मुख्यमंत्री ने नगर निगम गोरखपुर के नवसृजित वॉर्ड सूरजकुण्ड में 4.52 करोड़ रु0 की लागत से निर्मित कल्याण मण्डपम का लोकार्पण किया

गोरखपुर नगर निगम द्वारा 07 कल्याण मण्डपम बनाये जा रहे, 01 कल्याण मण्डपम का लोकार्पण हो चुका, दूसरे का लोकार्पण आज सम्पन्न, 05 कल्याण मण्डपम निर्माणाधीन

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद गोरखपुर में नगर निगम गोरखपुर के नवसृजित वॉर्ड सूरजकुण्ड में 4.52 करोड़ रुपये की लागत से 35,500 वर्ग फिट में निर्मित कल्याण मण्डपम का लोकार्पण किया। कल्याण मण्डपम में विभिन्न प्रकार के मांगलिक कार्यक्रमों/अनुष्ठानों हेतु वातानुकूलित बड़ा हॉल, किचन, पार्किंग सुविधा, 05 वातानुकूलित सुइट, डॉरमेट्री, शौचालय, मध्यम एवं निम्न वर्ग के लोगों को किफायती दरों पर उच्च कोटि की सुविधाएं, दो कार्यक्रमों/अनुष्ठानों को एक साथ एक समय में ही किए जाने की व्यवस्था होगी। इस कल्याण मण्डपम से नगर निगम के 10 वॉर्ड के 2 लाख से अधिक नागरिक लाभान्वित होंगे। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले सफाई मित्रों को प्रमाण पत्र प्रदान किया।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर नगर निगम द्वारा 07 कल्याण मण्डपम बनाये जा रहे हैं। इनमें से एक कल्याण मण्डपम का लोकार्पण पहले किया जा चुका है और दूसरे का लोकार्पण आज सम्पन्न हुआ है। 05 कल्याण मण्डपम अभी निर्मणाधीन हैं, जो शीघ्र बनकर तैयार हो जाएंगे। गोरखपुर नगर निगम प्रदेश का पहला नगर निगम है, जिसने यह पहल प्रारम्भ की है। उनकी (मुख्यमंत्री जी) की विधायक निधि की पूरी धनराशि इसी प्रकार के कल्याण मण्डपम में ही दे दी गयी है। यदि कोई व्यक्ति कल्याण मण्डपम में मांगलिक कार्यक्रम करना चाहता है, तो उसे यह मण्डपम 11 हजार रुपये या 25 हजार रुपये में मिल जायेगा। कल्याण मण्डपम में विवाह, सार्वजनिक कार्यक्रम या अन्य कोई कार्यक्रम अच्छे ढंग से सम्पन्न किया जा सकता है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी सभ्य समाज के लिए उसकी जरूरत के अनुरूप संसाधन और सुविधाएं जुटाना सरकार की जिम्मेदारी है। नागरिक सुविधाओं को सरल और सहज बनाया जाना चाहिए, जिससे आमजन की समस्या का समाधान सरलता से किया जा सके। जिस गरीब के पास पैसा नहीं है, सरकार उसकी सहायता करती है। गरीब परिवार की कन्याओं के विवाह हेतु सरकार द्वारा मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना संचालित की जा रही है। इस योजना के तहत गरीब परिवार की कन्याओं के विवाह हेतु 01 लाख रुपये का प्राविधान किया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कल्याण मण्डप में महानगर के किसी भी मोहल्ले का व्यक्ति सार्वजनिक कार्यक्रम करना चाहता है, तो उसे यहां आसान और सुविधाजनक व्यवस्थाएं प्राप्त होंगी। इस कल्याण मण्डपम में पार्किंग की बेहतरीन सुविधा है। नगर निगम जैसी संस्थाएं अन्य नगर निकायों के लिए एक मानक बन सकती है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का विजन स्मार्ट सिटी का है। स्मार्ट सिटी को सेफ सिटी के रूप में विकसित करना है। जिसमें व्यक्ति, महिलाएं एवं व्यापारी अपने आप को सुरक्षित महसूस कर सकें, जो उनकी सुरक्षा में सेंध लगाएगा, उसे उसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। यह काम नगर निगम का ही नहीं, बल्कि हम सभी की जिम्मेदारी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि नगर निगम के सभी पार्षद महानगर को स्वच्छ वातावरण देने में अपनी भूमिका निभायें। पार्षदों की जिम्मेदारी बनती है कि स्वच्छता के लिए हर मोहल्ले में स्वच्छता समिति का गठन कर लोगों को भी जागरूक किया जाए। इसमें स्वच्छता समिति की बड़ी भूमिका है। स्वच्छता समिति अपने-अपने मोहल्ले, वॉर्ड में वृक्षारोपण के कार्यक्रम के साथ जुड़ें। प्रधानमंत्री जी ने पर्यावरण को बचाने, अपने पूर्वजों की स्मृति