मुख्य सचिव की अध्यक्षता में महाकुंभ मेला-2025 की शीर्ष समिति की अष्टम बैठक सम्पन्न
मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में प्रयागराज महाकुंभ मेला-2025 की शीर्ष समिति की अष्टम बैठक आयोजित हुई।
अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने प्रयागराज 2025 में होने वाले महाकुंभ में सड़क, बिजली, पानी, पुल, घाट, और नदी के किनारे की सड़कें और सीवरेज आदि स्थायी प्रकृति के कार्यों को गुणवत्ता के साथ समयबद्ध तरीके से पूर्ण कराने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्यों की प्रकृति दीर्घकालिक होनी चाहिये, ताकि निर्मित होने वाले घाट इत्यादि कई वर्षों तक स्थापित रहें। निर्माणाधीन परियोजनाओं की जियो-टैग, ऐप या डैशबोर्ड के माध्यम से रियल टाइम मानिटरिंग की जाए। टेंटेज, स्वच्छता, पॉटून और चेकर्ड प्लेट रखरखाव, कैंप कनेक्शन/एचटी/एलटी केबल बिछाना, पोल ग्राउटिंग, जल निगम पाइपलाइन बिछाना आदि अस्थायी कार्यों को समय से और गुणवत्ता के साथ पूर्ण कराया जाये।
उन्होंने कहा कि आगामी महाकुंभ-2025 के लिए प्रयागराज शहर को तैयार करने के लिए 3 श्रेणी की कार्यशालाओं की योजना बनाई जाए। टूर गाइड, नाविक, कुंभ सेवा मित्र, विक्रेताओं, पुलिसकर्मियों और विभागीय कर्मचारियों के साथ कार्यशाला आयोजित की जाए। उन्होंने कहा कि रोपवे परियोजना को लक्ष्य के अनुरूप दिसंबर, 2024 तक पूर्ण कराने के प्रयास सुनिश्चित किये जाये। इसी प्रकार हनुमान मंदिर स्थली का निर्माण कार्य भी नवंबर, 2024 तक पूर्ण करना सुनिश्चित किया जाए।
बैठक में अपर मुख्य सचिव राज्य कर नितिन रमेश गोकर्ण, प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात, प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश मेश्राम, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा पार्थ सारथी सेन शर्मा, प्रमुख सचिव लोक निर्माण अजय चौहान, मेला अधिकारी विजय किरन आनंद समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।