UPCM ने UP-ब्रजतीर्थ विकास का लोगो और वेबसाइट का लोकार्पण किया

उत्तर प्रदेश।
UPCM ने आज उ.प्र. ब्रजतीर्थ विकास का लोगो व वेबसाइट का लोकार्पण किया। साथ ही प्रख्यात शास्त्री गायक पद्म विभूषण पं. जसराज को कुम्भ मेले का लोगो भेंट किया।

UPCM मथुरा के वेटनरी विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में दीप प्रज्जवलित करते हुए
UPCM मथुरा के वेटनरी विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में दीप प्रज्जवलित करते हुए

UPCM ने समारोह में कहा कि संगीत के महान साधक पं. जसराज और हरि प्रसाद चैरसिया ने भारतीय शास्त्रीय संगीत की परम्पराओं को ऊंचाइयों पर पहुंचाने का महत्वपूर्ण कार्य किया। इस महान साधकों का उन्होंने हृदय से स्वागत करते हुए उन्हें सम्मानित किया। उन्होंने महान विभूतियों का सम्मान करते हुए कहा कि इनके सम्मान से सम्मान स्वयं भी सम्मानित हो रहा है।

UPCM ने कहा कि ब्रजक्षेत्र, भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं, गीतों, नृत्य व मुरली वीणा की भूमि है। भारतीय शास्त्रीय संगीत पर ब्रजक्षेत्र की संस्कृति का बहुत गहरा प्रभाव पड़ा है। भगवान श्रीकृष्ण सोलह कलाओं के अवतार यानी पूर्ण अवतार हैं। इस क्षेत्र में जहां जाइये वहां एक नया तीर्थ भगवान की लीला से जुड़ा हुआ मिलता है। इसलिए दुनिया में यह ब्रजभूमि अलग पहचान बनाकर रखती है। उन्होंने इसका उदाहरण लोहवन गांव के लोगों की भगवान श्रीकृष्ण के प्रति अटूट श्रद्धा बताया। उन्होंने कहा कि एक भावनात्मक रिश्ता जब आस्था में बदलती है तो यह आस्था भारतीय राष्ट्रीयता को मजबूती प्रदान करती है।

UPCM UP-ब्रजतीर्थ विकास के लोगो और वेबसाइट का लोकार्पण करते हुए
UPCM UP-ब्रजतीर्थ विकास के लोगो और वेबसाइट का लोकार्पण करते हुए

UPCM ने कहा कि पूर्वोत्तर भारत को अगर जोड़ना है तो भगवान श्रीकृष्ण सबसे बड़े माध्यम है। पश्चिम भारत को जोड़ना है तो भगवान श्रीकृष्ण से बड़ा माध्यम नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि पूर्व और पश्चिम भारत को जोड़ने के लिए सबसे बड़ा माध्यम भगवान श्रीकृष्ण हैं। उन्होंने कहा कि ब्रजक्षेत्र के लोग सौभाग्यशाली हैं। रसखान ने भी इस भूमि के महत्व का वर्णन किया है। उन्होंने कहा कि ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट’ के तहत पीलीभीत के उत्पाद बांसुरी को भी शामिल किया गया है। ब्रजक्षेत्र विकास के लिए बहुत योजनायें तैयार की गई हैं। साथ ही, उ.प्र. ब्रजतीर्थ विकास परिषद का गठन किया गया है। भारत में धार्मिक व आध्यात्मिक दृष्टि से पर्यटकों को आकर्षित करने तथा प्राचीन परम्पराओं को आगे बढ़ाने के लिए रामायण सर्किट, कृष्णा सर्किट व आध्यात्मिक आदि सर्किटों का विकास किया जा रहा है।

UPCM ने क्षेत्र के सतत विकास के लिए क्षेत्रीय सांसद हेमा मालिनी के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि उनके द्वारा क्षेत्र के विकास के लिए प्रस्तावित की गयी और सभी योजनायें सरकार द्वारा स्वीकार कर ली गयी हैं।

इस अवसर पर कार्य्रकम में प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकान्त शर्मा, पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी, धर्मार्थ कार्य, संस्कृति एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री लक्ष्मी नारायण चैधरी, पंचायतीराज राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मंत्री भूपेन्द्र सिंह चैधरी, चैधरी मौजूद रहे।

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