UPCM के आदेश ताख पर रख, बाराबंकी के जिला आपूर्ति विभाग में हो रही करोड़ों की धांधली
बाराबंकी।
रिपोर्ट – अथर्व रस्तोगी।
UPCM एक तरफ जहाँ भ्रष्टाचार पर नकेल कसने की बात कहते हैं वहीँ राजधानी से सटे बाराबंकी जिले में जिला आपूर्ति विभाग में जमकर कर हो रही करोडो के राशन और केरोसिन की धांधली पर अधिकारी गोलमोल जवाब देते नजर आ रहे हैं।
आपको बता दें कि जब हमारी टीम जब बाराबंकी में खाद्यान वितरण का हाल जानने निकली तो, हम पहुंचे बंकी ब्लॉक के शाहब पुर ग्राम में, यहां की एक दलित बस्ती में हमने जाकर जब राशन वितरण की हकीकत टटोली तो पता चला कि आज भी गरीबों और दलितों की थाली में हाथ मारने वालों का काम बदस्तूर जारी है। हमें जो पता चला वो वाकई हैरत में डालने वाला था। किसी को 1 kg राशन कम मिल रहा था तो किसी को 2 kg कम। जब इसकी हमने वजह जानने की कोशिश की तो पता चला कि यहां का कोटेदार नईम मिर्जा इन्हें राशन कम देता है, इसकी वजह जानने जब हम कोटेदार नईम मिर्जा के पास पहुंचे। जब कोटेदार से हमने इसकी वजह जानना चाही तो पहले तो कोटेदार ने साफ इंकार कर दिया कि उसकी तरफ से वितरण में कोई समस्या नहीं है लेकिन जब हमने उसे बताया कि दलित बस्ती में रह रही राम कुमारी और मोती लाल ने यह सब आन कैमरा हमसे कहा है, तब कोटेदार नईम मिर्जा ने कबूल किया कि हम 2 किलो कम देते हैं। जब कोटेदार से पूछा कि 2 किलो कम क्यों देते हो तो उसने कहा कि हमें बोरी का वजन नहीं मिलता है जिससे डेढ़ कुंटल अनाज कम हो जाता है और उस अनाज के पैसे भी हमसे ले लिए जाते हैं और जब हमें पूरा मिलता नहीं तो हम कहां से ला कर दे।……यह बात आप खुद वीडियो में भी देख सकते हैं…..
*200 लीटर के बैरल में दिया जाता है 185 लीटर केरोसिन, 200 लीटर के लिए जाते हैं दाम आखिर कहां जा रहा 15 लीटर प्रति बैरल केरोसिन?
कुछ दिन और भ्रमण करने के बाद हमारी मुलाकात बाराबंकी के हरक ब्लाक के तमस्सेपुर के कोटेदार सियाराम गौतम से हुई, पता चला कि सियाराम गौतम हरक ब्लाक के कोटेदार यूनियन के अध्यक्ष हैं।
तमस्सेपुर गांव में भी हमने लोगों से बात की वहां भी राशन वितरण का खेल ठीक शाहबपुर की तरह ही खेला जा रहा था। यहां पर रेशमा और आयशा नाम की महिलाओं ने बताया कि उन्हें 1-1 kg अनाज कम मिलता है। जब हरक ब्लॉक के कोटेदार यूनियन के अध्यक्ष सियाराम गौतम से हमने इस बारे में जानना चाहा कि आखिर इन लोगो को अनाज क्यों कम मिल रहा है? तो सिया राम गौतम ने भी वही जवाब दिया जो शाहबपुर की कोटेदार नईम मिर्जा ने दिया था। कोटेदार सियाराम गौतम ने हमें बताया है कि जब उसे पूरा अनाज मिलता नहीं है तो वह कैसे जनता को पूरा राशन देगा। आगे बात करते हुए जो हमने केरोसिन के बारे में कोटेदार से पूछा तो जो उसने बताया वह होश उड़ाने वाला था, कोटेदार ने बताया कि उसे 200 लीटर के ड्रम में केवल 185 लीटर मिट्टी का तेल मिलता है और दाम उससे पूरे 200 लीटर के लिए जाते हैं।
यही हाल लगभग पूरे जिले की वितरण प्रणाली का है, अब जरा सोचने वाली बात है कि जब 1 बैरल में 15 लीटर का घोटाला किया जा रहा है तो पूरे जिले में यह घोटाला किस स्तर पर होगा? आखिर यह सारा पैसा जा किसके पास रहा है?..इन सब सवालों के जवाब जानने के लिए जब जिले के जिला पूर्ति अधिकारी एस.वी शाही के पास पहुंचे तो प्रकरण सुनने के बाद डीएसओ शाही ने 1 दिन बाद जवाब देने की बात कही। जब अगले वर्किंग-डे में हम उनसे जवाब जानने के लिए पहुंचे तो डीएसओ साहब ने हमें बताया कि उन्होंने (जिन कोटेदार का हम लोगों ने उन्हें नाम बताया था) कोटेदारो से पूछा है और वितरण में कोई समस्या नहीं है।
जिला पूर्ति अधिकारी बनते है नादान, जिले में गरीबों के पेट कांट, खुद खा रहे मलाई
…..अरे डीएसओ साहब इतना तो हम भी समझते हैं भला एक कोटेदार की क्या हैसियत, जो जिले के डिस्ट्रिक्ट सप्लाई ऑफीसर के सामने सर उठा के बात कह दे….खैर बात आगे बढ़ी तो हमने उनसे पूछना चाहा की वितरण में यह समस्या क्यों है लेकिन डीएसओ साहब एक जवाब बार-बार रखते रहे कि वितरण में कोई समस्या नहीं है, अगर वितरण में कोई समस्या नहीं है तो आखिर इन दलितों और गरीबों का अनाज कौन खा रहा है?…..कौन इनके हक पर डाका डाल रहा है और उनके मुँह से निवाला छीन रहा है?
अब सवाल यह है कि क्यों कोटेदारों को 200 लीटर के ड्रम में 185 लीटर केरोसिन देकर पूरे 200 लीटर के दाम लिए जा रहे है?
क्या कहते हैं भाजपा प्रवक्ता?
इस सम्बन्ध में भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अशोक पांडे का कहना है कि उनकी संज्ञान में मामला आया है इसकी जाँच की जाएगी। साथ ही उन्होंने यह भी माना कि प्रदेश में हर जगह ऐसी समस्या नहीं है पर कहीं कहीं ऐसी समस्या है, जिसकी जल्द जाँच करवाई जाएगी और बाराबंकी डी.एस.ओ से बात कर कार्यवाही की जाएगी।
अब देखना है कि UPCM की अगुवाई वाली भाजपा सरकार इस तरीके के मामलों को कितनी गंभीरता से लेगी।