को जीवंत बनाए रखने, आने वाली पीढ़ी को एक बेहतर भविष्य देने के लिए ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान चलाया है। इस प्रकार के अभियान से जुड़कर हम सब आगे बढ़ें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने स्वच्छता के कार्यक्रम को प्राथमिकता दी है। इसे ध्यान में रखते हुए बरसात के पहले सभी नालों की सिल्ट की साफ-सफाई कर ली जाये, ताकि बरसात में जल-जमाव न होने पाए। डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन किया जाए। नेचुरल प्रोसेस के साथ जोड़कर इन कार्यक्रमों को आगे बढ़ाया जाए। यह अपने आप में एक इनोवेशन होगा। लोगों के लिए यह एक नई प्रेरणा होगी। उन्होंने कहा कि अब बरसात के दिनों में गोरखपुर शहर दो भागों में बंटता नहीं है। गोड़धोईया नाले के माध्यम से गोरखपुर का पानी रामगढ़ताल से निकलकर तरकुलानी में चला जाता है, जिससे जल जमाव की समस्या से मुक्ति प्राप्त होती है। शहर में नालों की साफ-सफाई समय से हो जाने पर जल-जमाव नहीं होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘एक पेड़ मां के नाम’ वृक्षारोपण के भावनात्मक पक्ष का प्रतिनिधित्व करता है। जलवायु परिर्वतन के कारण अत्यधिक वर्षा, सूखा पड़ने जैसी आपदाओं से केवल एक व्यक्ति प्रभावित नहीं होता, बल्कि जनपद, प्रदेश, देश व समाज त्रासदी की चपेट में आता है। इस समस्या का समाधान ढूढ़ना पड़ेगा। मनुष्य समस्या पैदा करता है और मनुष्य ही समस्या का समाधान करता है। पर्यावरण की समस्या का समाधान यह है कि जो सड़क चौड़ी हो रही है उनके किनारे एक पेड़ मां के नाम पर लगाए। हर जनपद को लक्ष्य दिया गया है कि जनपद में कम से कम एक नदी का पुनरूद्धार करें। नदियां, राष्ट्र रूपी शरीर की धमनियां जैसी थी, वह आज लुप्त हो रही हैं। नदियों के लुप्त होने से आने वाले समय के लिए भीषण जल संकट का सामना करना पड़ सकता है। उस भीषण जल संकट को रोकने के लिए अभी से हम नदियों को पुनर्जीवित करें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पुनर्जीवित की जा नदियों के दोनों ओर व्यापक पैमाने पर वृक्षारोपण करें। यह हमारी प्रकृति और पूर्वजों के प्रति कृतज्ञता होगी। इससे जीव सृष्टि को एक स्वच्छ, सुंदर और आध्यात्मिक वातावरण दे सकेंगे। लोगों ने अपने स्वार्थ के लिए नदी को नाला बना दिया और आने वाली पीढ़ी के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने लगे, जिससे असमय वर्षा, सूखा, बाढ़ जैसी आपदाओं का सामना करना पड़ रहा है। इन सभी भयावह स्थितियों से बचना है तो हमें फिर से प्रकृति की शरण में जाना होगा। नदियों को पुनर्जीवित करना होगा। जल संकट से बचने के लिए नदियों को पुनर्जीवित करना और नदियों को पुनर्जीवित करने के लिए व्यापक पैमाने पर वृक्षारोपण के इस महाअभियान के साथ जुड़ना होगा। ‘एक पेड़ मां के नाम’ इसी श्रृंखला का हिस्सा है। प्रदेश में 5 जून से 15 अगस्त, 2025 तक 35 करोड़ वृक्षारोपण किया जाएगा। प्रधानमंत्री ने इसे एक भावनात्मक रूप देकर प्रत्येक भारतवासी को इस अभियान के साथ जुड़ने का एक भाव दिया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इंटीग्रेटेड सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट सिटी सुथनी में जितना भी सॉलिड वेस्ट सिटी से निकलता है, इसका निस्तारण किया जाता है। इसका लाभ पूरे गोरखपुरवासियां को प्राप्त हो रहा है। नगर निगम द्वारा बंधू सिंह पार्क में मल्टीलेवल पार्किंग का निर्माण हो रहा है। 