UPCM ने स्मृति समारोह का दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया
उत्तर प्रदेश।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मानना है कि जरा सा भी नकारात्मकता हमारे कार्य की धार को कुंद कर देती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज लोक भवन में लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक के अमर उद्घोष के 101 वर्ष पूर्ण होने पर लोकभवन में आयोजित स्मृति समारोह का दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ के संकल्प को साकार करने के लिए हमने आज ही महाराष्ट्र सरकार के साथ सांस्कृतिक आदान-प्रदान के कई समझौता दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए हैं। अब उत्तर प्रदेश के साथ महाराष्ट्र के संबंध और मधुर होंगे। उन्होंने कहा कि आज राज्यपाल राम नाईक व महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस की मौजूदगी में उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के बीच सांस्कृतिक संबंधों को लेकर एमओयू आदान-प्रदान किए गए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2022 में जब यह देश आजादी के 75 वर्ष पूरे कर रहा होगा, उस वक्त हमारी जो सिद्धि इस बात की होगी कि देश की आजादी के लिए हमारे महापुरुषों ने एक ऐसे भारत का सपना देखा था। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र होने का अधिकार हमें है और यह गौरव प्रत्येक भारतवासी को प्राप्त हुआ है।उन्होंने कहा कि 24 जनवरी को पहली बार यूपी का स्थापना दिवस मनाएंगे, पहले की सरकार को पता ही नहीं था। सिर्फ टाइम पास करते थे। उन्होंने कहा कि जो कौम अपने इतिहास को संजो करके नहीं रख सकती वो अपने भूगोल की भी रक्षा नहीं कर सकती। पिंजड़े में कैद पक्षी को कितना भी खिलाओ लेकिन वह खुश नहीं रहता, देश की आजादी ने हमें क्या दिया। यह कहकर हम अपने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का अपमान करते हैं। हमारी व्यक्तिगत स्वतंत्रता संविधान के दायरे में है। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की आड़ में भारत की विखंडन की आवाज उठाना गलत है। देश की आजादी के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिवार के लोगों का हृदय से स्वागत व अभिनंदन करता हूं। मैं इस अवसर पर तिलक जी के परिवार के सदस्यों को हृदय से साधुवाद देता हूं। यह बेहद गौरव का क्षण है कि पुणे की मेयर मुक्ता जी अस्वस्थ होने के बावजूद वह इस कार्यक्रम में आईं हैं।
वही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ने कहा कि तात्यां टोपे जी के परिवार के लोग यहां पर हैं। झांसी की रानी भी महाराष्ट्र से आई थीं। उत्तर प्रदेश के भी कई लोगों ने महाराष्ट्र आकर उसे समृद्ध किया। बॉलिवुड के राजा अमिताभ बच्चन भी उत्तर प्रदेश से जाकर वहां बसे और उन्होंने बॉलिवुड को दुनियाभर में ख्याति दिलाई। महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश का रिश्ता बहुत पुराना है। छत्रपति शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक करने के लिए उत्तर प्रदेश से ही पंडित गए थे। उन्होंने यह कार्यक्रम इस बात का प्रमाण है कि जब एक देशभक्त मुख्यमंत्री बनता है तो किस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन होता है। जिन्होंने देश की आजादी में अपना योगदान दिया, बलिदान दिया, ऐसे सेनानियों व परिजनों का स्वागत और सत्कार करने का जो अवसर मुझे प्राप्त हुआ, उसके लिए मैं खुद को धन्य मानता हूं।
इस अवसर पर राज्यपाल राम नाईक के साथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस एवं विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने भी सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ दीप प्रज्जवलित किया। लोक भवन में इस अवसर पर लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक के चित्र पर श्रद्धांजलि पुष्प अर्पित के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ ने राज्यपाल राम नाईक व महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस को पुस्तक व पुष्प भेंट कर उनका स्वागत भी किया।