वसन्त उत्सव हो रहा है। अब लोग आनंद का अनुभव कर रहे हैं, नौजवानों के जीवन में नई ऊर्जा का संचार हो रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हर विधानसभा क्षेत्र में बेहतर कनेक्टिविटी बन रही है। सी0बी0जी0 संयंत्र का बनना एक नई शुरुआत है। विकासपरक परियोजनाओं से आमजन के जीवन में परिवर्तन आएगा। गंगा एक्सप्रेस-वे, जनपद बदायूं से होकर गुजरेगा। इस एक्सप्रेस-वे के बन जाने से बदायूं से लखनऊ की दूरी मात्र 03 घण्टे रह जाएगी। प्रयागराज की दूरी साढ़े चार घण्टा रह जाएगी व दिल्ली मात्र 03 घण्टे में पहुंचा जा सकेगा।

केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी का मानना है कि वर्ष 2047 में भारत विकसित देश बनेगा। केन्द्रीय योजनाओं में उत्तर प्रदेश की प्रगति सबसे शानदार रही है। उत्तर प्रदेश 01 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सफलता के नित नए आयाम छू रहा है। अकेले उत्तर प्रदेश में ही 100 से अधिक कम्प्रेस्ड बायोगैस के संयंत्र बनने जा रहे हैं।

केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री ने कहा कि वर्ष 2014 में उत्तर प्रदेश में 5,506 पेट्रोल पम्प थे, वहीं वर्ष 2024 में यह बढ़कर 11,124 हो गए हैं। एल0पी0जी0 डिस्ट्रीब्यूटर्स की संख्या 1,944 से बढ़कर 4,142 हो गई है। पी0एन0जी0 कनेक्शन 11,650 से बढ़कर 14 लाख 90 हजार हो गए हैं। सी0एन0जी0 स्टेशन 38 से बढ़कर 870 हो गए हैं। एविएशन फ्यूल स्टेशन 07 से बढ़कर 11 हो गए हैं तथा एल0पी0जी0 कनेक्शन 01 करोड़ 80 लाख से बढ़कर 04 करोड़ 80 लाख हो गए हैं।

कार्यक्रम के दौरान कम्प्रेस्ड बायोगैस संयंत्र पर बनाई गई लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया। मुख्यमंत्री ने विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र, प्रमाण पत्र, प्रतीकात्मक चेक व आवासों की चाभी देकर सम्मानित किया। उन्होंने आयुष्मान कार्ड के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र, प्रधानमंत्री आवास योजना एवं मुख्यमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों को आवास की चाभी, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन तथा प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के लाभार्थियों को चेक, स्वामी विवेकानन्द सशक्तिकरण योजना के लाभार्थियों को स्मार्टफोन तथा पराली प्रबन्धन में बेहतरीन कार्य के लिए लाभार्थियों को ट्रैक्टर की प्रतीकात्मक चाभी प्रदान की।

इसके उपरान्त, मुख्यमंत्री एवं केन्द्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री ने कम्प्रेस्ड बायोगैस (सी0बी0जी0) संयंत्र का निरीक्षण किया। उन्होंने सी0बी0जी0 संयंत्र की पूरी प्रक्रिया की जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री व केन्द्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री को संयंत्र प्रबन्धकों की ओर ब्रास का लैम्प भेंट किया गया।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को संयंत्र की उत्पादन प्रक्रिया के अनुरूप जनपद के आई0टी0आई0 में अध्यनरत विद्यार्थियों हेतु ट्रेड को विकसित करने के लिए कहा, ताकि उनको रोजगार के अवसर मिल सकें। उन्होंने संयंत्र के मॉडल का अवलोकन किया व संयंत्र परिसर में पौधरोपण किया। उन्होंने पराली प्रबन्धन व पराली के क्रय की दरों की जानकारी भी प्राप्त की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बायोगैस संयत्र लग जाने से पराली की समस्या का समाधान होगा, वहीं संयंत्र से प्राप्त जैविक खाद से कृषि की उर्वरता बढ़ने के साथ-साथ किसानों की आय भी बढ़ेगी। संयंत्र से रोजगार सृजन होगा। प्रदूषण में कमी आएगी तथा यह जलवायु परिवर्तन लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहायक होगा। जैव उर्वरक के प्रयोग से मिट्टी में कार्बन तत्व की वृद्धि एवं प्राकृतिक अनुरक्षण होगा। साथ ही कुशल अपशिष्ट प्रबन्धन के माध्यम से स्वच्छ भारत मिशन में योगदान मिलेगा।

इस अवसर पर मण्डलायुक्त, बरेली ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि बरेली मण्डल के बदायूं सहित चारों जनपदों की पराली का उपयोग संयत्र में हो, इसके प्रयास किए गए हैं। इस हेतु एक मोबाइल ऐप भी बनाया गया है, जिससे किसान जागरुक हों।

सी0बी0जी0 संयंत्र के मुख्य प्रबन्धक ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि संयंत्र में 3,400 रुपये प्रति टन की दर से पराली खरीदी जाती है। उन्होंने बताया कि करीब 133 करोड़ रुपये की लागत से 50 एकड़ में बनाए गए संयंत्र की प्रतिदिन की कैपेसिटी 100 मीट्रिक टन पराली है, जिसमें 14 टन सी0बी0जी0 व 65 मीट्रिक टन जैविक खाद प्रतिदिन बनेगी।

इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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