08 साल पहले गोरखपुर के लिए यह एक सपना था, किन्तु आज यह सपना साकार हो रहा है। बंधू सिंह पार्क में मल्टी लेवल पार्किंग के साथ व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को भी जगह मिलेगी। ऐसे ही ऐतिहासिक घण्टाघर को भी भव्य स्वरूप दिया जा रहा है। उसके रेनोवेशन की कार्यवाही भी चल रही है। इन्दिरा बाल बिहार में फूड स्ट्रीट को विकसित किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ताल नंदौर में 50 एकड़ क्षेत्रफल में कान्हा उपवन निर्माण हो रहा है। यहां पर लगभग 05 हजार गोवंश रखे जा सकते हैं। लाल डिग्गी पार्क का सुन्दरीकरण का कार्य चल रहा है। इसके अलावा यहां पर 75 बेडेड वर्किंग वुमन हॉस्टल का निर्माण हो रहा है। इस हॉस्टल का नाम लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर के नाम पर रखा जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ट्रांसपोर्ट नगर में एक कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स को वर्किंग स्पेस परियोजना की स्वीकृति मिली है। उन्होंने गोरखपुरवासियों से कहा कि जिनके घर सड़क पर हैं या जिनके घर सड़क पर नहीं है वह भी अपने घर के बाहर या घर में सी0सी0टी0वी0 कैमरा जरूर लगाएं। यह टेक्नोलॉजी आमजन की सुरक्षा का बहुत बड़ा माध्यम बनेगी। प्रशासन के साथ आप सहभागी बनेंगे तो सुरक्षा का एहसास यह कैमरा दिलायेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज गोरखपुर में विकास की अनेक परियोजनाएं संचालित हैं। इन परियोजनाओं को बेहतर ढंग से आगे बढ़ाया जाए। इससे गोरखपुर स्वच्छ एवं स्मार्ट सिटी के रूप स्थापित होगा। पहले गोरखपुर में कोई रिंग रोड नहीं थी। शहर में जितनी भी सड़के थीं, सिंगल लेन की थीं। आज गोरखपुर में सभी मार्ग 4-लेन के हो चुके हैं। मेडिकल कॉलेज का मार्ग 4-लेन हो चुका है। स्पोर्ट्स कॉलेज होते हुए मोहद्दीपुर तक का मार्ग 4-लेन बनाया जा रहा है। पहले चरण में गोरखपुर का बाहरी रिंग रोड कालेसर से जगदीशपुर निर्मित हुआ। जंगल कौड़िया से जगदीशपुर के बीच 4-लेन मार्ग तथा इण्टरनल रिंग रोड के रूप में चार फाटक से बरगदवां तक 4-लेन मार्ग का निर्माण का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। इसके साथ ही, ट्रांसपोर्ट नगर से हाबर्ट बंधा, माधवपुर बंधा होते हुए मोहरीपुर तक कार्य चल रहा है। इंटरनल ओर एक्सटर्नल रिंग रोड के लिए भी व्यापक प्रबन्ध किए गए हैं। जिस पर कार्य तेजी से चल रहा है। गोरखपुर विकास प्राधिकरण द्वारा जनपद में एक बेहतरीन कन्वेंशन सेंटर निर्मित किया जा रहा है। जहां एक छत के नीचे 05 से 10 हजार लोगों के लिए बैठने की व्यवस्था के साथ ही बड़े से बड़ा कार्यक्रम किया जा सकेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आधुनिक सुविधाओं के साथ आज रामगढ़ताल पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। फर्टिलाइजर कारखाना पुनः संचालित हो गया है। यह रोजगार के सृजन का एक बेहतरीन माध्यम है। किसानों को समय पर खाद उपलब्ध कराने की गारण्टी है। एम्स पूर्वांचलवासियों के लिए स्वास्थ्य सुविधा का एक बड़ा केंद्र बिंदु है। विकसित होने की इस प्रक्रिया के साथ हमें भी उतना ही संवेदनशील और सतर्क और सक्रिय बनाकर इन कार्यक्रमों को आगे बढ़ाना है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर से लखनऊ को जोड़ने के लिए पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से जुड़ने वाला लिंक एक्सप्रेस-वे का काम लगभग पूरा हो चुका है। अब यहां से लखनऊ आने-जाने में 03 से 3.15 घण्टे लगेंगे। गोरखपुर में आयुष विश्वविद्यालय के लोकार्पण कार्यक्रम की सम्भावित तिथि तय की गयी है। महामहिम राष्ट्रपति के द्वारा इसका लोकार्पण 30 जून, 2025 को प्रस्तावित है। आगामी 21 जून को अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस है। प्रधानमंत्री ने योग की विरासत को वैश्विक मान्यता दिलायी है। हम सभी योग के कार्यक्रम के साथ व्यापक पैमाने पर जुड़ें। योग आरोग्यता की गारण्टी है। यह आपको पूर्ण स्वस्थ रखने की गारण्टी देता है। हमें इस कार्यक्रम के साथ व्यापक पैमाने पर जुड़ना चाहिए।

कार्यक्रम को सांसद रवि किशन शुक्ल तथा विधायक विपिन सिंह ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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