जल उपभोक्ता समितियों के क्षमतावर्द्धन के लिए संचालित प्रशिक्षण कार्यक्रम 31 मार्च, 2021 तक होंगे पूरे

लखनऊ।
उत्तर प्रदेश वाटर सेक्टर रीस्ट्रक्चरिंग परियोजना के द्वितीय फेज के अन्तर्गत रामगंगा, बेतवा, शारदा सहायक परियोजना क्षेत्र के अन्तर्गत क्षेत्रीय/जिला ग्राम्य विकास संस्थान मैनपुरी, बकेवर-इटावा, बख्शी का तालाब, कासगंज, कन्नौज, कानपुर, फतेहपुर, कालाकांकर, रायबरेली एवं ललितपुर द्वारा 116 प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से 3182 जल उपभोक्ता समितियों को पदाधिकारियों एवं सदस्यों को प्रशिक्षित किया गया। इन्ही क्षेत्रों की जल उपभोक्ता समितियों का 128 ज्ञान आधारित क्षमतावर्द्धन प्रशिक्षण कार्यक्रम का लक्ष्य रखा गया है। जिसके सापेक्ष क्षेत्रीय ग्राम्य विकास संस्थान बख्शी का तालाब लखनऊ, मैनपुरी, बकेवर-इटावा व जिला ग्राम्य विकास संस्थान काशीराम नगर (कासगंज) द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं।

यह जानकारी प्रशिक्षक समन्वयक नंद किशोर श्रीवास्तव ने देते हुए बताया कि दीन दयाल उपाध्याय राज्य ग्राम्य विकास संस्थान के अधीनस्थ कार्यरत क्षेत्रीय एवं जिला ग्राम्य विकास संस्थानों के माध्यम से फेज-1 व फेज-2 के प्रशिक्षण लक्ष्यों को 31 मार्च, 2021 तक पूरा कर लिया जायेगा। इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य उपभोक्ता जल समितियों को जागरूक कर नहरों के प्रबंधन में उनके क्षमता का अधिकतम उपयोग कराना है।

उल्लेखनीय है कि इस प्रशिक्षण के सत्रों में खासतौर से पिम एवं सुशासन विषय के अन्तर्गत जल उपभोक्ता समिति के अधिकार एवं कर्तव्य, दण्ड एवं वसूली, फसल जल प्रबंधन, फसलों को कम से कम जल उपयोग, ओसाराबन्दी, नहरों का निरीक्षण एवं मरम्मत आदि की जानकारी दी जाती है। इसके अलावा कैशबुक लेखन, बजट तैयार करना आदि विषयों पर पावरप्वाइंट प्रजन्टेशन के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जाता है।

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