UPCM ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री की जयंती पर किसानों को किया सम्मानित
उत्तरप्रदेश।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती पर आज किसानों को सम्मानित किया। लखनऊ के विधान भवन प्रांगण में चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा पर माल्यापर्ण के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने किसानों को संबोधित किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में बीते 70 वर्ष के बाद भी अन्नदाता यानी किसान अपेक्षित लाभ से वंचित रहा है। किसानों के हित के लिए जो योजना बनाई जानी थी, वह अभी तक नहीं बनी। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार किसान के हित के लिए प्रयासरत है। प्रदेश में हमारी सरकार पहली सरकार है, जिसने नौ महीने के कार्यकाल में किसानों का करीब 70 हजार करोड़ रुपए का कर्ज माफ किया है।
उन्होंने कहा कि हम इस प्रयास में हैं कि किसानों को सिंचाई की योजना का लाभ मिल सके। किसान आज के दौर में प्रकृति के भरोसे किसान ना रहे। किसानों को आधुनिक तकनीक से जोड़ कर प्रदेश के किसानों का आर्थिक उन्नयन हो। उन्होंने कहा कि अन्नदाता विपरीत परिस्थियों में काम करते हुए भी अन्न पैदा करता है। भारत कृषि प्रधान देश है। कृषि के उन्नयन के लिए चौधरी साहब ने अपना जीवन समर्पित किया था। उनके खेतों तक पानी पहुंचाने और उनकी उत्पादकता बढ़ाने की दिशा में कार्य हो रहा है। आधुनिक तकनीक के जरिये उनकी आय बढ़ाने की दिशा में कार्य किये जा रहे हैं। पिछले कुछ महीनों के दौरान किसानों के लिए कई कार्य किये हैं।
किसान खुशहाल होता तो पूरा प्रदेश खुशहाल होगा और देश खुशहाल होगा। उन्होंने कहा कि किसान सम्मान दिवस के अवसर पर आज उनको सम्मानित किया जा रहा है। प्रमुख किसानों को सम्मानित किया जा रहा है। एक व्यवस्था शुरू की जा रही है कि सरकार की योजनाओं का लाभ मिल सके। किसानों की आय दुगना करने के लिए एक रोड मैप तैयार किया है। बीज और खाद समय से उपलब्ध हो, इस दिशा में कार्य किये जा रहे हैं। विपरीत परिस्थितियों में काम करते हुये भी अन्नदाता अन्न पैदा करता है। सभी सम्मानित किसानों ने प्रति हेक्टेयर अन्न का उत्पादन किया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा देश के पूर्व प्रधानमंत्री तथा किसानों के मसीहा चौधरी चरण सिंह की जयंती के अवसर पर मैं उनको नमन करता हूं। चौधरी चरण सिंह जी ने किसानों के लिए अपना जीवन समर्पित किया। इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने 32 किसानों को सम्मानित किया। इनमें पहले दस स्थान पाने वाले किसानों को एक-एक लाख, इसके बाद के 10 किसानों को 75-75 हजार तथा बाकी 12 किसानों को 50-50 हजार रुपए की धनराशि प्रदान की गई।