मंत्री नरेन्द्र कश्यप ने दिव्यांगजनों को ट्राईसाइकिल, मोटराइज्ड साइकिल एवं उपकरण वितरित किया

दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग, उत्तर प्रदेश द्वारा राज्य निधि के अंतर्गत एवं कामता प्रसाद सेवार्थ ट्रस्ट के सहयोग से उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र, प्रयागराज में आयोजित त्रिदिवसीय “दिव्यांग कौशल प्रदर्शनी एवं दिव्य शक्ति प्रदर्शन” के द्वितीय दिवस पर प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेन्द्र कश्यप मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।
मंत्री कश्यप ने प्रदर्शनी के प्रत्येक स्टॉल का भ्रमण कर दिव्यांगजनों द्वारा तैयार किए गए उत्पादों एवं कलाकृतियों का अवलोकन किया तथा उनके कौशल और सृजनात्मकता की सराहना की। उन्होंने कहा कि दिव्यांग बच्चों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रम, योग, नृत्य, गायन और श्लोक सामान्य बच्चों से किसी प्रकार कम नहीं है। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस तरह के आयोजन प्रदेश के अन्य जनपदों में भी कराए जाएंगे, जिससे दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर बनाने के अवसर प्राप्त हों।
मंत्री कश्यप ने कहा कि प्रधानमंत्री का सपना है कि देश का प्रत्येक दिव्यांग सशक्त और आत्मनिर्भर बने। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश सरकार द्वारा दिव्यांगजनों को मोटराइज्ड ट्राईसाइकिल, ट्राईसाइकिल, कृत्रिम अंग, स्मार्ट केन, ब्रेल किट आदि निःशुल्क उपलब्ध कराए जा रहे हैं। उच्च शिक्षा और निःशुल्क शिक्षा की व्यवस्था भी की गई है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार दिव्यांगजनों के भरण-पोषण हेतु प्रतिवर्ष 12 हजार रुपये की सहायता राशि उपलब्ध करा रही है।
मीडिया को संबोधित करते हुए मंत्री नरेन्द्र कश्यप ने बताया कि प्रदर्शनी में 50 से अधिक स्टॉल लगाए गए हैं, जहां दिव्यांगजनों एवं उनसे जुड़ी संस्थाओं ने अपने हुनर का प्रदर्शन किया है। इसमें साड़ियां, कपड़े, मिट्टी के बर्तन, घरेलू सामान और अन्य हस्तशिल्प शामिल हैं, जिनसे उनकी आय के स्रोत को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर आयोजित सेवा पखवाड़ा के अंतर्गत इस प्रदर्शनी को दिव्यांगजनों की ओर से प्रधानमंत्री जी को समर्पित बताया।
इस अवसर पर मंत्री कश्यप ने 05 मोटराइज्ड साइकिल, 20 ट्राईसाइकिल, 10 एमआर किट, 04 ब्रेल किट, 01 स्मार्ट केन एवं प्रमाण-पत्र वितरित कर दिव्यांगजनों का उत्साहवर्धन किया। उन्होंने आर्ट गैलरी का भी भ्रमण कर दिव्यांग कलाकारों द्वारा बनाई गई चित्रकला एवं कलाकृतियों की सराहना की।